पूरी तरह से
Two congressional inquiries then confirmed these conclusions. The Senate stated that “ by any standard, the credible evidence now known falls far short of supporting the allegation of an agreement between the Reagan campaign and Iran to delay the release of the hostages”. The House report went further, declaring that “ There was no October Surprise agreement ever reached. ” It found “ wholly insufficient credible evidence” that communication took place between the Reagan campaign and the Iranian government and “ no credible evidence” of an attempt by the campaign to delay the hostages ' release. The report also expressed concern that “ certain witnesses may have committed perjury during sworn testimony”.
सिक ने खुद अपनी किताब आश्चर्यजनक अक्टूबर - अमेरिका बंधक ईरान में और रोनाल्ड रीगन का चुनाव 1980 राष्ट्रपति के चुनाव को राजनीतिक विद्रोह की संज्ञा दी अपनी कहानी के समर्थन में जो उन्होंने वे तथ्य जुटाये जो घटनायें कभी हुई नहीं । । उदाहरणस्वरूप 27 जुलाई 1980 के मेड्रिड के होटल में बातचीत का ब्यौरा जो दो बार वेटर आने कारण अवरूद्ध हो गया पूरा नहीं हो पाया ।
The mandapa pillars are partially lathe - turned in respect of their capitals, while the shaft is square and angular, marking the beginnings of the characteristic and almost wholly lathe - turned pillars of the later periods.
मंडप स्तभों को अपने शीर्ष के मामले में आंशिक रूप से खराद से आकार दिया गया है. जबकि शहतीर वर्गाकार और इकहरी है और बाद के काल के खराद से आकार दिए गए विशिष्ट स्तंभों के आंरभ के सूचक हैं.
Unless, therefore, you can wholly trust the Congress Government which you have announced, you should reconsider your decision, as I have already suggested.
इसलिए जिस कांग्रेस सरकार की आपने घोषणा की है उस पर आप यदि संपूर्ण रूप से विश्वास न कर सके तो मेरे सुझाव के अनुसार आपको अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिये ।
Chandu Menon ' s reputation and rank in the history of Mala - yalam literature rest almost wholly on Jndukkha and Sarada.
मलयालम साहित्य में चन्दु मेनन की ख्याति और प्रतिष्ठा के आधार स्तम्भ बस इन्दुलेखा और शारदा ही हैं ।
Surrender yourself wholly to Ishwar and accept him as your only resortthen will you gain the path of goodness even through error and loss.
सम्पूर्ण रूप् से ईश्वर को आत्म - समर्पण करके उसी को अपना एकमात्र सहायक मानो - तब भूल - चूक और क्षति के बीच भी लाभ का रास्ता पाती रह सकोगी ।
The ego in us makes claims on the Divine other than the spiritual claim, and these claims are in a sense legitimate, but so long as and in proportion as they take the egoistic form, they are open to much grossness and great perversions, burdened with an element of falsehood, undesirable reaction and consequent evil, and the relation can only be wholly right, happy and perfect when these claims become part of the spiritual claim and lose their egoistic character.
हमारे अन्दर का अहं भगवान् के प्रति आध्यात्मिक मांग से भिन्न अन्य मांगें करता है, और ये मांगें एमक अर्थ में ठीक होती हैं, पर जबतक तथा जिस हदतक वे अहंकारमय रूप धारण करती हैं तबतक तथा उस हदतक वे अत्यधिक स्थूलता और बड़े भारी विकारों की ओर खुली रहती हैं, असत्य, अवांछनीय प्रतिक्रिया और उसके परिणामभूत अशुभ के तत्त्व के भार से दबी रहती हैं, और ईश्वर या शक्ति के साथ हमारा सम्बन्ध सर्वथा उपयुक्त, सुखद और पूर्ण तभी बन सकता है जब ये मांगें आध्यात्मिक मांग का अंग बन जायें तथा अपना अहंकारमय रूप त्याग दें ।
, there are people who set up equals and rivals with Allah and adore them with the adoration due to Allah. whereas the Believers adore Allah most ardently. Would that these transgressors could realize now what they will realize, when they will see the chastisement before them that power and authority wholly belong to Allah and that Allah is severe in punishment!
और बाज़ लोग ऐसे भी हैं जो ख़ुदा के सिवा औरों को भी ख़ुदा का मिसल व शरीक बनाते हैं जैसी मोहब्बत ख़ुदा से रखनी चाहिए वैसी ही उन से रखते हैं और जो लोग ईमानदार हैं वह उन से कहीं बढ़ कर ख़ुदा की उलफ़त रखते हैं और काश ज़ालिमों को वह बात सूझती जो अज़ाब देखने के बाद सूझेगी कि यक़ीनन हर तरह की क़ूवत ख़ुदा ही को है और ये कि बेशक ख़ुदा बड़ा सख्त अज़ाब वाला है
And there are some among men who take for themselves objects of worship besides Allah, whom they love as they love Allah, and those who believe are stronger in love for Allah and O, that those who are unjust had seen, when they see the chastisement, that the power is wholly Allah ' s and that Allah is severe in requiting.
और बाज़ लोग ऐसे भी हैं जो ख़ुदा के सिवा औरों को भी ख़ुदा का मिसल व शरीक बनाते हैं जैसी मोहब्बत ख़ुदा से रखनी चाहिए वैसी ही उन से रखते हैं और जो लोग ईमानदार हैं वह उन से कहीं बढ़ कर ख़ुदा की उलफ़त रखते हैं और काश ज़ालिमों को वह बात सूझती जो अज़ाब देखने के बाद सूझेगी कि यक़ीनन हर तरह की क़ूवत ख़ुदा ही को है और ये कि बेशक ख़ुदा बड़ा सख्त अज़ाब वाला है
One of the reasons why it failed was that the weak, licentious character of the model from which Radhanath ' s hero had been borrowed was wholly inapplicable to Jajatikesari who is remembered as one pf the most powerful, virtuous and revered legendary King of Orissa.
इसकी विफलता के कारणों में से एक कारण यह भी है कि राधानाथ का चरित - नायक जिस नमूने का साँचा उधार लेकर ढाला गया था उसका अबल और आदिरस की रसिकता में परम अमर्यादित चरित्र ययातिकेशरी पर चिपका दिये जाने योग्य कंतई न था क्योंकि ययातिकेशरी ओड़िशा के प्रबलतम, पुण्यशीलतम और पूज्यतम जनकथानायक राजाओं में गण्य और जनस्मृत हैं ।
He is the greatest tyrant ever known, for He often dashes the cup from our lips and under cover of free will leaves us a margin so wholly inadequate as to provide only mirth for Himself at our expense.
वह सबसे बड़ा जालिम है, क्योकि वह अक्सर हमारे मुंह तक आये हुए कौर को छीन लेता है और इच्छा - स्वातन्त्र्य की ओट में छूट लेने की बहुत ही कम गुंजाइश देता हैऔर हमारी लाचारी पर हंसता है ।