बलि
भेंट
अर्पित
अर्पण
It is a community of scholars engaged in exploring new frontiers of knowledge aimed at conceptual development and offering interdisciplinary perspectives on questions of contemporary relevance.
यह ज्ञान के क्षेत्र से संलग्न विद्वानों का ऐसा समूह है, जो समकालीन प्रासंगिक प्रशनों के वैचारिक और उसके अंतरविषयी दृष्टिकोण पर दृष्टि रखते हैं ।
And accomplish the pilgrimage and the visit for Allah, but if, you are prevented, whatever offering is easy to obtain, and do not shave your heads until the offering reaches its destination ; but whoever among you is sick or has an ailment of the head, he a compensation by fasting or alms or sacrificing, then when you are secure, whoever profits by combining the visit with the pilgrimage what offering is easy to obtain ; but he who cannot find should fast for three days during the pilgrimage and for seven days when you return ; these ten complete ; this is for him whose family is not present in the Sacred Mosque, and be careful to Allah, and know that Allah is severe in requiting.
और हज और उमरा जो कि अल्लाह के लिए है, पूरे करो । फिर यदि तुम घिर जाओ, तो जो क़ुरबानी उपलब्ध हो पेश कर दो । और अपने सिर न मूड़ो जब तक कि क़ुरबानी अपने ठिकाने न पहुँच जाए, किन्तु जो व्यक्ति तुममें बीमार हो या उसके सिर में कोई तकलीफ़ हो, तो रोज़े या सदक़ा या क़रबानी के रूप में फ़िद्याी देना होगा । फिर जब तुम पर से ख़तरा टल जाए, तो जो व्यक्ति हज तक उमरा से लाभान्वित हो, जो जो क़ुरबानी उपलब्ध हो पेश करे, और जिसको उपलब्ध न हो तो हज के दिनों में तीन दिन के रोज़े रखे और सात दिन के रोज़े जब तुम वापस हो, ये पूरे दस हुए । यह उसके लिए है जिसके बाल - बच्चे मस्जिदे हराम के निकट न रहते हों । अल्लाह का डर रखो और भली - भाँति जान लो कि अल्लाह कठोर दंड देनेवाला है
In the foregoing pages a humble contribution towards solving the problem has been made by stating it as clearly as possible, by stressing its importance and by offering a few practical suggestions.
पूर्व के पृष्ठों में समस्या के समाधान में, जितना साफ तौर से विवरण देना संभव था, उसके महत्व पर जोर देते हुए और कुछ व्यावहारिक सुझाव देते हुए, एक विनम्र योगदान किया गया है ।
If this offering is to be complete and universal, then a turning of all our emotions to the Divine is imperative.
यदि अर्पण को पूर्ण और विराट् बनाना है, तो सब भावों को भगवान् की ओर मोड़ना ही होगा ।
I tried to impress my new wife by offering her a packet of sanitary pads.
मैंने अपनी बीवी को खुश करने के लिए उसे सैनेटरी पैड का पैकेट देने की ठानी.
It is in fact by a continual sacrifice or offering, a sacrifice of adoration and aspiration, of works, of thought and knowledge, of the mounting flame of the Godward will that we build ourselves into the being of this Infinite.
निःसन्देह, अविच्छिन्न यज्ञ या अर्पण के द्वारा ही, अर्चना और अभीप्सा के, समस्त कर्म - कलाप के, विचार एवं ज्ञान के और ईश्वरोन्मुख संकल्प की आरोहिणी ज्वाला के यज्ञ द्वारा ही हम अपने - आपको इस अनन्त की सत्ता में निर्मित करते हैं ।
And accomplish the pilgrimage and the visit for Allah, but if, you are prevented, whatever offering is easy to obtain, and do not shave your heads until the offering reaches its destination ; but whoever among you is sick or has an ailment of the head, he a compensation by fasting or alms or sacrificing, then when you are secure, whoever profits by combining the visit with the pilgrimage what offering is easy to obtain ; but he who cannot find should fast for three days during the pilgrimage and for seven days when you return ; these ten complete ; this is for him whose family is not present in the Sacred Mosque, and be careful to Allah, and know that Allah is severe in requiting.
