जड़
मन्द
आलसी
सुस्त
शिथिल
काम चोर
अनुघोगी
अस्कती
Faineant
Otiose
Slothful
Work-shy
The quick brown fox jumps over the lazy dog
सारे जहाँ से अच्छा हिंदोस्ताँ हमारा
Lazy people who shirk work and don ' t bother to clean their homes never prosper in life.
आलस लोग घर साफ नहीं रखते, काम से भी चुराते हैं, ऐसे लोग सफल नहीं होते ।
Had We wanted, We could have raised him to an exalted position but he clung to his earthly life and followed his own desires. Such person ' s bad habits are like those of a lazy dog who always has its tongue hanging out whether you chase it away or leave it alone. Such are the people who have called Our revelations mere lies., tell them such stories so that perhaps they will think.
और अगर हम चाहें तो हम उसे उन्हें आयतों की बदौलत बुलन्द मरतबा कर देते मगर वह तो ख़ुद ही पस्ती की तरफ झुक पड़ा और अपनी नफसानी ख्वाहिश का ताबेदार बन बैठा तो उसकी मसल है कि अगर उसको धुत्कार दो तो भी ज़बान निकाले रहे और उसको छोड़ दो तो भी ज़बान निकले रहे ये मसल उन लोगों की है जिन्होंने हमारी आयतों को झुठलाया तो ये क़िस्से उन लोगों से बयान कर दो ताकि ये लोग खुद भी ग़ौर करें
When he found out what had happened, he became very angry, for not only had the lazy hunter become a thief, but he had broken the traditions of the tribe.
जब उसे असलियत का पता चला तो वह बहुत नाराज हुआ, क्योंकि उस आलसी शिकारी ने एक तो चोरी की थी, दूसरे उसने कबीले की इतनी पुरानी रीति को भी तोड़ दिया था ।
And nothing prevents their contributions from being accepted from them except that they disbelieved in Allah and in His Messenger ; and that they came not to As - Salat except in a lazy state ; and that they offer not contributions but unwillingly.
उनके ख़र्च के स्वीकृत होने में इसके अतिरिक्त और कोई चीज़ बाधक नहीं कि उन्होंने अल्लाह औऱ उसके रसूल के साथ कुफ़्र किया । नमाज़ को आते है तो बस हारे जी आते है और ख़र्च करते है, तो अनिच्छापूर्वक ही
Little golden objects that set lazy men to idle dreaming.
ये छोटी - छोटी सुनहरी चीज़ें जो कामचोरों को सपनों में डुबा देती हैं ।
They told the lazy Dassie what they had done to teach him a lesson.
आलसी डैसी को उन्होंने बताया कि उन्होंने उसे सबक सिखाने के लिए क्या किया है ।
It was some lure of duty which drove me from that sweet corner with its inspiration for seemingly futile idling ; but today I discover that my basket while I was there was being daily filled with shy flowers of poems that thrive under the shade of lazy hours.
इसमें कुछ दायित्वपूर्ण प्रलोभन की प्रेरणा थी जो मुझे उस मधुर कोने से व्यर्थ एवं निष्क्रिया लगते रहने से खींच लाई थी, लेकिन मुझे आज यह पता चलता है कि जब में उन अलस घड़ियों की छांव में बैठा रहता था तब शर्मीली कविताओं के फूल उमड़ कर मेरी टोकरी भर रहे होते थे.
And nothing prevents their contributions from being accepted from them except that they disbelieved in Allah and in His Messenger ; and that they came not to As - Salat except in a lazy state ; and that they offer not contributions but unwillingly.
और उनकी ख़ैरात के क़ुबूल किए जाने में और कोई वजह मायने नहीं मगर यही कि उन लोगों ने ख़ुदा और उसके रसूल की नाफ़रमानी की और नमाज़ को आते भी हैं तो अलकसाए हुए और ख़ुदा की राह में खर्च करते भी हैं तो बे दिली से
The religious rites expected of a Virashaiva were simple: he should apply bhasma. or holy ashes on the forehead ; he should give up meat - eating and wine - drinking and become a perfect vegetarian ; he should always speak the truth and avoid stealing and killing ; he should not be greedy ; nor should he be lazy, because it is imperative that every person should take up a profession and work hard for his living ; he should avoid going to a temple or a holy place, because the body itself is the temple and the place where Shiva ' s men live is itself a holy place ; even if a person lacks time or resources to perform worship, that should not worry him, for what is of real importance is the faith he has in God.
वीरशैव मत में कोई जटिल कर्मकांड भी नहीं है: वीरशैव को अपने माथे पर पवित्र राख अर्थात् भस्म लगानी होती है ; उसे मांस मदिरा से परहेज करना अर्थात् पूर्ण शाकाहारी रहना होता है ; सत्य, अस्तेय चोरी न करना और अहिंसा का सतत आचरण जरूरी है, उसे आलस्यहीन होना चाहिए क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति को कोई न कोई धंधा अपनाकर कठोर मेहनत से अपना जीवन बसर करना चाहिए ; उसे मंदिर नहीं जाना चाहिए क्योंकि स्वयं शरीर ही मंदिर है तथा जहां शिवभक्त रहते हैं वहीं तीर्थ है ; यदि किसी के पास पूजा करने का समय और साधन न हो तो चिंता का विषय नहीं क्योंकि ईश्वर में उसकी आस्था महत्वपूर्ण है ।