लोग
जनता
लोक परम्परानुसार
लोक संगीत
लोक
Folk tales are an inseparable part of human culture from time immemorial.
लोककथाएं मानव संस्कृति का अभिन्न अंग रही हैं ।
A song or tale is preserved by generations of folk singers or reciters for the delight they take in singing and reciting, through love of literature.
कोई भी गीत या कथा, लोक गायकों अथवा कथागायकों द्वारा पीढ़ी - दर - पीढ़ी सुरक्षित रखी जाती है, क्योंकि अपने साहित्य प्रेम के कारण उसके गायन या पाठ में उन्हें आनंद मिलता है ।
Most of these claims were false, and their claimants frauds living off the credulity of the common folk.
हालांकि उनके अधिकतर दावे झूठे होते थे और ऐसे दावेदार पाखंडी आम लोगों के सहज विश्वास का लाभ उठाते थे ।
O Prophet! Exhort the believers to fight. If there be of you twenty steadfast they shall overcome two hundred, and if there be of you a hundred they shall overcome a thousand of those who disbelieve, because they are a folk without intelligence.
ऐ रसूल तुम मोमिनीन को जिहाद के वास्ते आमादा करो अगर तुम लोगों में के साबित क़दम रहने वाले बीस भी होगें तो वह दो सौ पर ग़ालिब आ जायेगे और अगर तुम लोगों में से साबित कदम रहने वालों सौ होगें तो हज़ार पर ग़ालिब आ जाएँगें इस सबब से कि ये लोग ना समझ हैं
Do their minds command them to do this, or are they an outrageous folk ?
क्या उनकी अक्लें उन्हें ये बताती हैं या ये लोग हैं ही सरकश
Tales From The Tawi - A Collection of Dogri folk Tales
तवी कथाएं - डोगरी दंत कथाओं का संग्रह
Perform the pilgrimage and the visit for Allah. And if ye are prevented, then send such gifts as can be obtained with ease, and shave not your heads until the gifts have reached their destination. And whoever among you is sick or hath an ailment of the head must pay a ransom of fasting or almsgiving or offering. And if ye are in safety, then whosoever contenteth himself with the visit for the pilgrimage such gifts as can be had with ease. And whosoever cannot find, then a fast of three days while on the pilgrimage, and of seven when ye have returned ; that is, ten in all. That is for him whoso folk are not present at the Inviolable Place of Worship. Observe your duty to Allah, and know that Allah is severe in punishment.
और सिर्फ ख़ुदा ही के वास्ते हज और उमरा को पूरा करो अगर तुम बीमारी वगैरह की वजह से मजबूर हो जाओ तो फिर जैसी क़ुरबानी मयस्सर आये और जब तक कुरबानी अपनी जगह पर न पहुँच जाये अपने सर न मुँडवाओ फिर जब तुम में से कोई बीमार हो या उसके सर में कोई तकलीफ हो तो रोजे या खैरात या कुरबानी है पस जब मुतमइन रहों तो जो शख्स हज तमत्तो का उमरा करे तो उसको जो कुरबानी मयस्सर आये करनी होगी और जिस से कुरबानी ना मुमकिन हो तो तीन रोजे ज़माना ए हज में और सात रोजे ज़ब तुम वापस आओ ये पूरा दहाई है ये हुक्म उस शख्स के वास्ते है जिस के लड़के बाले मस्ज़िदुल हराम के बाशिन्दे न हो और ख़ुदा से डरो और समझ लो कि ख़ुदा बड़ा सख्त अज़ाब वाला है
Only on occasions of certain common festivals or certain village crises like epidemics or quarrels with other villagers, or the visits of a roving sanyasi or on the performance of folk operas, dances or other entertainment programmes, were there occasions for the various castes participating in the same activities.
केवल कुछ समान उत्सव अथवा महामारी या दूसरे ग्रामों से तकरार जैसे कतिपय ग्राम स्तरीय संकट अथवा किसी परिव्राजक के आगमन पर, अथवा नाट्य नृत्य या अन्य मनोरंजन के कार्यक्रम इत्यादि कुछ ऐसे अवसर थे जिनमें विभिन्न जातियां एक समान कार्यक्रम में सहभागी होती थीं ।
The bow - song artists put into their programmes so much life and enthusiasm that the simple village folk who constitute the audience abandon themselves in their enjoyment.
धनुषवाद्य के कलाकार अपनी फनकारी में कुछ ऐसी संजीवनी और संवेदना उंडेलता हैं कि श्रोता समुदाय के सीधे - सादे ग्रामीणजन आनंदातिरेक से सुधबुध खो बैठते हैं ।
While caring for both the classical and folk traditions, he respected the inviolable sanctity of neither and freely took from each what suited his purpose.
शास्त्रीय और लौकिक परंपराओं के प्रति आदर जताते हुए और दोनों ही अलंघ्य मर्यादा के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए अपने उद्देश्य की पूर्ति में जो आवश्यक था - - दोनों से ग्रहण किया ।