Meaning of Aggression in Hindi - हिंदी में मतलब

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Ayush Rastogi
Mar 08, 2020   •  1 view
  • आक्रमण

  • आघात

  • आक्रामकता

  • प्रचंडता

  • हमला

  • चढ़ाई

  • छेड़छाड़

  • छेड़खानी

  • पराधिकार हरण

Synonyms of "Aggression"

"Aggression" शब्द का वाक्य में प्रयोग

  • The Soviet Union understood that France and England do not wish to have its support. If GErmany attacks the Soviet Union, France and England will never offer support, hence it joined hands with Germany and got a Non aggression Pact signed, under which Germany would not attack he Soviet Union. This pact was also said to secretly hold plans about the division of Poland and Eastern Europe.
    सोविएत संघ यह समझ गया था की फ्रांस और इंग्लैंड को उसका साथ पसंद नही और जर्मनी अगर उस पर हमला करेगा तो भी फ्रांस और इंग्लैंड उस के साथ नही होंगे तो उसने जर्मनी के साथ मिलकर उसपर आक्रमण न करने का समझौता पर हस्ताक्षर किए और खुफिया तौर पर पोलैंड और बाकि पूर्वी यूरोप को आपस में बाटने का ही करार शामिल था.

  • All regions have borne the brunt of foreign aggression and have stood solidly by us in times of travail.
    वहां के सभी क्षेत्रों के लोगों ने विदेशी हमलों का सामना किया है और परीक्षा की घड़ी में वे दृढ़तापूर्वक हमारे साथ रहे हैं ।

  • O you who believe, do not violate the offerings to God, nor the rites of the holy month, nor sacrificial cattle with garlands, nor of the people who flock to the Holy House seeking the bounties of their Lord, and His pleasure. Hunt when you have laid aside the robe of the pilgrim. And do not let your hatred of a people who had barred you from the Holy Mosque lead you to aggression. But help one another in goodness and piety, and do not assist in crime and rebellion, and fear God. Surely God is severe in punishment.
    ऐ ईमान लानेवालो! अल्लाह की निशानियों का अनादर न करो ; न आदर के महीनों का, न क़ुरबानी के जानवरों का और न जानवरों का जिनका गरदनों में पट्टे पड़े हो और न उन लोगों का जो अपने रब के अनुग्रह और उसकी प्रसन्नता की चाह में प्रतिष्ठित गृह को जाते हो । और जब इहराम की दशा से बाहर हो जाओ तो शिकार करो । और ऐसा न हो कि एक गिरोह की शत्रुता, जिसने तुम्हारे लिए प्रतिष्ठित घर का रास्ता बन्द कर दिया था, तुम्हें इस बात पर उभार दे कि तुम ज़्यादती करने लगो । हक़ अदा करने और ईश - भय के काम में तुम एक - दूसरे का सहयोग करो और हक़ मारने और ज़्यादती के काम में एक - दूसरे का सहयोग न करो । अल्लाह का डर रखो ; निश्चय ही अल्लाह बड़ा कठोर दंड देनेवाला है

  • There is a war under way, but nearly all observers prefer to ignore this unpleasant reality, preferring instead to suggest meaningless quick fixes. The time has come for them to face facts, which means finding ways to put a stop to Palestinian aggression.
    समय आ गया है कि वे तथ्यों का सामना करें और इसका अर्थ है कि फिलीस्तीनी आक्रामकता को रोकने के तरीके ढूँढे जायें ।

