शनिवार
Unequal to the fight, when I sat near the fire My own daughter slighted me, And this daughter ' s mother too slighted me.
लड़ाई से हार कर जब मैं आग के पास बैठा मेरी बेटी ने ही मेरा अपमान किया और बेटी की मां ने भी मेरा अपमान किया ।
the All - compassionate sat Himself upon the Throne ; to Him belongs
वही रहमान है जो अर्श पर आमादा व मुस्तईद है
I sat down and I thought, “ What is going on ? ”
मैं बैठे हुए सोच रहा था, “ यह क्या हो रहा है ? ”
Those who said of their brethren, while they themselves sat back: ‘Had they obeyed us, they would not have been killed. ’ Say, ‘Then keep death off from yourselves, if you are truthful. ’
जो भाईयों के बारे में कहने लगे काश हमारी पैरवी करते तो न मारे जाते उनसे कहो अगर तुम सच्चे हो तो ज़रा अपनी जान से मौत को टाल दो
Then my lord approached the couch and sat by my side.
फिर मेरे स्वामी सिंहासन के पास आये और मेरे पास बैठ गये ।
And when I sat the students down, I said, “ Who ' s got the best one ? ”
और जब मैनें अपने विद्यार्थियों से पूछा, “ किसका सबसे अच्छा है ? ”
Sucharita took the paper to her room and sat down to read it from the first line as some kind of duty.
पत्र लेकर कमरे में जाकर सुचरिता स्थिर होकर बैठ गई और परम - कर्तव्य की तरह उसे पहली पंक्ति से पढने लगी ।
while they themselves sat around it
जिसमें ईंधन झोंक रखा था
As I sat there watching the portraits of the luminaries of our Independence struggle and thought of the speeches one hears and the remarks and comments that are quite often made outside and also about what Indians say when they go abroad, I wondered why it is that so many people think that to serve the country means to condemn it.
जब मैं उसमें बैठी हुई स्वाधीनता संग्राम के यशस्वी व्यक्तियों के चित्रों को देख रही थी और साथ ही मैंने सोचा कि हम जैसे भाषण अब सुनते रहते हैं तथा सदन के बाहर अक्सर जैसी चर्चाएं होती रहती हैं तथा विदेश जाने वाले भारतीय भी जो कुछ कहते रहते हैं तो मुझे समझ में नहीं आया कि आखिर इतने ज्यादा लोग यह क्यों सोचते हैं कि देश की सेवा का रास्ता यह है कि वे इसकी र्भत्सना करते रहें ।
Dr. Faqir Muhammad Faqir, in his book Kuliyat Bulhe Shah, has referred to Tarikh sat Sitare in which the author has given Hijri 1148 as the year of the birth of Bulhe Shah.
डा. फकीर मुहम्मद फकीर ने अपनी पुस्तक कुलियात बुल्ले शाह में तारीख सत सितारे का जिक्र है जिसमें उन्होंने बुल्ले शाह का जन्म 1148 हिजरी में बताया है ।