निर्दोष साबित होना
दोषमुक्त
David Montgomery was acquitted: Andrew Coulter was convicted by the jury of assault. 2. 5 The police investigation was efficient and effective in tracing and arresting suspects, and gathering evidence ; but it failed to pursue the question whether the crime was racially aggravated.
डेविड मोंटगोमरी को बरी कर दिया गया तथा एन्ड्रयू कॅाल्टर को जुरी के द्वारा हमले के लिए दोषी ठहराया गया ।
He called for the case records and, convinced of the boy ' s innocence, caused him to be acquitted.
उसने गवर्नमेंट को लिखा और उसकी रिहाई का हुक्म मंगवाया ।
Arvind Ghosh was acquitted but 15 revolutionaries were sentenced to trans - portation for life and in 1909 were incarcerated in the Cellular Jail.
अरविंद घोष तो छोडऋ दिये गये परंतु 15 ऋआंतिकारियों को काला पानी की सजा दी गयी, 1909 में सेलूलर जेल में बंद किये
Your father acquitted himself with honour Kal.
अपने पिता को बरी कर दिया सम्मान कल के साथ खुद को.
Sarala who is now acquitted, finds out Mohan in Kashmir and joins him.
सरला रिहा हो जाती है और कश्मीर में मोहन में मोहन को ढूंढ कर उसके पास पहुंच जाती है ।
For want of evidence the accused was acquitted.
साक्ष्य के अभाव में आरोपी को निर्दोष मुक्त कर दिया गया ।
On 17102008, he also informed the authorities that he was acquitted in those proceedings.
१७. १०. २००८ पर उसने अधिकारियों को सूचित भी किया कि वह उन कार्यवाहियों में बरी कर दिया गया था.
further noting that as per PW - 4 the said 3 persons came to the spot much after the 8 coaccused had not only reached but had commenced and completed the assault, the learned Trial Judge has acquitted Shishpal and Umrao.
आगे यह देखते हुए कि पी डब्लू - ४ के अनुसार कथित ३ व्यक्ति स्थान पर, ८ सह - अभियुक्तों के न केवल पहुँचने बल्कि हमले के शुरू करने और पूरा करने के बहुत बाद में वहां पहुंचे थे, विद्वत ट्रायल कोर्ट के न्यायाधीश ने शीशपाल और उमराव को बरी कर दिया.
He was court - martialled but was acquitted on the plea that the offence was committed in an inebriated state of mind when he was not responsible for his actions!
उसे कोर्ट मार्शल की सजा मिली मगर इस आधार पर छोङ दिया गया कि उसने ऐसी मानसिक स्थिति में अपराध किया था जब कि वह अपने कार्य के लिए उत्तरदायी नहीं था ।
Therefore, accused Rajesh is entitled to be acquitted of the charge under Section 307 read with Section 34 IPC.
इसलिए आरोपी राजेश को आईपीसी की धारा 307 और धारा 34 के तहत आरोप से बरी किया जाना चाहिए.