मुकर जाना
कलंकित करना
अपमान
कलंक
अपमानित करना
Let there be one nation of you, calling to good, and bidding to honour, and forbidding dishonour ; those are the prosperers.
और तुमसे एक गिरोह ऐसे तो होना चाहिये जो नेकी की तरफ़ बुलाए अच्छे काम का हुक्म दे और बुरे कामों से रोके और ऐसे ही लोग अपनी दिली मुरादें पायेंगे
When an endorser adds the words" Notice of dishonour waived" it becomes facultative endorsement.
जब पृष्ठांकन करने वाला" अनादरण सूचना का आग्रह नहीं" शब्द पृष्ठांकन पर जोड दे जो इसे ऐच्छिक बेचान माना जाता है ।
An acceptance of a bill of exchange protested for dishonour, by a third party indicating that it is an acceptance for honour
नकारे गए विनिमय पत्र को जब किसी अन्य पक्ष द्वारा मानार्थ लिखकर स्वीकार किया जाए ।
Dishonour by non acceptance
अस्वीकृत द्वारा नकार
who, if We establish them in the land, perform the prayer, and pay the alms, and bid to honour, and forbid dishonour ; and unto God belongs the issue of all affairs.
ये वह लोग हैं कि अगर हम इन्हें रूए ज़मीन पर क़ाबू दे दे तो भी यह लोग पाबन्दी से नमाजे अदा करेंगे और ज़कात देंगे और अच्छे - अच्छे काम का हुक्म करेंगे और बुरी बातों से रोकेंगे और सब कामों का अन्जाम खुदा ही के एख्तेयार में है
Death is better than dishonour.
मृत्यु अपमान से श्रेयस्कर है ।
Death drops the curtain even on Emperors: it is no dishonour.
मौत तो शहंशाहों की ज़िंदगी का भी पर्दा गिरा देती है: यह कोई बेइज्जती नहीं है ।
In the month of December 1999 a notice was received by Mona Modi from the Advocate for Reuben Solomon regarding the dishonour of the cheque No. 500707.
दिसंबर १९९९ के महीने में मोना मोदी ने रूबेन सोलोमन के अधिवक्ता से चेक नं. ५००७०७ के अनादर के संबंध एक सूचना प्राप्त की थी.
Ramachandra Rao, her faithful follower, carried the mortally wounded Rani to a nearby hut where she soon died and was quickly burnt before any dishonour could be done to her body.
रानी के स्वामिभक्त सहायक रामचंद्र राव घायल रानी को पास की एक झौपङी तक ले गए वहां शीघ्र ही रानी की मृत्यु हो गई तथा पार्थि व शरीर को शत्रु किसी प्रकार असम्मानित कर पाते इसके पूर्व ही, दाह संस्कार कर दिया गया ।
who, if We establish them in the land, perform the prayer, and pay the alms, and bid to honour, and forbid dishonour ; and unto God belongs the issue of all affairs.
ये वे लोग है कि यदि धरती में हम उन्हें सत्ता प्रदान करें तो वे नमाज़ का आयोजन करेंगे और ज़कात देंगे और भलाई का आदेश करेंगे और बुराई से रोकेंगे । और सब मामलों का अन्तिम परिणाम अल्लाह ही के हाथ में है