निर्णय कर
आधिपत्य
फुट्टा{पैमाना}
शासन
व्यवस्था
लगाम देना
पटरी
फैसला देना
नियंट्रित करना
शासन करना
सरल रेखाएँ खींचना
नियम
हुकुमत करना
स्थिर करना
रेखा
मापक
आदत
दमन करना
समानांतर रेखाएँ खींचना
राज करना
न्यायादेश
शासित होना
स्केल
रिवाज
सूत्र
Prescript
Prevail
Responsibility means that citizens who wish to rule themselves have rights and duties.
उन्हीं के शब्दों में, “ उत्तरदायित्व का तात्पर्य यह है कि जो नागरिक स्वशासित होना चाहते है उन्हें अधिकारों और कर्तव्यों को साथ - साथ स्वीकार करना होगा ।
Notwithstanding anything contained in sub - rule, the Central Government may, by order specify the notified offices where Hindi alone shall be used for noting, drafting and for such other official purposes as may be specified in the order by employees who possess proficiency in Hindi.
उपनियम में किसी बात के होते हुए भी, केन्द्रीय सरकार, आदेश द्वारा ऐसे अधिसूचित कार्यालयों को विनिर्दिष्ट कर सकती है जहां ऐसे कर्मचारियों द्वारा, जिन्हें हिन्दी में प्रवीणता प्राप्त है, टिप्पण, प्रारूपण और ऐसे अन्य शासकीय प्रयोजनों के लिए, जो आदेश में विनिर्दिष्ट किए जाएं, केवल हिन्दी का प्रयोग किया जाएगा ।
Iran: Khomeini did the opposite of Atatürk, making Islam politically dominant during his reign, 1979 - 89, but it soon thereafter began to falter, with discordant factions emerging, the economy failing, and the populace distancing itself from the regime ' s extremist rule. By the 1990s, foreign observers expected the regime soon to fail. Despite their populace ' s growing disillusionment, the increased sway of the Islamic Revolution Guards Corps and the coming to power of hardened veterans of the Iran - Iraq war, as symbolized by Mahmoud Ahmadinejad, imbued it with a second wind.
ईरान - खोमेनी ने अतातुर्क से विपरीत कार्य किया उन्होंने अपने कार्यकाल 1979 - 89 में इस्लाम को राजनीतिक रूप से प्रमुख बनाया लेकिन इसके तत्काल बाद यह क्षीण होने लगा और गुटबाजी उभरने लगी, अर्थ व्यवस्था अस्फल होने लगी और आम जनता शासन के अतिवादी शासन से स्वयं को अलग थलग करने लगी । 1990 तक विदेशी पर्यवेक्षकों को लगने लगा कि यह शासन बहुत शीघ्र ही असफल हो जायेगा । आम जनता के मध्य तेजी से बढ्ती अलोकप्रियता के बाद भी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड के प्रयासों के साथ ही ईरान इराक युद्ध के वरिष्ठ व्यक्ति महमूद अहमदीनेजाद के शासन में आ जाने से हवा बदल गयी ।
Apr. 11, 2013 addenda: Some reflections that did not fit the main article: Before this article appeared, I gave a several interviews advocating tactical support for the Assad regime ; these prompted name - calling by CAIR and some hysterical reactions about me urging genocide in Syria. No: I look forward to the day when Syria is at peace with itself and a good neighbor, when its government is democratic and law - abiding. But until that distant time, I prefer that evil forces direct their attentions against each other than against the outside world. To the argument that early Western support for the rebels would have prevented the Islamists from dominating them, I reply that Western powers did provide early support to rebels in Tunisia, Libya, and Egypt and look what that achieved - Islamists dominate all three of those countries. The same would likely have been the case in Syria. Western assistance is not that influential in altering the course of an ideological movement. I dislike advocating support for Assad and respect the intentions of those who share my goals but disagree with my means. I do, however, see them engaging in wishful, non - strategic thinking. That my approach gives priority to strategic considerations marks it, in the context of modern Western politics, as conservative. Liberals enjoy a confidence in their own wellbeing that conservatives lack. Where liberals tend to worry about others, conservatives tend to worry about themselves. Consistent with this temperamental difference, the former focus on civilian welfare in Syria and the latter on Western security. My advice is hardly original to me but is old - fashioned Realpolitik. Put differently, it fits into a divide - and - rule tradition that goes back to the Romans. Assad ' s staying in power has the advantage that the regime ' s chemical weapons are less dangerous than if he fell.
