भीतर की ओर
मन ही मन
अंदर की ओर
In
Gandhi believed that his fasts were undertaken to purify himself and to help others to turn the searchlight inwards.
गांधी जी का विश्वास था कि उनके व्रत स्वयं का शुद्धिकरण करने और दूसरों को आत्म - मंथन में सहायता पहुंचाने के लिए होते थे ।
The horns are short, flat and turning backwards, upwards and curling inwards in a spiral form.
कुछ उभरा हुआ माथा, छोटे, चपटे, और पीछे की ओर मुड़े सींग जो ऊपर जाकर भीतर की ओर वक्र हो सर्पिल हो जाते हैं.
An act of turning inwards.
अन्दर की ओर मोडने की क्रिया
They feed from the edge of the leaf inwards up to the midrib and very soon they leave nothing of the plant but bare stalks.
ये पत्तों को किनारे से खाना शुरू करते हैं और शीघ्र ही पौधे में डंठल के सिवा कुछ भी नहीं बचता है ।
A broad part of seashore where the land curves inwards.
समुद्र के किनारे का चौड़ा हिस्सा जहॉं ज़मीन अन्दर की तरफ मुड़ती है ।
The horns are thick, curving outwards and upwards then inwards and backwards.
सींग मोटे, ऊपर तथा बाहर की तरफ मुड़कर तब भीतर और पीछे की तरफ मुड़े होते हैं.
The horns are short, flat and turning backwards, upwards and curling inwards in a spiral form.
कुछ उभरा हुआ माथा, छोटे, चपटे, और पीछे की ओर मुड़े सींग जो ऊपर जाकर भीतर की ओर वक्र हो सर्पिल हो जाते हैं ।
Your education should make you reflect inwards and help you engage with the world better.
आपकी शिक्षा से आपको आत्मचिंतन करने की क्षमता तथा दुनिया के साथ जुड़ने में मदद मिलनी चाहिए ।
Instead of looking up to the West, we should turn the search - light inwards.
नजर हमारी पश्चिम की ओर न जाय, बल्कि अपने अन्दर जाय ।
The death of Adikaya raises in Ravana ' s mind intensely contradictory emotions: Sobs raise his head, shame tilts its down, pity for the dead rouses his valour, surging rage and grief afflict the mind of Ravana, who stands, with tears gushing from his eyes, like the ocean, with its waves supporting one another, advancing farther and farther towards the shore then retreating farther and farther inwards.
आदिकाय की मृत्यु से रावण के मन में परस्पर विरोधी भावनाएँ उत्पन्न होती हैं हिचकियाँ उसके सिर को ऊँचा करती हैं, शर्म उसे नीचे झुकाती है, मृतकों के प्रति करुणा उसकी वीरता को जगाती है, क्रोधावेग और दुःख रावण के मन को ग्रस्त कर लेते हैं, जो खड़ा होता है, आँखों में आँसू बहाते हुए, उस समुद्र के समान जिसकी एक दूसरे से मिलती हुईं लहरें आगे - आगे बढ़ती जाती हैं किनारे की ओर, और फिर लौटती हैं पीछे - पीछे भीतर की तरफ ।