आदेश देना
नियुक्त करना
निश्चय करना
आज्ञा देना
विधिवत् पादरी बनाना
अभिषेक करना
Ordinate
And ordain for us what is good in this world and in the World to Come for to You have we turned. ' He replied: ' I afflict whomsoever I wish with My chastisement. As for My mercy, it encompasses everything. will show mercy to those who abstain from evil, pay Zakat and have faith in Our signs. '
और तू ही इस दुनिया और आख़िरत में हमारे वास्ते भलाई के लिए लिख ले हम तेरी ही तरफ रूझू करते हैं ख़ुदा ने फरमाया जिसको मैं चाहता हूँ अपना अज़ाब पहुँचा देता हूँ और मेरी रहमत हर चीज़ पर छाई हैं मै तो उसे बहुत जल्द ख़ास उन लोगों के लिए लिख दूँगा बचते रहेंगे और ज़कात दिया करेंगे और जो हमारी बातों पर ईमान रखा करेंगें
And ordain for us what is good in this world and in the World to Come for to You have we turned. ' He replied: ' I afflict whomsoever I wish with My chastisement. As for My mercy, it encompasses everything. will show mercy to those who abstain from evil, pay Zakat and have faith in Our signs. '
" और हमारे लिए इस संसार में भलाई लिख दे और आख़िरत में भी । हम तेरी ही ओर उन्मुख हुए ।" उसने कहा," अपनी यातना में मैं तो उसी को ग्रस्त करता हूँ, जिसे चाहता हूँ, किन्तु मेरी दयालुता से हर चीज़ आच्छादित है । उसे तो मैं उन लोगों के हक़ में लिखूँगा जो डर रखते और ज़कात देते है और जो हमारी आयतों पर ईमान लाते है
And ordain for us good in this world, and in the Hereafter. Certainly we have turned unto You." He said: My Punishment I afflict therewith whom I will and My Mercy embraces all things. That I shall ordain for those who are the Muttaqun, and give Zakat ; and those who believe in Our Ayat ;
और तू ही इस दुनिया और आख़िरत में हमारे वास्ते भलाई के लिए लिख ले हम तेरी ही तरफ रूझू करते हैं ख़ुदा ने फरमाया जिसको मैं चाहता हूँ अपना अज़ाब पहुँचा देता हूँ और मेरी रहमत हर चीज़ पर छाई हैं मै तो उसे बहुत जल्द ख़ास उन लोगों के लिए लिख दूँगा बचते रहेंगे और ज़कात दिया करेंगे और जो हमारी बातों पर ईमान रखा करेंगें
" And ordain for us that which is good, in this life and in the Hereafter: for we have turned unto Thee." He said:" With My punishment I visit whom I will ; but My mercy extendeth to all things. That I shall ordain for those who do right, and practise regular charity, and those who believe in Our signs ; -
और तू ही इस दुनिया और आख़िरत में हमारे वास्ते भलाई के लिए लिख ले हम तेरी ही तरफ रूझू करते हैं ख़ुदा ने फरमाया जिसको मैं चाहता हूँ अपना अज़ाब पहुँचा देता हूँ और मेरी रहमत हर चीज़ पर छाई हैं मै तो उसे बहुत जल्द ख़ास उन लोगों के लिए लिख दूँगा बचते रहेंगे और ज़कात दिया करेंगे और जो हमारी बातों पर ईमान रखा करेंगें
And ordain for us good in this world ' s life and in the hereafter, for surely we turn to Thee. He said: My chastisement, I will afflict with it whom I please, and My mercy encompasses all things ; so I will ordain it for those who guard and pay the poor - rate, and those who believe in Our communications.
और तू ही इस दुनिया और आख़िरत में हमारे वास्ते भलाई के लिए लिख ले हम तेरी ही तरफ रूझू करते हैं ख़ुदा ने फरमाया जिसको मैं चाहता हूँ अपना अज़ाब पहुँचा देता हूँ और मेरी रहमत हर चीज़ पर छाई हैं मै तो उसे बहुत जल्द ख़ास उन लोगों के लिए लिख दूँगा बचते रहेंगे और ज़कात दिया करेंगे और जो हमारी बातों पर ईमान रखा करेंगें
Indeed We shall soon ordain a heavy responsibility upon you.
निश्चय ही हम तुमपर एक भारी बात डालनेवाले है
And We did not ordain abiding for any mortal before you. What! Then if you die, will they abide ?
और हमने तुमसे पहले भी किसी फ़र्दे बशर को सदा की ज़िन्दगी नहीं दी तो क्या अगर तुम मर जाओगे तो ये लोग हमेशा जिया ही करेंगे
" And ordain for us that which is good, in this life and in the Hereafter: for we have turned unto Thee." He said:" With My punishment I visit whom I will ; but My mercy extendeth to all things. That I shall ordain for those who do right, and practise regular charity, and those who believe in Our signs ; -
" और हमारे लिए इस संसार में भलाई लिख दे और आख़िरत में भी । हम तेरी ही ओर उन्मुख हुए ।" उसने कहा," अपनी यातना में मैं तो उसी को ग्रस्त करता हूँ, जिसे चाहता हूँ, किन्तु मेरी दयालुता से हर चीज़ आच्छादित है । उसे तो मैं उन लोगों के हक़ में लिखूँगा जो डर रखते और ज़कात देते है और जो हमारी आयतों पर ईमान लाते है
If any of your women are guilty of lewdness, Take the evidence of four witnesses from amongst you against them ; and if they testify, confine them to houses until death do claim them, or Allah ordain for them some way.
और तुम्हारी स्त्रियों में से जो व्यभिचार कर बैठे, उनपर अपने में से चार आदमियों की गवाही लो, फिर यदि वे गवाही दे दें तो उन्हें घरों में बन्द रखो, यहाँ तक कि उनकी मृत्यु आ जाए या अल्लाह उनके लिए कोई रास्ता निकाल दे
Did I not ordain for you, O Children of Adam, that you should not worship Shaitan. Verily, he is a plain enemy to you.
ऐ आदम की औलाद क्या मैंने तुम्हारे पास ये हुक्म नहीं भेजा था कि शैतान की परसतिश न करना वह यक़ीनी तुम्हारा खुल्लम खुल्ला दुश्मन है