बढ़ता हुआ
वर्धन
मोम लेपन
Who can be more unjust than he who places a lie on Allah and who says: ' Revelation has come to me ' when in fact nothing was revealed to him, and who says: ' I will produce the like of what Allah has revealed ? ' If you could but see the wrongdoers in the agonies of death, and the angels stretching out their hands: ' Yield up your souls! Today you will be recompensed with the chastisement of humiliation for the lie you spoke concerning Allah, and for you waxing proud against His signs. '
और उस व्यक्ति से बढ़कर अत्याचारी कौन होगा, जो अल्लाह पर मिथ्यारोपण करे या यह कहे कि" मेरी ओर प्रकाशना की गई है," हालाँकि उसकी ओर भी प्रकाशना न की गई हो । और वह व्यक्ति से जो यह कहे कि" मैं भी ऐसी चीज़ उतार दूँगा, जैसी अल्लाह ने उतारी है ।" और यदि तुम देख सकते, तुम अत्याचारी मृत्यु - यातनाओं में होते है और फ़रिश्ते अपने हाथ बढ़ा रहे होते है कि" निकालो अपने प्राण! आज तुम्हें अपमानजनक यातना दी जाएगी, क्योंकि तुम अल्लाह के प्रति झूठ बका करते थे और उसकी आयतों के मुक़ाबले में अकड़ते थे ।"
So much so that he cannot resist the temptation of waxing lyrical over their merits and achievements.
यहां कि वे उनके गुणों तथा उपलब्धियों पर बढ़ते हुए प्रगीतात्मक उद्गारों के प्रलोभन से भी नहीं बच सके ।
The thirteenth day of the fortnight of the waxing moon in the Bengali month of Caitra is known as Varunl.
बांग्ला चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को वारूणी कहते हैं ।
And who does greater evil than he who forges against God a lie, or says,, ' To me it has been revealed ', when naught has been revealed to him, or he who says, ' I will send down the like of what God has sent down ' ? If thou couldst only see when the evildoers are in the agonies of death, and the angels are stretching out their hands: ' Give up your souls! Today you shall be recompensed with the chastisement of humiliation for what you said untruly about God, waxing proud against His signs. '
और उससे बढ़ कर ज़ालिम कौन होगा जो ख़ुदा पर झूठ इफ़तेरा करके कहे कि हमारे पास वही आयी है हालॉकि उसके पास वही वगैरह कुछ भी नही आयी या वह शख़्श दावा करे कि जैसा क़ुरान ख़ुदा ने नाज़िल किया है वैसा मै भी अनक़रीब नाज़िल किए देता हूँ और काश तुम देखते कि ये ज़ालिम मौत की सख्तियों में पड़ें हैं और फरिश्ते उनकी तरफ हाथ लपका रहे हैं और कहते जाते हैं कि अपनी जानें निकालो आज ही तो तुम को रुसवाई के अज़ाब की सज़ा दी जाएगी क्योंकि तुम ख़ुदा पर नाहक़ झूठ छोड़ा करते थे और उसकी आयतों को से अकड़ा करते थे
The Lord said: “ O Iblis, what prevented you from prostrating yourself before him whom I created of My Two Hands. Are you waxing proud, or fancy yourself to be too exalted ? ”
कहा," ऐ इबलीस! तूझे किस चीज़ ने उसको सजदा करने से रोका जिसे मैंने अपने दोनों हाथों से बनाया ? क्या तूने घमंड किया, या तू कोई ऊँची हस्ती है ?"
Waxing or threading are some common methods of depilation.
वैक्सिंग अथवा थ्रेडिंग लोमशातन की कुछ सामान्य विधियां है ।
And the dwellers on the Battlements shall call to certain men they know by their sign: ' Your amassing has not availed you, neither your waxing proud.
और आराफ वाले कुछ लोगों को जिन्हें उनका चेहरा देखकर पहचान लेगें आवाज़ देगें और और कहेगें अब न तो तुम्हारा जत्था ही तुम्हारे काम आया और न तुम्हारी शेखी बाज़ी ही
who hears the signs of God being recited to him, then perseveres in waxing proud, as if he has not heard them ; so give him the good tidings of a painful chastisement.
जो अल्लाह की उन आयतों को सुनता है जो उसे पढ़कर सुनाई जाती है । फिर घमंड के साथ अपनी नीति पर अड़ा रहता है मानो उसने उनको सुना ही नहीं । अतः उसको दुखद यातना की शुभ सूचना दे दो
And the dwellers on the Battlements shall call to certain men they know by their sign: ' Your amassing has not availed you, neither your waxing proud.
और ये ऊँचाइयोंवाले कुछ ऐसे लोगों से, जिन्हें ये उनके लक्षणों से पहचानते हैं, कहेंगे," तुम्हारे जत्थे तो तुम्हारे कुछ काम न आए और न तुम्हारा अकड़ते रहना ही ।
waxing proud in the land, and devising evil ; but evil devising encompasses only those who do it ; So do they expect anything but the wont of the ancients ? And thou shalt never find any changing the Wont of God, and thou shalt never find any altering the wont of God.
हालाँकि बुरी चाल अपने ही लोगों को घेर लेती है । तो अब क्या जो रीति अगलों के सिलसिले में रही है वे बस उसी रीति की प्रतिक्षा कर रहे है ? तो तुम अल्लाह की रीति में कदापि कोई परिवर्तन न पाओगे और न तुम अल्लाह की रीति को कभी टलते ही पाओगे