वैयक्तिक
वैयक्तीकृत
Individualize
Individualise
Depersonalize
Depersonalise
These AIs provide individualised support to its learners to facilitate the learning process.
ये अध्ययन केंद्र व्यक्तिगत सहायता के द्वारा अध्ययन प्रक्रिया को सरल बना देते हैं ।
His understanding of the clerk Paresh Babu is as complete, and as fully derived from literary models as the characters of the trilogy, though not nearly as individualised.
क्लर्क परेश बाबू की उनकी समझ इतनी पूर्ण और साहित्यिक रुढ़ चरित्रों में से इतनी पूर्णता के साथ बनी है जितनी कि त्रयी के चरित्रों के बारे में ।
It is a relation which the many - souled Purusha has set up between individualised minds and bodies, a relation of self - defence and mutual exclusion and aggression in order to have among all the dependences of things in the world upon each other a possibility of independent mental and physical experience.
यह एक सम्बन्ध है जिसे अनेक जीवों का रूप धारण करनेवाले पुरुष ने व्यष्टिभावापन्न मनों और शरीरों के बीच स्थापित किया है, यह आत्म - रक्षण और पारस्परिक वर्जन तथा आक्रमण का सम्बन्ध है जिसका उद्देश्य यह है कि इस जगत् में वस्तुओं की सब प्रकार की पारस्परिक निर्भरता के बीच एक स्वतन्त्र मानसिक और भौतिक अनुभव प्राप्त किया जा सके ।
The soul in the lower mind on the contrary gives it, as we have seen, three varying values of pain, pleasure and neutral indifference, which tone by gradations of less and more into each The Way of Equality 717 other, and this gradation depends on the power of the individualised consciousness to meet, sense, assimilate, equate, master all that comes in on it from all of the greater self which it has by separative individualisation put outside of it and made as if not - self to its experience.
इसके विपरीत, जैसा कि हम देख चुके हैं, निम्नत मन में अवस्थित पुरुष उस आनंद को दुःख, सुख और जड़ उदासीनता के तीन परिवर्तनशील मूल्य प्रदान करता है, जो अपनी कम अधिक मात्राओं के तारतम्य के द्वारा एक - दूसरे को अपना पुट दे देते हैं, और यह तारतम्य इस पर निर्भर करता है कि व्यक्ति भावापन्न चेतना ने अपने को पृथककारी वैयक्तिक रूप देकर जिस महत्तर सत्ता को अपने से बाहर कर रखा है तथा जिसे मानों अपने अनुभव के प्रति पर बना रखा है उस सारी सत्ता से अपने ऊपर आने वाले सभी आघातों का सामना करने, उन्हें जानने और पचाने तथा उनकी बराबरी करने एवं उन पर प्रभुत्व पाने के लिये उसमें कितनी शक्ति है ।
Equally, his consciousness is a mentality emerging in a body and in a sharply individualised life ; it is therefore limited in its workings and capacities and dependent on bodily organs of no great competence and on a very restricted vital force ; it is separated from the rest of cosmic mind and shut out from the thoughts of other mental beings whose inner workings are a sealed book to man ' s physical mind except in so far as he can read them by the analogy of his own mentality and by their insufficient bodily signs and self - expressions.
इसी प्रकार, उसकी चेतना एक मनःशक्ति है जो शरीर में तथा तीव्र रूप से व्यक्तिभावापन्न प्राण में प्रकट हो रही है ; अतएव, यह अपनी क्रियाओं और सामर्थ्यों में सीमित है तथा कोई विशेष क्षमता न रखनेवाले शारीरिक अंगों एवं अत्यन्त सीमाबद्ध प्राणिक शक्ति पर निर्भर करती है ; यह शेष सारी विराट् मनःशक्ति से पृथक् है तथा अन्य मनोमय प्राणियों के विचारों में भी इसे प्रवेश प्राप्त नहीं है, क्योंकि उनकी आन्तरिक क्रियाएं मनुष्य के स्थूल मन के लिये एक बन्द पुस्तक के समान हैं ; हां, यह बात अलग है कि अपने मन के साथ सादृश्य के द्वारा तथा उनके अपर्याप्त शारीरिक संकेतों एवं भावाभिव्यक्तियों के द्वारा वह इन क्रियाओं को कुछ हदतक पढ़ अवश्य सकता है ।
So long as the individualised consciousness asserts itselfso long as we are unable to dispense with mind as an organ of knowledgeit is vain to hope for the attainment of the Absolute Truth.
जब तक वैयक्तिक चेतना अपनी सता घोषित किए रहती है - जब तक हम बुद्धि को ज्ञान का अंग मानते रहे, तब तक परम सत्य की प्राप्ति की आशा वयर्थ है ।
The supermind contains all its knowledge in itself, is in its highest divine wisdom in eternal possession of all truth and even in its The Nature of the Supermind 789 lower, limited or individualised forms has only to bring the latent truth out of itself, the perception which the old thinkers tried to express when they said that all knowing was in its real origin and nature only a memory of inwardly existing knowledge.
अतिमानस अपना समस्त ज्ञान अपने ही अन्दर समाये हुए है, अपनी सर्वोच्च दिव्य प्रज्ञा के रूप में सम्पूर्ण सत्य को सनातन काल के धारण किये है और अपने निम्न, सीमित या व्यष्टिभावापन्न रूपों में भी उसे प्रसुप्त सत्य को अपने अन्दर से केवल बाहर लाना होता है, यह वही अनुभव है जिसे प्राचीन मनीषी अपने इस कथन में व्यक्त करने का यत्न करते थे कि समस्त ज्ञान - प्राप्ति अपने वास्तविक उद्गम और स्वरूप में अन्दर विद्यमान ज्ञान की स्मृतिमात्र है ।
It is possible to open completely this range and, when we do so, we find that its operation is that of the conscious life force individualised in us contacting the universal life force and its operations in things, happenings and persons.
इस स्तर को पूर्ण रूप से भी खोला जा सकता है और जब हम ऐसा करते हैं तो हमें पता चलता है कि इसकी क्रिया हमारे अन्दर की व्यक्तिभावापन्न सचेतन प्राण - शक्ति की ही एक क्रिया है जिसे वह तब करती है जब वह विराट् प्राणशक्ति के सम्पर्क में आ जाती है तथा वस्तुओं, घटनाओं और व्यक्तियों में होनेवाली उसकी क्रियाओं का भी स्पर्श प्राप्त करती है ।
But in this stage, while the mind is still subject to reactions of grief, trouble, an inferior joy and pleasure, there is an increased difficulty which does not act to the same extent in a more sharply individualised Yoga.
परन्तु इस अवस्था में जब कि मन अभी भी दुःख कष्ट, निम्न हर्ष और सुख की प्रतिक्रियाओं के अधीन होता है, पूर्णयोग के साधक के सामने एक बड़ी भारी कठिना उपस्थित होती है जो एक अधिक - तीव्रताः व्यक्तिप्रधान योग में उतना बड़ा प्रभाव नहीं दिखलाती ।
The exact treatment is individualised and depends on the patient’s age and the severity of attack, the extent of damage to the heart and the extent of blockage in the vessels.
वास्तविक उपचार व्यक्ति विशेष के हिसाब से होता है तथा मरीज़ की आयु, हृदयाघात कीगंभीरता, हृदय को पहुंचे नुकसान एवं धमनियों में रुकावट की स्थिति पर निर्भर करता है,