इस भावना के अनुरूप मेरा तर्क है कि अमेरिका को हारते हुए पक्ष की सहायता करनी चाहिये और वह कोई भी क्यों न हो, जैसा कि मई 1987 के विश्लेषण में मैंने कहा था, “ 1980 में जब इराक ने ईरान को धमकी दी थी तो हमारा हित कुछ मात्रा में ईरान के साथ था । परंतु 1982 की गर्मियों से इराक रक्षात्मक हो गया और अब वाशिंगटन पूरी तरह इसके साथ है..... भविष्य की ओर यदि देखें तो क्या इराक एक बार पुनः आक्रामक हो सकेगा वैसे तो यह सम्भव नहीं दिखता परंतु असम्भव भी नहीं है, अमेरिका को फिर से युद्ध में आना चाहिये और ईरान को सहायता करने के सम्बंध में सोचना चाहिये” ।
Islam ' s golden age began in the rule of Abbasioan
अब्बासियों के राज में इस्लाम का स्वर्ण युग शुरु हुआ ।
In 1917 during domestic war in Russia Soviet Union was built under Joseph Stalin ' s rule, In 1922 at the same time Benito Mussolini rule was established who was in Italy. 1917
में रूस में ग्रह युद्ध के बाद सोवियत संघ का निर्माण हुआ जो की जोसफ स्तालिन के शःसन में था 1922 में उसी समय इटली में बेनेतो मुस्सोलीनी का एकाधिपत्य राज्य कायम हुआ.
But more than all these, his main aim was to liberate his country from foreign rule to get the self - rule.
किंतु इन सबसे अधिक विदेशी राज से मुक्ति दिलाने वाले स्वराज की प्राप्ति उनका प्रमुख लक्ष्य था ।
Summing up the conditions of the Indian workers under British rule, Prof. Jur - gen Kuczynski, the well - known German economic historian, wrote in 1938: Underfed, housed like animals, without light and air and water, the Indian industrial worker is one of the most exploited of all in the world of industrial capitalism.
ब्रितानी शासन में भारतीय मजदूरों की हालत को निचोड़ के रूप में प्रस्तुत करते हुए जर्मनी के प्रसिद्ध आर्थिक इतिहासकार जुरगेत कुज्यास्की ने सन् 1938 में लिखाः आधा पेट भोजन और बिना हवा, रोशनी और पानी के जानवरों की जगह दड़बे में रहने वाला भारत का औद्योगिक मजदूर विश्व के औद्योगिक पूंजीवाद में सबसे अधिक शोषित प्राणी है ।
Non - contiguous sovereignty: Jews living separate from Israel proper could live under Israeli rule. Palestinian sovereignty: Once Palestinian Arabs truly accept the Zionist presence, then Jews in the territories could live under Palestinian rule.
असम्पर्कित प्रभुसत्ता - इजरायल से अलग निवास करने वाले यहूदी इजरायली शासन के अन्दर समुचित ढंग से रह सकते हैं ।
The Indian National Congress at its Nagpur session of December, 1920 declared that attainment of purna swaraj ' or complete self - rule, and not mere dominion status, was the party ' s prime goal Tilak thus stood largely vindicated after his death.
वह ' गवर्नमेंट आफ इंडिया एक्ट, 1919 ' से संतुष्ट न थे लेकिन जैसा नियति को मंजूर था, अगस्त 1920 में तिलक की मृत्यु हो गयी और और दिसंबर 1920 के अपने नागपुर अधिवेशन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने यह घोषणा की कि उनका उद्देश्य स्वशासित उपनिवेश नहीं, बल्कि पूरी आजादी या ' पूर्ण स्वराज्य ' है.