डालना
पहुँचाना
दंड देना
It was not becoming of the people of Al - Madinah and the bedouins of the neighbourhood to remain behind Allah ' s Messenger and to prefer their own lives to his life. That is because they suffer neither thirst nor fatigue, nor hunger in the Cause of Allah, nor they take any step to raise the anger of disbelievers nor inflict any injury upon an enemy but is written to their credit as a deed of righteousness. Surely, Allah wastes not the reward of the Muhsinun
मदीनावालों और उसके आसपास के बद्दूहओं को ऐसा नहीं चाहिए था कि अल्लाह के रसूल को छोड़कर पीछे रह जाएँ और न यह कि उसकी जान के मुक़ाबले में उन्हें अपनी जान अधिक प्रिय हो, क्योंकि वह अल्लाह के मार्ग में प्यास या थकान या भूख की कोई भी तकलीफ़ उठाएँ या किसी ऐसी जगह क़दम रखें, जिससे काफ़िरों का क्रोध भड़के या जो चरका भी वे शत्रु को लगाएँ, उसपर उनके हक में अनिवार्यतः एक सुकर्म लिख लिया जाता है । निस्संदेह अल्लाह उत्तमकार का कर्मफल अकारथ नहीं जाने देता
I shall inflict on him hardship,
तो मैं अनक़रीब उस सख्त अज़ाब में मुब्तिला करूँगा
Anything used to inflict pain.
पीड़ा देने के लिए प्रयुक्त कोई वस्त़ु
And when your Lord proclaimed that He would surely send against them, until the Day of Resurrection, those who would inflict on them a terrible punishment. Indeed your Lord is swift in retribution, and indeed, He is all - forgiving, all - merciful.
जब तुम्हारे परवरदिगार ने पुकार पुकार के इसमें तो शक़ ही नहीं कि तुम्हारा परवरदिगार बहुत जल्द अज़ाब करने वाला है और इसमें भी शक़ नहीं कि वह बड़ा बख्शने वाला भी है
I will inflict a severe punishment on him or maybe even slaughter him unless he comes forth with a convincing reason."
मैं उसे कठोर दंड दूँगा या उसे ज़बह ही कर डालूँगा या फिर वह मेरे सामने कोई स्पष्ट ॥ कारण प्रस्तुत करे ।"
We shall inflict retribution on them, whether We take you away from the world,
तो अगर हम तुमको ले भी जाएँ तो भी हमको उनसे बदला लेना ज़रूरी है
If We give him a taste of Our favour after some distress he has known, he says:" It was my due. I cannot imagine the Hour will come. And even if I go back to my Lord, there will surely still be the best for me with Him." We shall tell those who do not believe what they used to do, and inflict on them a heavy punishment.
और यदि उस तकलीफ़ के बाद, जो उसे पहुँची, हम उसे अपनी दयालुता का आस्वादन करा दें तो वह निश्चय ही कहेंगा," यह तो मेरा हक़ ही है । मैं तो यह नहीं समझता कि वह, क़ियामत की घड़ी, घटित होगी और यदि मैं अपने रब की ओर लौटाया भी गया तो अवश्य ही उसके पास मेरे लिए अच्छा पारितोषिक होगा ।" फिर हम उन लोगों को जिन्होंने इनकार किया, अवश्य बताकर रहेंगे, जो कुछ उन्होंने किया होगा । और हम उन्हें अवश्य ही कठोर यातना का मज़ा चखाएँगे
And what more griefs to inflict on my ear.
और मेरे कानों में कितनी और व्यथाएँ प्रविष्ट होंगी ?
Say to the bedouins who were left behind: “ You will be called against those who possess great might and be asked to fight against them unless they surrender. If you obey, Allah will bestow upon you a goodly reward. But if you turn away, as you turned away before, He shall inflict upon you a grievous chastisement. ”
कि जो गवॉर पीछे रह गए थे उनसे कह दो कि अनक़रीब ही तुम सख्त जंगजू क़ौम के बुलाए जाओगे कि तुम उनसे लड़ते ही रहोगे या मुसलमान ही हो जाएँगे पस अगर तुम हुक्म मानोगे तो ख़ुदा तुमको अच्छा बदला देगा और अगर तुमने जिस तरह पहली दफा सरताबी की थी अब भी सरताबी करोगे तो वह तुमको दर्दनाक अज़ाब की सज़ा देगा
And when your Lord proclaimed that He would surely send against them, until the Day of Resurrection, those who would inflict on them a terrible punishment. Indeed your Lord is swift in retribution, and indeed, He is all - forgiving, all - merciful.
और याद करो जब तुम्हारे रब ने ख़बर कर दी थी कि वह क़ियामत के दिन तक उनके विरुद्ध ऐसे लोगों को उठाता रहेगा, जो उन्हें बुरी यातना देंगे । निश्चय ही तुम्हारा रब जल्द सज़ा देता है और वह बड़ा क्षमाशील, दावान भी है