प्रोत्साहित करना
उपदेश देना
दबाव डालना
‘Did I not exhort you, O children of Adam, saying, “ Do not worship Satan. He is indeed your manifest enemy.
क्या मैंने तुम्हें ताकीद नहीं की थी, ऐ आदम के बेटो! कि शैतान की बन्दगी न करे । वास्तव में वह तुम्हारा खुला शत्रु है
And to be of those who believe and exhort one another to perseverance and exhort one another to pity.
फिर तो उन लोगों में हो जाता जो ईमान लाए और सब्र की नसीहत और तरस खाने की वसीयत करते रहे
And We inscribed for him in the Tablets all kinds of enlightenments, and decisive explanation of all things. “ Hold fast to them, and exhort your people to adopt the best of them. I will show you the fate of the sinners. ”
और हमने तख्तियों में मूसा के लिए हर तरह की नसीहत और हर चीज़ का तफसीलदार बयान लिख दिया था तो तुम उसे मज़बूती से तो और अपनी क़ौम को हुक्म दे दो कि उसमें की अच्छी बातों पर अमल करें और बहुत जल्द तुम्हें बदकिरदारों का घर दिखा दूँगा
except for those who believe and do good deeds and exhort one another to hold fast to the Truth, and who exhort one another to stead - fastness.
सिवाय उन लोगों के जो ईमान लाए और अच्छे कर्म किए और एक - दूसरे को हक़ की ताकीद की, और एक - दूसरे को धैर्य की ताकीद की
My exhorting will not benefit you, much as I may seek to exhort you, if Allah desires to consign you to perversity. He is your Lord, and to Him you shall be brought back. ’
अब जबकि अल्लाह ही ने तुम्हें विनष्ट करने का निश्चय कर लिया हो, तो यदि मैं तुम्हारा भला भी चाहूँ, तो मेरा भला चाहना तुम्हें कुछ भी लाभ नहीं पहुँचा सकता । वही तुम्हारा रब है और उसी की ओर तुम्हें पलटना भी है ।"
When ye have divorced women, and they have reached their term, then retain them in kindness or release them in kindness. Retain them not to their hurt so that ye transgress. He who doeth that hath wronged his soul. Make not the revelations of Allah a laughing - stock, but remember Allah ' s grace upon you and that which He hath revealed unto you of the Scripture and of wisdom, whereby He doth exhort you. Observe your duty to Allah and know that Allah is Aware of all things.
और जब तुम अपनी बीवियों को तलाक़ दो और उनकी मुद्दत पूरी होने को आए तो अच्छे उनवान से उन को रोक लो या हुस्ने सुलूक से बिल्कुल रुख़सत ही कर दो और उन्हें तकलीफ पहुँचाने के लिए न रोको ताकि ज्यादती करने लगो और जो ऐसा करेगा तो यक़ीनन अपने ही पर जुल्म करेगा और ख़ुदा के एहकाम को कुछ हँसी ठट्टा न समझो और ख़ुदा ने जो तुम्हें नेअमतें दी हैं उन्हें याद करो और जो किताब और अक्ल की बातें तुम पर नाज़िल की उनसे तुम्हारी नसीहत करता है और ख़ुदा से डरते रहो और समझ रखो कि ख़ुदा हर चीज़ को ज़रुर जानता है
Save those who believe and do good works, and exhort one another to truth and exhort one another to endurance.
मगर जो लोग ईमान लाए, और अच्छे काम करते रहे और आपस में हक़ का हुक्म और सब्र की वसीयत करते रहे
Say: I exhort you unto one thing only: that ye awake, for Allah ' s sake, by twos and singly, and then reflect: There is no madness in your comrade. He is naught else than a warner unto you in face of a terrific doom.
कहो," मैं तुम्हें बस एक बात की नसीहत करता हूँ कि अल्लाह के लिए दो - दो औऱ एक - एक करके उठ रखे हो ; फिर विचार करो । तुम्हारे साथी को कोई उन्माद नहीं है । वह तो एक कठोर यातना से पहले तुम्हें सचेत करनेवाला ही है ।"
And to be of those who believe and exhort one another to perseverance and exhort one another to pity.
फिर तो उन लोगों में हो जाता जो ईमान लाए और सब्र की नसीहत और तरस खाने की वसीयत करते रहे
Those who practice miserliness, and exhort others to miserliness ; and whoever turns away, then Allah is the Independent, the Most Praiseworthy.
जो ख़ुद भी बुख्ल करते हैं और दूसरे लोगों को भी बुख्ल करना सिखाते हैं और जो शख़्श रूगरदानी करे तो ख़ुदा भी बेपरवा सज़ावारे हम्दोसना है