खेद
दुःख
रंज
Letters MORE THAN HIS own failing health, what caused the greatest anxiety and unhappiness to Asaf Ali during his final and prolonged spell of imprisonment was his wife ' s striking out on a different, revolutionary path with all its hardships and risks.
आसफ अली अपने आखिर और लंबी अवधि के कारावास के समय आसफ को अपने बिगड़ते हुए स्वास्थ्य से भी अधिक चिंता और खिन्नता इस बात को लेकर थी कि उनकी पत्नी अरुणा एक भिन्न, एक क्रांतिकारी मार्ग पर उसकी सारी कठिनाईयों और खतरों को झेलती हुई आगे बढ़ रही थी ।
' THE LAST LETTER ' Sometimes the injustice, the unhappiness, the brutality of the world oppress us and darken our minds, and we see no way out.
दुनिया में बेइंसाफी, गम और हैवानियत देखकर कभी कभी हमें बेहद अफसोस होता है और हमारा मन भर जाता है, कोई रास्ता नहीं नजर आता ।
He gave up his family, wealth and position and went into the forest to find a way to conquer unhappiness.
घर - परिवार, धन - दौलत और राजसी ठाट - बाट को त्याग, वह वनों को चले गये ताकि दुख और कष्ट पर विजय पाने का उपाय ढूंढ़ सकें ।
Unhappiness is not knowing what we want and killing ourselves to get it.
हम क्या चाहते हैं, यह जाने बिना इसे पाने के लिये जी जान लगा देना ही दुःख का जनक है ।
But to try to escape in this way from the unhappiness of others, caring little what happens to them is no sign of courage or fellow - feeling.
लेकिन इस तरह दूसरों के रंजो - गम से कतराने की Zकोशिश करना और इस बात की Zफिक्र न करना कि दूसरों पर क़्या Zबीतती है, न तो हमारे साहस की निशानी है और न आपसी हमदर्दी की.
In some novels, Devapriya 1961 for example, the possibilities of overcoming this unhappiness are also explored.
कुछ उपन्यासों - उदाहरणार्थ, देवप्रिय 1961 में इस प्रकार की दुःखमय स्थिति पर विजय पाने की संभावनाओं की खोज भी मिलती है ।
He loved this country and its brave and disciplined people and was filled with unhappiness PILGRIM - AMBASSADOR as he watched their minds being steadily warped by a deliberately engineered hysteria of imperial ambition.
वे इस देश और इसके साहसी अनुशासनप्रिय लोगों को बहुत चाहते थे लेकिन उनके दिमाग को धीरे धीरे किसी साम्राज्य जैसी चाह के उन्माद से जानबूझ कर विकृत किए जाने वाले प्रयास को देखकर वे बहुत दुखी हुए ।
“ unhappiness is not knowing what we want and killing ourselves to get it. ” - D. Herold
“ हम क्या चाहते हैं, यह जाने बिना इसे पाने के लिये जी जान लगा देना ही दुःख का जनक है । ” - डी. हेराल्ड
In short, it appears that a decade of electoral calm, political stability and plentiful foreign investment has come to a halt and a new, more difficult era has begun for the AKP government. The moribund opposition parties may find their voice. The antiwar faction may feel emboldened. The secularists may be able to tap the wide unhappiness with the regime ' s efforts to corral citizens into becoming more virtuous.
संक्षेप में ऐसा प्रतीत होता है कि एक दशक की चुनावी शांति, राजनीतिक स्थिरता और पर्याप्त मात्रा में विदेशी निवेश में रुकावट आ गयी है और एकेपी सरकार के लिये नया संकट का दौर आरम्भ हो चुका है । किनारे लग चुके विपक्षी दलों को अपनी आवाज मिल गयी है । युद्ध विरोधी खेमा स्वयं को सशक्त अनुभव कर सकता है । सेक्युलरवादी नागरिकों को अधिक इस्लामवादी बनने के लिये विवश किये जाने के शासन के प्रयास से उत्पन्न असंतोष को अपने पक्ष में कर सकते हैं ।
Sometimes the injustice, the unhappiness, the brutality of the world oppress us and darken our minds, and we see no way out.
दुनिया में बेइंसाफी, गम और हैवानियत देखकर कभी कभी हमें बेहद अफसोस होता है और हमारा मन भर जाता है, कोई रास्ता नहीं नजर आता.