निरर्थक
बेतुका
असंगत
हास्यास्पद
विसंगति
बेढंगा
निरर्थक/बेतुका
मूर्ख/बुद्धिरूद्ध
बेहूदा
Cockeyed
Derisory
Idiotic
Laughable
” It may well be that this man is absurd. But he is not so absurd as the king, the conceited man, the businessman, and the tippler. ”
हो सकता है कि यह आदमी बेतुका है, फिर भी यह राजा, घमंडी व्यापारी तथा शराबी की तुलना में कम बेतुका है ।
” It may well be that this man is absurd. But he is not so absurd as the king, the conceited man, the businessman, and the tippler. ”
हो सकता है कि यह आदमी बेतुका है, फिर भी यह राजा, घमंडी व्यापारी तथा शराबी की तुलना में कम बेतुका है ।
This is so absurd that we may just as well start privatising the Prime Minister ' s Office or the ministries of home, defence and finance.
यह इस कदर बेतुकी बात है कि कल हम प्रधानमंत्री पद या गृह, रक्षा और वित्त मंत्रालयों के निजीकरण सरीखे काम की शुरुआत भी कर सकते हैं.
Before I could answer such an absurd accusation, a crowd gathered.
इससे पहले कि मैं इस विचित्र इल्ज़ाम का जवाब देता, वहॉँ एक भीड़ जमा हो गयी ।
The bronzeback tree snake, which very rarely bites and is, of course, not venomous, is associated, with another absurd belief: that after biting someone, it climbs a high tree Friends and relatives always seem to have fantastic stories to tell about snakes.
कांसे जैसी पीठ वाला पेड़ पर रहने वाला सांप जो कभी मुश्किल से ही काटता है और जहरीला नहीं होता एक दूसरी प्रकर की कहानी से जुड़ा है ।
Tagore loved to pratde with children and he had a sense of the absurd and the fantastic which was an unfailing source of delight and wonder to die young for whom he wrote a large number of nursery and nonsense rhymes as well as fan tasiesin prose.
और इनमें भी ज्यादातर आजकल की युवतियों के प्यार को चिढ़ाने वाले रवीन्द्रनाथ को बच्चों से बकबक करना अच्छा लगता था. उनके अंदर एक बेतुके और कल्पनाशील का दिमाग था जो बच्चों के लिए अजूबा और खुशी से भरा था और उन्हीं के लिए रवीन्द्रनाथ ने कई छोटी और बेतुकी कविताएं लिखीं थी और साथ ही, गद्य में कई काल्पनिक कहानियां.
The play is a rollicking satire on the self - complacent, self - righteous and unchanging obstinacies of Hindu society and is one long unsparing mockery of its absurd orthodoxies.
यह नाटक हिंदू - समाज की आत्म - मुग्धता, आत्मशंसा और अपरिवर्तनशील हठधर्मिता पर जीवंत व्यंग्य है और इसमें इसकी रूढ़िवादिता पर सुदीर्घ और निर्मम उपहास किया गया है.
Why are you still writing those absurd verbal gimmicks, although I have constantly forbidden you to do so ?
मेरे मना करने के बावजूद ऐसी बकवास कविता क्यों लिखते रहते हो ?
People walking into each otherwhat an absurd illusion!
एक दूसरे के अंदर घुसने वाले लोग - कितना बेतुका भ्रम!
Ray ' s irony is always telling but his sense of humour always lacked his father ' s genius for the delectable mix of fun and nonsense, the absurd, the sardonic, the satirical.
राय का व्यंग्य हमेशा प्रभावकारी होता है लेकिन उनकी विनोदप्रियता में उनके पिता की उस प्रतिभा का अभाव दिखता है जिसमें वे मौज मस्ती और मूर्खता, असंगत, सटुता और विद्रूप का आनंददायी मिश्रण तैयार कर दिया करते थे ।