अभिवादन
अभिवादन पट्र
बधाई
नमस्कार
शुभकामना
अभिनंदन
शुभकामना पट्रा
शुभकामनाएँ
Believers, when you go forth in the cause of God, make due investigation and do not say to those who offer you the greeting of peace," You are no believer!" because you seek the good things of this life. With God there are good things in plenty. You yourself were in the same position before, but God conferred His special favour on you. Therefore, take care to investigate. Surely God is well - aware of what you do.
ऐ ईमानदारों जब तुम ख़ुदा की राह में सफ़र करो तो अच्छी तरह जॉच कर लिया करो और जो शख्स तुम्हे सलाम करे तो तुम बे सोचे समझे न कह दिया करो कि तू ईमानदार नहीं है कि तुम दुनियावी आसाइश की तमन्ना रखते हो मगर इसी बहाने क़त्ल करके लूट लो और ये नहीं समझते कि तो ख़ुदा के यहॉ बहुत से ग़नीमतें हैं पहले तुम ख़ुद भी तो ऐसे ही थे फिर ख़ुदा ने तुमपर एहसान किया ग़रज़ ख़ूब छानबीन कर लिया करो बेशक ख़ुदा तुम्हारे हर काम से ख़बरदार है
One collage, titled “ Diwali Lamps ”, was also used by Unicef for a set of its greeting cards in 1986. '
दीवाली लौंप्स ' शीर्षक वाले कोलॅज को यूनिसेफ ने 1986 के ग्रीटिंग कार्ड़ पर छपवाया.
Failed to read a valid greeting from POP server % s
POP सर्वर से वैध शुभकामना पाने में विफल
Their call therein is, “ Glory be to You, our God. ” And their greeting therein is, “ Peace. ” And the last of their call is, “ Praise be to God, Lord of the Worlds. ”
उन बाग़ों में उन लोगों का बस ये कौल होगा ऐ ख़ुदा तू पाक व पाकीज़ा है और उनमें उनकी बाहमी खैरसलाही सलाम से होगी और उनका आख़िरी क़ौल ये होगा कि सब तारीफ ख़ुदा ही को सज़ावार है जो सारे जहाँन का पालने वाला है
The elephants would lift their trunks in greeting and caress the boy.
हाथी सूंड उठाकर उसका अभिवादन करते और उसे दुलारते ।
And when ye are greeted with a greeting, then greet back with one better than that or return that ; verily Allah is of everything the Reckoner.
और जब कोई शख्स सलाम करे तो तुम भी उसके जवाब में उससे बेहतर तरीक़े से सलाम करो या वही लफ्ज़ जवाब में कह दो बेशक ख़ुदा हर चीज़ का हिसाब करने वाला है
There is no fault in the blind, and there is no fault in the lame, and there is no fault in the sick, neither in yourselves, that you eat of your houses, or your fathers ' houses, or your mothers ' houses, or your brothers ' houses, or your sisters ' houses, or the houses of your uncles or your aunts paternal, or the houses of your uncles or your aunts maternal, or that whereof you own the keys, or of your friend ; there is no fault in you that you eat all together, or in groups separately. But when you enter houses, greet one another with a greeting from God, blessed and good. So God makes clear to you the signs ; haply you will understand.
न अंधे के लिए कोई हरज है, न लँगड़े के लिए कोई हरज है और न रोगी के लिए कोई हरज है और न तुम्हारे अपने लिए इस बात में कि तुम अपने घरों में खाओ या अपने बापों के घरों से या अपनी माँओ के घरों से या अपने भाइयों के घरों से या अपनी बहनों के घरों से या अपने चाचाओं के घरों से या अपनी फूफियों के घरों से या अपनी ख़ालाओं के घरों से या जिसकी कुंजियों के मालिक हुए हो या अपने मित्र के यहाँ । इसमें तुम्हारे लिए कोई हरज नहीं कि तुम मिलकर खाओ या अलग - अलग । हाँ, अलबत्ता जब घरों में जाया करो तो अपने लोगों को सलाम किया करो, अभिवादन अल्लाह की ओर से नियत किया हुए, बरकतवाला और अत्याधिक पाक । इस प्रकार अल्लाह तुम्हारे लिए अपनी आयतों को स्पष्ट करता है, ताकि तुम बुद्धि से काम लो
And when you are greeted with a greeting, greet with one better than it or return it. Indeed, Allah is ever, over all things, an Accountant.
और तुम्हें जब सलामती की कोई दुआ दी जाए, तो तुम सलामती की उससे अच्छी दुआ दो या उसी को लौटा दो । निश्चय ही, अल्लाह हर चीज़ का हिसाब रखता है
When you are greeted with a greeting, then greet with one fairer, or repeat the same greeting. For God takes account of all things.
और तुम्हें जब सलामती की कोई दुआ दी जाए, तो तुम सलामती की उससे अच्छी दुआ दो या उसी को लौटा दो । निश्चय ही, अल्लाह हर चीज़ का हिसाब रखता है
As for those who believe and do good works, they shall be admitted to gardens underneath which rivers flow in which, by the permission of their Lord, they shall live for ever. Their greeting shall be: ' Peace '
और जिन लोगों ने ईमान क़ुबूल किया और अच्छे काम किए वह उन बाग़ों में दाख़िल किए जाएँगें जिनके नीचे नहरे जारी होगी और वह अपने परवरदिगार के हुक्म से हमेशा उसमें रहेगें वहाँ उन का तोहफा सलाम का हो