Meaning of Divinity in Hindi - हिंदी में मतलब

profile
Ayush Rastogi
Mar 07, 2020   •  3 views
  • देवता

  • प्रभुत्व

  • ईश्वरत्व

  • देवी

  • धर्मविज्ञान

  • दैवत्व

Synonyms of "Divinity"

"Divinity" शब्द का वाक्य में प्रयोग

  • It is based on a fearless search for truth, on the solidarity of man, even on the divinity of everything living, and on the free and cooperative development of the individual and the species ever to greater freedom and higher stages of human growth.
    इसकी बुनियाद सच्चाई की निडर खोज, इंसान की मजबूती, यहां तक कि हर जानदार चीज की अलौकिकता पर, हर व्यक्ति और प्राणी के मुक्त और सहयोग आश्रित विकास पर रही है, जिससे वह और भी अधिक मुक्त हो सके और उसका और भी अधिक विकास हो सके ।

  • After it has become clear that they are condemned to the Flaming Fire, it is not for the Prophet and those who believe to ask for the forgiveness of those who associate others with Allah in His divinity even if they be near of kin.
    नबी और ईमान लानेवालों के लिए उचित नहीं कि वे बहुदेववादियों के लिए क्षमा की प्रार्थना करें, यद्यपि वे उसके नातेदार ही क्यों न हो, जबकि उनपर यह बात खुल चुकी है कि वे भड़कती आगवाले हैं

  • It is not possible for all believers to go out. So a part of each section should go in order that the others may acquire understanding of law and divinity, and warn their companions on return so that they may take heed for themselves.
    यह तो नहीं कि ईमानवाले सब के सब निकल खड़े हों, फिर ऐसा क्यों नहीं हुआ कि उनके हर गिरोह में से कुछ लोग निकलते, ताकि वे धर्म में समझ प्राप्ति करते और ताकि वे अपने लोगों को सचेत करते, जब वे उनकी ओर लौटते, ताकि वे बचते ?

  • Truly it is only associating others with Allah in His divinity that Allah does not forgive, and forgives anything besides that to whomsoever He wills. Whoever associates others with Allah in His divinity has indeed strayed far away.
    निस्संदेह अल्लाह इस चीज़ को क्षमा नहीं करेगा कि उसके साथ किसी को शामिल किया जाए । हाँ, इससे नीचे दर्जे के अपराध को, जिसके लिए चाहेगा, क्षमा कर देगा । जो अल्लाह के साथ किसी को साझी ठहराता है, तो वह भटककर बहुत दूर जा पड़ा

  • It is Allah Who created you, then bestowed upon you your sustenance, and He will cause you to die and then will bring you back to life. Can any of those whom you associate with Allah in His divinity! do any such thing ? Glory be to Him and exalted be He above whatever they associate with Allah in His divinity.
    ख़ुदा वह जिसने तुमको पैदा किया फिर उसी ने रोज़ी दी फिर वही तुमको मार डालेगा फिर वही तुमको ज़िन्दा करेगा भला तुम्हारे शरीकों में से कोई भी ऐसा है जो इन कामों में से कुछ भी कर सके जिसे ये लोग शरीक बनाते हैं

  • This can be done if we first commune ourselves with the God revealed in History and reverently watch the organic growth of divinity in mankind.
    यह तभी हो सकता है यदि हम पहले इतिहास में वर्णित ईश्वर में ध्यान लगाए और मानवता में देवत्व के सांगठिक विकास को श्रद्धा से देखें ।

  • Unless you realise that the world is a manifestation of divinity, as long as you do not realise within yoursejf that the world you see around you, the country in which you live are manifestations of divinity, then all these are unreal.
    जब तक आप यह अनुभूति नहीं करते हैं कि सारा विश्व ईश्वरत्व की अभिव्यक्ति है, जब तक आप अपने भीतर यह अनुभव नहीं करते हैं कि यह संसार जिसे आप अपने चारों और देखते हैं, और यह देश, जिसमें आप रहते हैं, ईश्वरत्व की अभिव्यक्ति है, तब तक ये सभी अवास्तविक हैं.

  • that when any misfortune befalls them, they cry to their Lord, penitently turning to Him. But no sooner that He lets them have a taste of His Mercy than some of them begin associating others with their Lord in His Divinity
    और जब लोगों को कोई मुसीबत छू भी गयी तो उसी की तरफ रुजू होकर अपने परवरदिगार को पुकारने लगते हैं फिर जब वह अपनी रहमत की लज्ज़त चखा देता है तो उन्हीं में से कुछ लोग अपने परवरदिगार के साथ शिर्क करने लगते हैं

  • Those who disbelieved – be they from the People of the Book or from those who associated others with Allah in His divinity – will not desist from unbelief until the Clear Proof should come to them ;
    अहले किताब और मुशरिकों से जो लोग काफिर थे जब तक कि उनके पास खुली हुई दलीलें न पहुँचे वह बाज़ आने वाले न थे

  • Abraham was neither a Jew nor a Christian ; he was a Muslim, wholly devoted to God. And he certainly was not amongst those who associate others with Allah in His divinity.
    इबराहीम न तो यहूदी थे और न नसरानी बल्कि निरे खरे हक़ पर थे फ़रमाबरदार थे और मुशरिकों से भी न थे

0



  0