  • But the textual anomaly does have symbolic significance. For 210 long years, the American government has bound itself to a friendly attitude toward Islam, without Muslims having signed on to reciprocate, or without their even being aware of this promise. The seeming agreement by both parties not to let any “ pretext arising from religious opinions” to interrupt harmonious relations, it turns out, is a purely unilateral American commitment. And this one - sided legacy continues to the present. The Bush administration responded to acts of unprovoked Muslim aggression not with hostility toward Islam but with offers of financial aid and attempts to build democracy in the Muslim world. Related Topics: History, US policy receive the latest by email: subscribe to daniel pipes ' free mailing list This text may be reposted or forwarded so long as it is presented as an integral whole with complete and accurate information provided about its author, date, place of publication, and original URL. Comment on this item
    परन्तु इस पाठ की असमानता का प्रतीकात्मक महत्व है. 210 वर्षों से अमेरिका ने स्वयं को इस्लाम के साथ अच्छे सम्बन्धों में बाँध रखा है जबकि मुसलमानों ने इसका उपयुक्त प्रतिफल नहीं दिया है और न ही उन्हें अमेरिका के इस वचन के बारे में कोई ज्ञान है. धार्मिक विचारों की व्याख्या से कोई भ्रम उत्पन्न न हो ताकि शान्तिपूर्ण सम्बन्धों में कोई व्यवधान न आये दोनों पक्षों की यह सन्धि विशुद्ध रूप से अमेरिका का एकतरफा संकल्प ही प्रतीत होता है. यह एक पक्षीय विरासत अब भी विद्यमान है. मुसलमानों की बिना किसी उकसावे के आक्रामकता का उत्तर बुश प्रशासन ने शत्रुता से नहीं वरन् मुस्लिम विश्व में आर्थिक सहायता और लोकतन्त्र की स्थापना के प्रयासों से दिया है.

  • O you who believe! do not violate the signs appointed by Allah nor the sacred month, nor the offerings, nor the sacrificial animals with garlands, nor those going to the sacred house seeking the grace and pleasure of their Lord ; and when you are free from the obligations of the pilgrimage, then hunt, and let not hatred of a people - - because they hindered you from the Sacred Masjid - - incite you to exceed the limits, and help one another in goodness and piety, and do not help one another in sin and aggression ; and be careful of Allah ; surely Allah is severe in requiting.
    ऐ ईमानदारों न ख़ुदा की निशानियों की बेतौक़ीरी करो और न हुरमत वाले महिने की और न क़ुरबानी की और न पट्टे वाले जानवरों की और न ख़ानाए काबा की तवाफ़ का क़स्द करने वालों की जो अपने परवरदिगार की ख़ुशनूदी और फ़ज़ल के जोयाँ हैं और जब तुम खोल दो तो शिकार कर सकते हो और किसी क़बीले की यह अदावत कि तुम्हें उन लोगों ने ख़ानाए काबा से रोका था इस जुर्म में न फॅसवा दे कि तुम उनपर ज्यादती करने लगो और नेकी और परहेज़गारी में एक दूसरे की मदद किया करो और गुनाह और ज्यादती में बाहम किसी की मदद न करो और ख़ुदा से डरते रहो ख़ुदा तो यक़ीनन बड़ा सख्त अज़ाब वाला है

  • Blame lies on those who wrong people, and commit aggression in the land without right. These will have a painful punishment.
    इल्ज़ाम तो बस उन्हीं लोगों पर होगा जो लोगों पर ज़ुल्म करते हैं और रूए ज़मीन में नाहक़ ज्यादतियाँ करते फिरते हैं उन्हीं लोगों के लिए दर्दनाक अज़ाब है

  • It is not meant for aggression against any nation.
    इसका निर्माण किसी राष्ट्र के विरुद्ध आक्रमण करने के लिए नहीं है ।

  • They shall be humiliated wherever they are encountered, except through a rope from God, and a rope from the people ; and they incurred wrath from God, and were stricken with misery. That is because they rejected God’s revelations, and killed the prophets unjustly. That is because they rebelled and committed aggression.
    और जहॉ कहीं हत्ते चढ़े उनपर रूसवाई की मार पड़ी मगर ख़ुदा के एहद और लोगों के एहद के ज़रिये से और फिर हेरफेर के खुदा के गज़ब में पड़ गए और उनपर मोहताजी की मार पड़ी ये इस सबब से कि वह ख़ुदा की आयतों से इन्कार करते थे और पैग़म्बरों को नाहक़ क़त्ल करते थे ये सज़ा उसकी है कि उन्होंने नाफ़रमानी की और हद से गुज़र गए थे

  • This was most evident during the 1962 Chinese aggression and more recently during this summer ' s Kargil conflict.
    1962 में चीन के आक्रमण के दौरान और हाल ही में करगिल युद्ध में यह स्पष्ट रुप से उभरकर सामने आया ।

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