देना
के लिए उत्तरदायी ठहराना
श्रेय देना
उत्तरदायी ठहराना
आरोपण करना
कारण मानना
They ascribe daughters to God, God is too Exalted to have daughters, but they can have whatever they want.
और ये लोग ख़ुदा के लिए बेटियाँ तजवीज़ करते हैं वह उस से पाक व पाकीज़ा है
Certainly it has been revealed to you and to those before you: ‘If you ascribe a partner to Allah your works shall fail and you shall surely be among the losers.
और तुम्हारी तरफ और उन की तरफ जो तुमसे पहले हो चुके हैं यक़ीनन ये वही भेजी जा की है कि अगर शिर्क किया तो यक़ीनन तुम्हारे सारे अमल अकारत हो जाएँगे और तुम तो ज़रूर घाटे में आ जाओगे
And verily it hath been revealed unto thee as unto those before thee: If thou ascribe a partner to Allah thy work will fail and thou indeed wilt be among the losers.
और तुम्हारी तरफ और उन की तरफ जो तुमसे पहले हो चुके हैं यक़ीनन ये वही भेजी जा की है कि अगर शिर्क किया तो यक़ीनन तुम्हारे सारे अमल अकारत हो जाएँगे और तुम तो ज़रूर घाटे में आ जाओगे
On the day when We gather them all together, We shall say to those who ascribe partners, ‘Stay where you are—you and your partners! ’ Then We shall set them apart from one another, and their partners will say, ‘It was not us that you worshipped.
जिस दिन सब को इकट्ठा करेगें - फिर मुशरेकीन से कहेंगें कि तुम और तुम्हारे शरीक ज़रा अपनी जगह ठहरो फिर हम वाहम उनमें फूट डाल देगें और उनके शरीक उनसे कहेंगे कि तुम तो हमारी परसतिश करते न थे
He saith: My Lord! Judge Thou with truth. Our Lord is the Beneficent, Whose help is to be implored against that which ye ascribe.
रसूल ने दुआ की ऐ मेरे पालने वाले तू ठीक - ठीक मेरे और काफिरों के दरमियान फैसला कर दे और हमार परवरदिगार बड़ा मेहरबान है कि उसी से इन बातों में मदद माँगी जाती है जो तुम लोग बयान करते हो
Is then He who watches over every soul and its actions ? Yet they ascribe partners to God. Say," Name them! Or do you presume to inform Him of something on the earth of which He does not know ? Or, is all this only your verbal assertion ?" Indeed, their devices seem fair to those who deny the truth, and they are kept back from the right path. There can be no guide for those whom God lets go astray.
भला वह जो प्रत्येक व्यक्ति के सिर पर, उसकी कमाई पर निगाह रखते हुए खड़ा है ? फिर भी लोगों ने अल्लाह के सहभागी - ठहरा रखे है । कहो," तनिक उनके नाम तो लो! या ऐसा है कि तुम उसे ऐसी बात की ख़बर दे रहे हो, जिसके अस्तित्व की उसे धरती भर में ख़बर नहीं ? या यूँ ही यह एक ऊपरी बात ही बात है ?" नहीं, बल्कि इनकार करनेवालों को उनकी मक्कारी ही सुहावनी लगती है और वे मार्ग से रुक गए है । जिसे अल्लाह ही गुमराही में छोड़ दे, उसे कोई मार्ग पर लानेवाला नहीं
And if they force you, that you ascribe a partner to Me a thing concerning which you do not have knowledge – so do not obey them and support them well in the world ; and follow the path of one who has inclined towards Me ; then towards Me only is your return, and I shall tell you what you used to do.
और अगर तेरे माँ बाप तुझे इस बात पर मजबूर करें कि तू मेरा शरीक ऐसी चीज़ को क़रार दे जिसका तुझे इल्म भी नहीं तो तू उनकी इताअत न करो और दुनिया में उनका अच्छी तरह साथ दे और उन लोगों के तरीक़े पर चल जो मेरी तरफ रुजू करे फिर तुम सबकी रुजू मेरी ही तरफ है तब जो कुछ तुम करते थे
And those who do not ascribe any partner to their Lord –
और अपने परवरदिगार का किसी को शरीक नही बनाते
After them succeeded an generation: They inherited the Book, but they chose the vanities of this world, saying:" will be forgiven us.", if similar vanities came their way, they would seize them. Was not the covenant of the Book taken from them, that they would not ascribe to Allah anything but the truth ? and they study what is in the Book. But best for the righteous is the home in the Hereafter. Will ye not understand ?
फिर उनके पीछ ऐसे अयोग्य लोगों ने उनकी जगह ली, जो किताब के उत्ताराधिकारी होकर इसी तुच्छ संसार का सामान समेटते है और कहते है," हमें अवश्य क्षमा कर दिया जाएगा ।" और यदि इस जैसा और सामान भी उनके पास आ जाए तो वे उसे भी ले लेंगे । क्या उनसे किताब का यह वचन नहीं लिया गया था कि वे अल्लाह पर थोपकर हक़ के सिवा कोई और बात न कहें । और जो उसमें है उसे वे स्वयं पढ़ भी चुके है । और आख़िरत का घर तो उन लोगों के लिए उत्तम है, जो डर रखते है । तो क्या तुम बुद्धि से काम नहीं लेते ?
Serve Allah and ascribe no partner to Him. Do good to your parents, to near of kin, to orphans, and to the needy, and to the neighbour who is of kin and to the neighbour who is a stranger, and to the companion by your side, and to the wayfarer, and to those whom your right hands possess. Allah does not love the arrogant and the boastful,
अल्लाह की बन्दगी करो और उसके साथ किसी को साझी न बनाओ और अच्छा व्यवहार करो माँ - बाप के साथ, नातेदारों, अनाथों और मुहताजों के साथ, नातेदार पड़ोसियों के साथ और अपरिचित पड़ोसियों के साथ और साथ रहनेवाले व्यक्ति के साथ और मुसाफ़िर के साथ और उनके साथ भी जो तुम्हारे क़ब्ज़े में हों । अल्लाह ऐसे व्यक्ति को पसन्द नहीं करता, जो इतराता और डींगें मारता हो