खदान
खान
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For this reason first their right to rule was taken away and an administrator was appointed to oversee the workings of their estates.
इस कारण सबसे पहले उनके राज करने के अधिकार छीन लिए गए व उनकी रियासत का कामकाज देखने के लिए प्रशासक नियुक्त कर दिया गया ।
The workings of Mind, Life, Body are viewed from the calm and peace of the spiritual planes of the mental being and are filled with that calm and peace ; they are not possessed by and subjected to the law of the all - mastering Spirit.
तब मन, प्राण और शरीर के व्यापारों को मानसिक सत्ता के आधयात्मिक सतरों की स्थिरता एवं शान्ति में से देखा जाता है और वे इस स्थिरता एवं शान्ति से परिपूरित भी हो जाते हैं; परन्तु अभी वे सर्व - सम्राट् आत्म के नियम के द्वारा अधिकृत एवं नियन्त्रित नहीं होते ।
The reason understands itself, but not what is beyond it, of that it can only make a general figure or representation ; the supermind alone can discern the method of its own workings.
तर्कबुद्धि अपने स्वरूप को तो समझती है, पर जो तत्त्व उससे परे है उसे वह नहीं समझती, उसका तो वह केवल एक सामान्य आकार या प्रतिरूप ही बना सकती है ; केवल अतिमानस ही अपनी क्रियाओं की प्रणाली को जान सकता है ।
The elected members, like adult parliamentarians, hold their seats for several years. 75 There is one thread that weaves throughout youth parliaments, despite the differences across them and the varying extents to which they influ - ence the politics of the moment: they all enhance child participation and introduce young people to the workings of a democratic government.
68 48 बच्चों की बात सुनना बच्चों की बात सुनें और उनकी भगीदारी सुनिश्चित करेंः बच्चे और किशोर ऐसे साधन संपन्न नागरिक हैं जो सबके लिए बेहतर भविष्य की रचना करने में मदद दे सकते हैं ।
In such a condition purity, the right working of the functions, the clear, unstained and luminous order of the being is an impossibility ; the various workings, given over to the chances of the environment and external influences, must necessarily run into each other and clog, divert, distract, pervert.
ऐसी स्थिति में शुद्धता, कार्यकारी अंगों की यथायथ क्रिया तथा सत्ता की विशद, अकलुश और प्रकाशपूर्ण व्यवस्था सम्भव नहीं, विविध क्रियाएं परिस्थिति और बाह्मा प्रभावों के संयोगों के ऊपर छोड़ दी जाने पर, निश्चय ही एक - दूसरी के साथ उलझ जायेंगी तथा एक - दूसरी को बाधा पहुंचायेंगी विचलित, प्रथभ्रष्ट और विकृत करेंगी ।
Even if for a long time, as the result of fixed association and past storage of energy, the habitual movement takes place independent of the Purusha ' s assent and even if the sanctioned movement is persistently refused by Nature for want of past habit, still he will discover that in the end his assent or refusal prevails, slowly with much resistance or quickly with a rapid accommodation of her means and tendencies she modifies herself and her workings in the direction indicated by his inner sight or volition.
परन्तु एक बार अनावृत होकर यह अपनी स्वीकृति या निषेध को कार्यकारी बना सकता है, अपने कर्म का स्वामी बन सकता है और प्रकृति की अभ्यस्त गति स्थिर संस्कार और पुरोन शक्ति - संग्रह के परिणाम - स्वरूप, दीर्घकाल तक, पुरुष की स्वीकृत के बिना भी होती रहे और चाहे, पहले से अभ्यास न होने के कारण, प्रकृति किसी स्वीकृत गति का भी दृढ़तापूर्वक निषेध करती रहे, फिर भी उसे पता चलेगा कि अन्त में उसी की स्वीकृति या 220 योग - समन्वय अस्वीकृति की विजय होती है, - धीमे - धीमे, बहुत प्रतिरोध के साथ अथवा शीघ्रतापूर्वक, अपने साधनों एवं प्रवृत्तियों को द्रुतगति से अनुकूल बनाते हुए, - प्रकृति अपने - आपको और अपने व्यापारों को उसकी आन्तर दृष्टि या संकल्प के द्वारा निर्दिष्ट दिशा में परिवर्तित कर लेती है ।
This faith we must have and develop to perfection that all things are the workings under the universal conditions of a supreme self - knowledge and wisdom, that nothing done in us or around us is in vain or without its appointed place and just significance, that all things are possible when the Ishwara as our supreme Self and Spirit takes up the action and that all that has been done before and all that he will do hereafter was and will be part of his infallible and foreseeing guidance and intended towards the fruition of our Yoga and our perfection and our life work.
हमें अपने अन्दर यह श्रद्धा धारण और पूर्णतया विकसित करनी चाहिये कि यहां का सभी कुछ परम आत्मज्ञान और प्रज्ञा की उन क्रियाओं का परिणाम है जो विश्व की विराट् परिस्थितियों में घटित होती हैं, हमारे अन्दर या चारों ओर जो कुछ भी होता है उसमें ऐसा कुछ भी नहीं जो व्यर्थ हो या जिसका अपना नियम स्थान एवं समुचित अर्थ न हो, जब ईश्वर हमारे परमोच्च पुरुष एवं आत्मा के रूप में हमारे कार्य को अपने हाथ में ले लेते हैं तब सभी कुछ सम्भव हो जाता है और जो कुछ वे पहले कर चुके हैं तथा जो कुछ वे भविष्य में करेंगे वह सब उनके निर्भ्रान्त एवं पूर्वदर्शी मार्गनिर्देश का अग्ङ था और होगा, साथ ही वह हमारे योग की सफलता, हमारी पूर्णता एवं हमारे जीवन - कार्य के लिये भी अभिप्रेत था और होगा ।
All the action of man in life is a nexus of the presence of the soul and the workings of Nature, Purusha and Prakriti.
जीवन में मनुष्य का समस्त कर्म अन्तरात्मा की उपस्थिति और प्रकृति की क्रियाओ दोनों की अर्थात् पुरुष और प्रकृति की ग्रन्थि है ।
Philosophy dealing with the principles of things must come to perceive the Principle of all these principles and investigate its nature, attributes and essential workings.
वस्तुओं के मूल तत्त्वों का विवेचन करता हुआ दर्शनशास्त्र इन सब तत्त्वों के आदितत्त्व को अनुभव करने लगता है और उसके स्वरूप तथा गुणों एवं मूल कार्यों 522 योग - समन्वय की खोजबीन में संल्गन हो जाता है ।
So long as we are dominated by the intellectual habit and by the lower workings, the intuitive mind can only send its messages to us subconsciously and subject to a distortion more or less entire before it reaches the conscious mind ; or if it works consciously, then only with an inadequate rarity and a great imperfection in its functioning.
जब तक हम बौद्धिक अभ्यास और निम्नतर व्यापारों के द्वारा शासित होते हैं, सम्बोधि - मानस हमें केवल अचेतन रूप से अपने सन्देश ही भेज सकता है जो सचेतन मन तक पहुंचने से पूर्व कम या अधिक पूर्ण रूप से विकृत हो जाते हैं ; अथवा यदि यह सचेतन रूप से कार्य करता भी है तो इसके कार्य में पर्याप्त सूक्ष्मता नहीं होती और त्रुटि भी बहुत अधिक रहती है ।