और हज और उमरा जो कि अल्लाह के लिए है, पूरे करो । फिर यदि तुम घिर जाओ, तो जो क़ुरबानी उपलब्ध हो पेश कर दो । और अपने सिर न मूड़ो जब तक कि क़ुरबानी अपने ठिकाने न पहुँच जाए, किन्तु जो व्यक्ति तुममें बीमार हो या उसके सिर में कोई तकलीफ़ हो, तो रोज़े या सदक़ा या क़रबानी के रूप में फ़िद्याी देना होगा । फिर जब तुम पर से ख़तरा टल जाए, तो जो व्यक्ति हज तक उमरा से लाभान्वित हो, जो जो क़ुरबानी उपलब्ध हो पेश करे, और जिसको उपलब्ध न हो तो हज के दिनों में तीन दिन के रोज़े रखे और सात दिन के रोज़े जब तुम वापस हो, ये पूरे दस हुए । यह उसके लिए है जिसके बाल - बच्चे मस्जिदे हराम के निकट न रहते हों । अल्लाह का डर रखो और भली - भाँति जान लो कि अल्लाह कठोर दंड देनेवाला है
And accomplish the pilgrimage and the visit for Allah, but if, you are prevented, whatever offering is easy to obtain, and do not shave your heads until the offering reaches its destination ; but whoever among you is sick or has an ailment of the head, he a compensation by fasting or alms or sacrificing, then when you are secure, whoever profits by combining the visit with the pilgrimage what offering is easy to obtain ; but he who cannot find should fast for three days during the pilgrimage and for seven days when you return ; these ten complete ; this is for him whose family is not present in the Sacred Mosque, and be careful to Allah, and know that Allah is severe in requiting.
और हज और उमरा जो कि अल्लाह के लिए है, पूरे करो । फिर यदि तुम घिर जाओ, तो जो क़ुरबानी उपलब्ध हो पेश कर दो । और अपने सिर न मूड़ो जब तक कि क़ुरबानी अपने ठिकाने न पहुँच जाए, किन्तु जो व्यक्ति तुममें बीमार हो या उसके सिर में कोई तकलीफ़ हो, तो रोज़े या सदक़ा या क़रबानी के रूप में फ़िद्याी देना होगा । फिर जब तुम पर से ख़तरा टल जाए, तो जो व्यक्ति हज तक उमरा से लाभान्वित हो, जो जो क़ुरबानी उपलब्ध हो पेश करे, और जिसको उपलब्ध न हो तो हज के दिनों में तीन दिन के रोज़े रखे और सात दिन के रोज़े जब तुम वापस हो, ये पूरे दस हुए । यह उसके लिए है जिसके बाल - बच्चे मस्जिदे हराम के निकट न रहते हों । अल्लाह का डर रखो और भली - भाँति जान लो कि अल्लाह कठोर दंड देनेवाला है
Fulfill the pilgrimage and make the visitation for Allah. If you are prevented, then whatever offering that may be easy. And do not shave your heads until the offerings have reached their destination. But if any of you is ill or suffers from an ailment of the head, he must pay a ransom either by fasting or by the giving of charity, or by offering a sacrifice. When you are safe, then whosoever enjoys the visitation until the pilgrimage, let his offering be that which may be easy, but if he lacks the means, let him fast three days during the pilgrimage and seven when he has returned, that is, ten days in all. That is for him whose family is not present at the Holy Mosque. And fear Allah and know that He is firm in inflicting punishment.
और हज और उमरा जो कि अल्लाह के लिए है, पूरे करो । फिर यदि तुम घिर जाओ, तो जो क़ुरबानी उपलब्ध हो पेश कर दो । और अपने सिर न मूड़ो जब तक कि क़ुरबानी अपने ठिकाने न पहुँच जाए, किन्तु जो व्यक्ति तुममें बीमार हो या उसके सिर में कोई तकलीफ़ हो, तो रोज़े या सदक़ा या क़रबानी के रूप में फ़िद्याी देना होगा । फिर जब तुम पर से ख़तरा टल जाए, तो जो व्यक्ति हज तक उमरा से लाभान्वित हो, जो जो क़ुरबानी उपलब्ध हो पेश करे, और जिसको उपलब्ध न हो तो हज के दिनों में तीन दिन के रोज़े रखे और सात दिन के रोज़े जब तुम वापस हो, ये पूरे दस हुए । यह उसके लिए है जिसके बाल - बच्चे मस्जिदे हराम के निकट न रहते हों । अल्लाह का डर रखो और भली - भाँति जान लो कि अल्लाह कठोर दंड देनेवाला है
There are also a number of other codes offering advice on how to reduce the effects of noisy activities including audible bird scarers, noise from pop concerts and off - road motorcycling.
यह सुनाई देने वाले अलार्म, आइस क्रीम गाड़ी की घंटी, मॅाडल हवाई जहाज व इमारतें बनाने वाली जगहों पर पैदा शोर से संबंधित सेक्रेटरी अॅाफ स्टेट द्वारा मान्यता प्राप्त कोड है ।