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जीविका
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जीवन यापन विधि
रहन-सहन
Aliveness
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He had left his home to learn some profession for a living.
वह जीविकोपार्जन के लिए कोई धंधा सीखने के लिए घर छोड़कर यहॉँ आया था ।
Nor alike are the living and the dead. Verily Allah maketh whomsoever He listeth to hear and thou canst not make them hear who are in the graves.
और न जीवित और मृत बराबर है । निश्चय ही अल्लाह जिसे चाहता है सुनाता है । तुम उन लोगों को नहीं सुना सकते, जो क़ब्रों में हो ।
That is why I feel that with all its hardship and worry, we are fortunate in living in a developing environment which has so many obstacles to be overcome and complicated problems to be solved.
यही कारण है कि मैं महसूस करती हूं कि यह हमारा सौभाग्य है कि हम एक विकासशील वातावरण में रह रहे हैं, भले ही इसमें कठिनाइयां और चिंताएं है और अनेक बाधाएं हैं जिन्हें पार करना है, समस्याएं है जिन्हें हल करना है ।
The rapid growth of high end technologies for diagnosis and treatment, and the fact that people are living longer and are more likely to need health support when they age, has become a challenge.
निदान तथा उपचार के लिए उच्च गुणवत्ता की प्रौद्योगिकियों में तेजी से वृद्धि तथा इस तथ्य के मद्देनजर के लोग अब अधिक उम्र तक जीवित रहते हैं और उन्हें उम्र बढ़ने पर स्वास्थ्य सहायता की अधिक जरूरत हो सकती है, यह एक चुनौती बन गई है ।
Neither dying therein nor living.
फिर न वहाँ मरेगा ही न जीयेगा
“ What some people mistake for the high cost of living is really the cost of living high. ” - Doug Larson
“ कुछ लोग जिसे ग़लती से जीवन स्तर की बढ़ती कीमतें समझ बैठते हैं, वह वास्तव में बढ़ चढ़ कर जीने की कीमत होती है । ” - डग लारसन
Life is worth living only if it is employed in being useful to others.
जीवन तो तभी सफल होता है जब इसे परोपकार में लगाया जाये ।
As Sarvepalli Gopal, Radhakrishnan ' s son and biographer says, Radhakrishnan could now use an authoritative pulpit to proclaim that the Buddha was a reformer of the Hindu faith rather than a breakaway innovator, and that his silence on ultimate problems implied neither agonosticism nor atheism but a refusal to speak of the Absolute of which he was aware because it was not directly relevant to ethical ways of living.
जैसा कि राधाकृष्णन के पुत्र तथा जीवनी - लेखक सर्वपल्ली गोपाल कहते हैं: राधाकृष्णन यह घोषित करने के लिए अब एक प्रामाणिक मंच का प्रयोग कर सकते थे कि बुद्ध हिन्दू मत के एक सुधारक थे, पथ प्रवर्तक नहीं, और मूलभूत समस्याओं पर उनकी ख़ामोशी से न तो कृत्रिमतावाद एगोनॉ - स्टिस़िज्म झलकता था और न ही निराश्वरवाद, अपितु यह तो निरपेक्ष एब्सोल्यूट को व्यक्त करने के प्रति एक अस्वीकृति थी, जिसे वह जानते थे, क्योंकि जीवन के नीतिशास्त्रीय मूल्यों के लिए यह प्रत्यक्षतः प्रासंगिक नहीं था ।
Say:" Who is it that sustains you from the sky and from the earth ? or who is it that has power over hearing and sight ? And who is it that brings out the living from the dead and the dead from the living ? and who is it that rules and regulates all affairs ?" They will soon say," Allah". Say," will ye not then show piety ?"
कहो," तुम्हें आकाश और धरती से रोज़ी कौन देता है, या ये कान और आँखें किसके अधिकार में है और कौन जीवन्त को निर्जीव से निकालता है और निर्जीव को जीवन्त से निकालता है और कौन यह सारा इन्तिज़ाम चला रहा है ?" इसपर वे बोल पड़ेगे," अल्लाह!" तो कहो," फिर आख़िर तुम क्यों नहीं डर रखते ?"
by which he may warn those who are living and may let the words of God come true against the unbelievers.
ताकि वह उसे सचेत कर दे जो जीवन्त हो और इनकार करनेवालों पर बात स्थापित हो जाए