कलंकित करना
अपमान
कलंक
अपमान करना
लज्जा का कारण
नकार दिया जाना
शर्म
लज्जित होना
शर्म की बात
परिभव
O my people! Act according to your ability ; I too am acting. Soon you will know who will be overtaken by a punishment that will disgrace him, and who is a liar. So be on the watch ; I too will be watching along with you. ’
ऐ मेरी क़ौम के लोगो! तुम अपनी जगह कर्म करते रहो, मैं भी कर रहा हूँ । शीघ्र ही तुमको ज्ञात हो जाएगा कि किसपर वह यातना आती है, जो उसे अपमानित करके रहेगी, और कौन है जो झूठा है! प्रतीक्षा करो, मैं भी तुम्हारे साथ प्रतीक्षा कर रहा हूँ ।"
So much so that frequently the men put themselves to death to avoid such disgrace.
इससे वह इतना शर्मिन्दा होता था कि यह सोचता था कि इससे तो युध्द में मर जाना ही बेहतर होता ।
Our Lord, and grant us what You promised us through Your messengers and do not disgrace us on the Day of Resurrection. Indeed, You do not fail in promise."
और ऐ पालने वाले अपने रसूलों की मार्फत जो कुछ हमसे वायदा किया है हमें दे और हमें क़यामत के दिन रूसवा न कर तू तो वायदा ख़िलाफ़ी करता ही नहीं
They try to hide themselves from the people because of the disgrace of such news. Will they keep their new born despite the disgrace or bury it alive ? How sinful is their Judgment!
जो शुभ सूचना उसे दी गई वह ऐसी बुराई की बात हुई जो उसके कारण वह लोगों से छिपता फिरता है कि अपमान सहन करके उसे रहने दे या उसे मिट्टी में दबा दे । देखो, कितना बुरा फ़ैसला है जो वे करते है!
It was impossible that the millionaires of Johannesburg should not endeavour to wipe out their disgrace by all means in their power.
जोहानिसबर्गके करोड़पति अपनी बदनामीको किसी भी तरह धोनेका प्रयत्न न करें, यह असंभव था ।
O Apostle! let not those grieve you who strive together in hastening to unbelief from among those who say with their mouths: We believe, and their hearts do not believe, and from among those who are Jews ; they are listeners for the sake of a lie, listeners for another people who have not come to you ; they alter the words from their places, saying: If you are given this, take it, and if you are not given this, be cautious ; and as for him whose temptation Allah desires, you cannot control anything for him with Allah. Those are they for whom Allah does not desire that He should purify their hearts ; they shall have disgrace in this world, and they shall have a grievous chastisement in the hereafter.
ऐ रसूल जो लोग कुफ़्र की तरफ़ लपक के चले जाते हैं तुम उनका ग़म न खाओ उनमें बाज़ तो ऐसे हैं कि अपने मुंह से बे तकल्लुफ़ कह देते हैं कि हम ईमान लाए हालॉकि उनके दिल बेईमान हैं और बाज़ यहूदी ऐसे हैं कि झूठी बातें बहुत सुनते हैं ताकि कुफ्फ़ार के दूसरे गिरोह को जो तुम्हारे पास नहीं आए हैं सुनाएं ये लोग अल्फ़ाज़ की उनके असली मायने के बाद भी तहरीफ़ करते हैं कहते हैं कि अगर मोहम्मद की तरफ़ से तुम्हें यही हुक्म दिया जाय तो उसे मान लेना और अगर यह हुक्म तुमको न दिया जाए तो उससे अलग ही रहना और जिसको ख़ुदा ख़राब करना चाहता है तो उसके वास्ते ख़ुदा से तुम्हारा कुछ ज़ोर नहीं चल सकता यह लोग तो वही हैं जिनके दिलों को ख़ुदा ने पाक करने का इरादा ही नहीं किया उनके लिए तो दुनिया में भी रूसवाई है और आख़ेरत में भी बड़ा अज़ाब होगा
Surely those who have taken the calf will suffer the anger of their Lord, and disgrace in the world. That is how We requite those who fabricate lies.
बेशक जिन लोगों ने बछड़े को बना लिया उन पर अनक़रीब ही उनके परवरदिगार की तरफ से अज़ाब नाज़िल होगा और दुनियावी ज़िन्दगी में ज़िल्लत और हम बोहतान बॉधने वालों की ऐसी ही सज़ा करते हैं
Lowered will be their eyes, disgrace overwhelming them. They had indeed been called to bow in homage when they were free of blame.
उनकी ऑंखें झुकी हुई होंगी रूसवाई उन पर छाई होगी और ये लोग सजदे के लिए बुलाए जाते और हटटे कटटे तन्दरूस्त थे
Seest thou not that to Allah bow down in worship all things that are in the heavens and on earth, - the sun, the moon, the stars ; the hills, the trees, the animals ; and a great number among mankind ? But a great number are such as are fit for Punishment: and such as Allah shall disgrace, - None can raise to honour: for Allah carries out all that He wills.
क्या तुमनें देखा नहीं कि अल्लाह ही को सजदा करते है वे सब जो आकाशों में है और जो धरती में है, और सूर्य, चन्द्रमा, तारे पहाड़, वृक्ष, जानवर और बहुत - से मनुष्य ? और बहुत - से ऐसे है जिनपर यातना का औचित्य सिद्ध हो चुका है, और जिसे अल्लाह अपमानित करे उस सम्मानित करनेवाला कोई नहीं । निस्संदेह अल्लाह जो चाहे करता है
Fight them, Allah will punish them by your hands and bring them to disgrace, and assist you against them and heal the hearts of a believing people.
उनसे लड़ो । अल्लाह तुम्हारे हाथों से उन्हें यातना देगा और उन्हें अपमानित करेगा और उनके मुक़ाबले में वह तुम्हारी सहायता करेगा । और ईमानवाले लोगों के दिलों का दुखमोचन करेगा ;