विवाहित
विवाह कराना
विवाह करना
बुध
ब्याह करना
So it is, and We will wed them to lovely companions.
ऐसा ही होगा और हम बड़ी बड़ी ऑंखों वाली हूरों से उनके जोड़े लगा देंगे
And whoever of you have not the means wherewith to wed free, believing women, they may wed believing girls from among those whom your right hands possess, and Allah has full knowledge about your Faith, you are one from another. wed them with the permission of their own folk and give them their Mahr according to what is reasonable ; they should be chaste, not adulterous, nor taking boy - friends. And after they have been taken in wedlock, if they commit illegal sexual intercourse, their punishment is half that for free women. This is for him among you who is afraid of being harmed in his religion or in his body ; but it is better for you that you practise self - restraint, and Allah is Oft - Forgiving, Most Merciful.
और तुममें से जिस किसी की इतनी सामर्थ्य न हो कि पाकदामन, स्वतंत्र, ईमानवाली स्त्रियों से विवाह कर सके, तो तुम्हारी वे ईमानवाली जवान लौडियाँ ही सही जो तुम्हारे क़ब्ज़े में हो । और अल्लाह तुम्हारे ईमान को भली - भाँति जानता है । तुम सब आपस में एक ही हो, तो उनके मालिकों की अनुमति से तुम उनसे विवाह कर लो और सामान्य नियम के अनुसार उन्हें उनका हक़ भी दो । वे पाकदामनी की सुरक्षा करनेवाली हों, स्वच्छन्द काम - तृप्ति न करनेवाली हों और न वे चोरी - छिपे ग़ैरो से प्रेम करनेवाली हों । फिर जब वे विवाहिता बना ली जाएँ और उसके पश्चात कोई अश्लील कर्म कर बैठें, तो जो दंड सम्मानित स्त्रियों के लिए है, उसका आधा उनके लिए होगा । यह तुममें से उस व्यक्ति के लिए है, जिसे ख़राबी में पड़ जाने का भय हो, और यह कि तुम धैर्य से काम लो तो यह तुम्हारे लिए अधिक अच्छा है । निस्संदेह अल्लाह बहुत क्षमाशील, दयावान है
Do not wed idolatresses, until they believe. A believing slavegirl is better than a idolatress, even if she pleases you. And do not wed idolaters, until they believe. A believing slave is better than a idolater, even though he pleases you. Those call to the Fire ; but Allah calls to Paradise and pardon by His permission. He makes plain His verses to the people, in order that they will remember.
और तुम मुशरिक औरतों से जब तक ईमान न लाएँ निकाह न करो क्योंकि मुशरिका औरत तुम्हें अपने हुस्नो जमाल में कैसी ही अच्छी क्यों न मालूम हो मगर फिर भी ईमानदार औरत उस से ज़रुर अच्छी है और मुशरेकीन जब तक ईमान न लाएँ अपनी औरतें उन के निकाह में न दो और मुशरिक तुम्हे कैसा ही अच्छा क्यो न मालूम हो मगर फिर भी ईमानदार औरत उस से ज़रुर अच्छी है और मुशरेकीन जब तक ईमान न लाएँ अपनी औरतें उन के निकाह में न दो और मुशरिक तुम्हें क्या ही अच्छा क्यों न मालूम हो मगर फिर भी बन्दा मोमिन उनसे ज़रुर अच्छा है ये लोगों को दोज़ख़ की तरफ बुलाते हैं और ख़ुदा अपनी इनायत से बेहिश्त और बख़्शिस की तरफ बुलाता है और अपने एहकाम लोगों से साफ साफ बयान करता है ताकि ये लोग चेते
And whosoever of you has not ampleness of means that he may wed free believing women, let him wed such of the believing bondswomen as the right hands of you people own. And Allah noweth well your belief, ye are one from the other. O Ye may wed them then, with the leave of their owners, and give them their dowers reputably as properly wedded women, not as fornicateresses, nor as those taking to themselves secret paramours. And when they have been wedded, if they commit an indecency, on them the punishment shall be a moiety of that for free wedded women. This is for him among you, who dreameth perdition ; and that ye should abstain is better for you, and Allah is Forgiving, Merciful.
