दण्ड देना
धावा बोलना
सजा देना
दन्डित करना
प्रबल आघात करना
जोर से घूँसे लगाना
Penalise
They say:" What is in the wombs of such and such cattle is specially reserved for our men, and forbidden to our women ; but if it is still - born, then all have share therein. For their attribution, He will soon punish them: for He is full of wisdom and knowledge.
और वे कहते है," जो कुछ इन जानवरों के पेट में है वह बिल्कुल हमारे पुरुषों ही के लिए है और वह हमारी पत्नियों के लिए वर्जित है । परन्तु यदि वह मुर्दा हो, तो वे सब उसमें शरीक है ।" शीघ्र ही वह उन्हें उनके ऐसा कहने का बदला देगा । निस्संदेह वह तत्वदर्शी, सर्वज्ञ है
All this happened in order that Allah may recompense the truthful for their truth, and may punish the hypocrites if He would, or relent toward them. Verily Allah is ever Forgiving, Merciful.
ये इम्तेहान इसलिए था ताकि खुद सच्चे को उनकी सच्चाई की जज़ाए ख़ैर दे और अगर चाहे तो मुनाफेक़ीन की सज़ा करे या खुदा उनकी तौबा कुबूल फरमाए इसमें शक नहीं कि खुदा बड़ा बख्शने वाला मेहरबान है
Allah does not impose upon any soul a duty but to the extent of its ability ; for it is what it has earned and upon it what it has wrought: Our Lord! do not punish us if we forget or make a mistake ; Our Lord! do not lay on us a burden as Thou didst lay on those before us, Our Lord do not impose upon us that which we have not the strength to bear ; and pardon us and grant us protection and have mercy on us, Thou art our Patron, so help us against the unbelieving people.
अल्लाह किसी जीव पर बस उसकी सामर्थ्य और समाई के अनुसार ही दायित्व का भार डालता है । उसका है जो उसने कमाया और उसी पर उसका वबाल भी है जो उसने किया ।" हमारे रब! यदि हम भूलें या चूक जाएँ तो हमें न पकड़ना । हमारे रब! और हम पर ऐसा बोझ न डाल जैसा तूने हमसे पहले के लोगों पर डाला था । हमारे रब! और हमसे वह बोझ न उठवा, जिसकी हमें शक्ति नहीं । और हमें क्षमा कर और हमें ढाँक ले, और हमपर दया कर । तू ही हमारा संरक्षक है, अतएव इनकार करनेवालों के मुक़ाबले में हमारी सहायता कर ।"
Make ye no excuses: ye have rejected Faith after ye had accepted it. If We pardon some of you, We will punish others amongst you, for that they are in sin.
" बहाने न बनाओ, तुमने अपने ईमान के पश्चात इनकार किया । यदि हम तुम्हारे कुछ लोगों को क्षमा भी कर दें तो भी कुछ लोगों को यातना देकर ही रहेंगे, क्योंकि वे अपराधी हैं ।"
He who follows the Right Way shall do so to his own advantage ; and he who strays shall incur his own loss. No one shall bear another ' s burden. And never do We punish any people until We send a Messenger.
जो कोई सीधा मार्ग अपनाए तो उसने अपने ही लिए सीधा मार्ग अपनाया और जो पथभ्रष्टो हुआ, तो वह अपने ही बुरे के लिए भटका । और कोई भी बोझ उठानेवाला किसी दूसरे का बोझ नहीं उठाएगा । और हम लोगों को यातना नहीं देते जब तक कोई रसूल न भेज दें
The Jews and the Christians say, “ We are the children of God, and His beloved. ” Say, “ Why then does He punish you for your sins ? ” In fact, you are humans from among those He created. He forgives whom He wills, and He punishes whom He wills. To God belongs the dominion of the heavens and the earth and what lies between them, and to Him is the return.
और नसरानी और यहूदी तो कहते हैं कि हम ही ख़ुदा के बेटे और उसके चहेते हैं उनसे तुम कह दो तो फिर तुम्हें तुम्हारे गुनाहों की सज़ा क्यों देता है बल्कि तुम भी उसकी मख़लूक़ात से एक बशर हो ख़ुदा जिसे चाहेगा बख़ देगा और जिसको चाहेगा सज़ा देगा आसमान और ज़मीन और जो कुछ उन दोनों के दरमियान में है सब ख़ुदा ही का मुल्क है और सबको उसी की तरफ़ लौट कर जाना है
there is not a town but We shall destroy or sternly punish it before the Day of Judgement. That is recorded in the Book.
कोई भी बस्ती ऐसी नहीं जिसे हम क़ियामत के दिन से पहले विनष्टअ न कर दें या उसे कठोर यातना न दे । यह बात किताब में लिखी जा चुकी है
Why should God not punish them when they hinder people from entering the sacred mosque ? They are not its true patrons. Only the righteous ones are its patrons, but most of the pagans do not know.
किन्तु अब क्या है उनके पास कि अल्लाह उन्हें यातना न दे, जबकि वे ' मस्जिदे हराम ' से रोकते है, हालाँकि वे उसके कोई व्यवस्थापक नहीं ? उसके व्यवस्थापक तो केवल डर रखनेवाले ही है, परन्तु उनके अधिकतर लोग जानते नहीं
And recall when a party of them said: ' Why do you admonish a people whom Allah is about to destroy or punish severely ? ' They said: ' We admonish them in order to be able to offer an excuse before Your Lord, and in the hope that they will guard against disobedience. '
और जब उनमें से एक जमाअत ने कहा कि जिन्हें ख़ुदा हलाक़ करना या सख्त अज़ाब में मुब्तिला करना चाहता है उन्हें क्यो नसीहत करते हो तो वह कहने लगे कि फक़त तुम्हारे परवरदिगार में इल्ज़ाम से बचाने के लिए यायद इसलिए कि ये लोग परहेज़गारी एख्तियार करें
Everyone is guarded and protected on all sides by the order of God. God does not change the condition of a nation unless it changes what is in its heart. When God wants to punish a people, there is no way to escape from it and no one besides God will protect them from it.
सब बराबर हैं उस अकेले के लिए उसके आगे उसके पीछे उसके निगेहबान मुक़र्रर हैं कि उसको हुक्म ख़ुदा से हिफाज़त करते हैं जो किसी क़ौम को हासिल हो बेशक वह लोग खुद अपनी नफ्सानी हालत में तग्य्युर न डालें ख़ुदा हरगिज़ तग्य्युर नहीं डाला करता और जब ख़ुदा किसी क़ौम पर बुराई का इरादा करता है तो फिर उसका कोई टालने वाला नहीं और न उसका उसके सिवा कोई वाली और है