और तुममें से जिस किसी की इतनी सामर्थ्य न हो कि पाकदामन, स्वतंत्र, ईमानवाली स्त्रियों से विवाह कर सके, तो तुम्हारी वे ईमानवाली जवान लौडियाँ ही सही जो तुम्हारे क़ब्ज़े में हो । और अल्लाह तुम्हारे ईमान को भली - भाँति जानता है । तुम सब आपस में एक ही हो, तो उनके मालिकों की अनुमति से तुम उनसे विवाह कर लो और सामान्य नियम के अनुसार उन्हें उनका हक़ भी दो । वे पाकदामनी की सुरक्षा करनेवाली हों, स्वच्छन्द काम - तृप्ति न करनेवाली हों और न वे चोरी - छिपे ग़ैरो से प्रेम करनेवाली हों । फिर जब वे विवाहिता बना ली जाएँ और उसके पश्चात कोई अश्लील कर्म कर बैठें, तो जो दंड सम्मानित स्त्रियों के लिए है, उसका आधा उनके लिए होगा । यह तुममें से उस व्यक्ति के लिए है, जिसे ख़राबी में पड़ जाने का भय हो, और यह कि तुम धैर्य से काम लो तो यह तुम्हारे लिए अधिक अच्छा है । निस्संदेह अल्लाह बहुत क्षमाशील, दयावान है
If any of you have not the means wherewith to wed free believing women, they may wed believing girls from among those whom your right hands possess: And Allah hath full knowledge about your faith. Ye are one from another: wed them with the leave of their owners, and give them their dowers, according to what is reasonable: They should be chaste, not lustful, nor taking paramours: when they are taken in wedlock, if they fall into shame, their punishment is half that for free women. This is for those among you who fear sin ; but it is better for you that ye practise self - restraint. And Allah is Oft - forgiving, Most Merciful.
और तुममें से जो शख्स आज़ाद इफ्फ़तदार औरतों से निकाह करने की माली हैसियत से क़ुदरत न रखता हो तो वह तुम्हारी उन मोमिना लौन्डियों से जो तुम्हारे कब्ज़े में हैं निकाह कर सकता है और ख़ुदा तुम्हारे ईमान से ख़ूब वाक़िफ़ है तुममें एक दूसरे का हमजिन्स है पस उनके मालिकों की इजाज़त से लौन्डियों से निकाह करो और उनका मेहर हुस्ने सुलूक से दे दो मगर उन्हीं से निकाह करो जो इफ्फ़त के साथ तुम्हारी पाबन्द रहें न तो खुले आम ज़िना करना चाहें और न चोरी छिपे से आशनाई फिर जब तुम्हारी पाबन्द हो चुकी उसके बाद कोई बदकारी करे तो जो सज़ा आज़ाद बीवियों को दी जाती है उसकी आधी लौन्डियों को दी जाएगी से निकाह कर भी सकता है तो वह शख्स जिसको ज़िना में मुब्तिला हो जाने का ख़ौफ़ हो और सब्र करे तो तुम्हारे हक़ में ज्यादा बेहतर है और ख़ुदा बख्शने वाला मेहरबान है
And whosoever of you has not ampleness of means that he may wed free believing women, let him wed such of the believing bondswomen as the right hands of you people own. And Allah noweth well your belief, ye are one from the other. O Ye may wed them then, with the leave of their owners, and give them their dowers reputably as properly wedded women, not as fornicateresses, nor as those taking to themselves secret paramours. And when they have been wedded, if they commit an indecency, on them the punishment shall be a moiety of that for free wedded women. This is for him among you, who dreameth perdition ; and that ye should abstain is better for you, and Allah is Forgiving, Merciful.
और तुममें से जिस किसी की इतनी सामर्थ्य न हो कि पाकदामन, स्वतंत्र, ईमानवाली स्त्रियों से विवाह कर सके, तो तुम्हारी वे ईमानवाली जवान लौडियाँ ही सही जो तुम्हारे क़ब्ज़े में हो । और अल्लाह तुम्हारे ईमान को भली - भाँति जानता है । तुम सब आपस में एक ही हो, तो उनके मालिकों की अनुमति से तुम उनसे विवाह कर लो और सामान्य नियम के अनुसार उन्हें उनका हक़ भी दो । वे पाकदामनी की सुरक्षा करनेवाली हों, स्वच्छन्द काम - तृप्ति न करनेवाली हों और न वे चोरी - छिपे ग़ैरो से प्रेम करनेवाली हों । फिर जब वे विवाहिता बना ली जाएँ और उसके पश्चात कोई अश्लील कर्म कर बैठें, तो जो दंड सम्मानित स्त्रियों के लिए है, उसका आधा उनके लिए होगा । यह तुममें से उस व्यक्ति के लिए है, जिसे ख़राबी में पड़ जाने का भय हो, और यह कि तुम धैर्य से काम लो तो यह तुम्हारे लिए अधिक अच्छा है । निस्संदेह अल्लाह बहुत क्षमाशील, दयावान है
Here king Humayoun was taking shelter with his newly wed queen Bano Begam.
यहां बादशाह हुमायुं अपनी हाल की विवाहिता बेगम हमीदा बानो बेगम के साथ शरण लिये हुए थे ।
If any of you have not the means wherewith to wed free believing women, they may wed believing girls from among those whom your right hands possess: And Allah hath full knowledge about your faith. Ye are one from another: wed them with the leave of their owners, and give them their dowers, according to what is reasonable: They should be chaste, not lustful, nor taking paramours: when they are taken in wedlock, if they fall into shame, their punishment is half that for free women. This is for those among you who fear sin ; but it is better for you that ye practise self - restraint. And Allah is Oft - forgiving, Most Merciful.
और तुममें से जो शख्स आज़ाद इफ्फ़तदार औरतों से निकाह करने की माली हैसियत से क़ुदरत न रखता हो तो वह तुम्हारी उन मोमिना लौन्डियों से जो तुम्हारे कब्ज़े में हैं निकाह कर सकता है और ख़ुदा तुम्हारे ईमान से ख़ूब वाक़िफ़ है तुममें एक दूसरे का हमजिन्स है पस उनके मालिकों की इजाज़त से लौन्डियों से निकाह करो और उनका मेहर हुस्ने सुलूक से दे दो मगर उन्हीं से निकाह करो जो इफ्फ़त के साथ तुम्हारी पाबन्द रहें न तो खुले आम ज़िना करना चाहें और न चोरी छिपे से आशनाई फिर जब तुम्हारी पाबन्द हो चुकी उसके बाद कोई बदकारी करे तो जो सज़ा आज़ाद बीवियों को दी जाती है उसकी आधी लौन्डियों को दी जाएगी से निकाह कर भी सकता है तो वह शख्स जिसको ज़िना में मुब्तिला हो जाने का ख़ौफ़ हो और सब्र करे तो तुम्हारे हक़ में ज्यादा बेहतर है और ख़ुदा बख्शने वाला मेहरबान है
Do not wed idolatresses, until they believe. A believing slavegirl is better than a idolatress, even if she pleases you. And do not wed idolaters, until they believe. A believing slave is better than a idolater, even though he pleases you. Those call to the Fire ; but Allah calls to Paradise and pardon by His permission. He makes plain His verses to the people, in order that they will remember.
और मुशरिक स्त्रियों से विवाह न करो जब तक कि वे ईमान न लाएँ । एक ईमानदारी बांदी, मुशरिक स्त्री से कहीं उत्तम है ; चाहे वह तुम्हें कितनी ही अच्छी क्यों न लगे । और न मुशरिक पुरुषों से विवाह करो, जब तक कि वे ईमान न लाएँ । एक ईमानवाला गुलाम आज़ाद मुशरिक से कहीं उत्तम है, चाहे वह तुम्हें कितना ही अच्छा क्यों न लगे । ऐसे लोग आग की ओर बुलाते है और अल्लाह अपनी अनुज्ञा से जन्नत और क्षमा की ओर बुलाता है । और वह अपनी आयतें लोगों के सामने खोल - खोलकर बयान करता है, ताकि वे चेतें
Do not wed idolatresses, until they believe. A believing slavegirl is better than a idolatress, even if she pleases you. And do not wed idolaters, until they believe. A believing slave is better than a idolater, even though he pleases you. Those call to the Fire ; but Allah calls to Paradise and pardon by His permission. He makes plain His verses to the people, in order that they will remember.
और तुम मुशरिक औरतों से जब तक ईमान न लाएँ निकाह न करो क्योंकि मुशरिका औरत तुम्हें अपने हुस्नो जमाल में कैसी ही अच्छी क्यों न मालूम हो मगर फिर भी ईमानदार औरत उस से ज़रुर अच्छी है और मुशरेकीन जब तक ईमान न लाएँ अपनी औरतें उन के निकाह में न दो और मुशरिक तुम्हे कैसा ही अच्छा क्यो न मालूम हो मगर फिर भी ईमानदार औरत उस से ज़रुर अच्छी है और मुशरेकीन जब तक ईमान न लाएँ अपनी औरतें उन के निकाह में न दो और मुशरिक तुम्हें क्या ही अच्छा क्यों न मालूम हो मगर फिर भी बन्दा मोमिन उनसे ज़रुर अच्छा है ये लोगों को दोज़ख़ की तरफ बुलाते हैं और ख़ुदा अपनी इनायत से बेहिश्त और बख़्शिस की तरफ बुलाता है और अपने एहकाम लोगों से साफ साफ बयान करता है ताकि ये लोग चेते