विश्वस है तो उम्मीद है
और उम्मीद है तो ज़िन्दगी है !

भगवान हो या न हो किसे पता
पर उनके होने का विश्वास ही
लोगों को ज़िन्दा रहने की उम्मीद देता है !

विश्वस से ही जुड़ा है हर रिश्ता
चाहे वो मिया बीवी का हो
मा बच्चे का हो
या फिर दोस्ती का ही क्यों न हो !
जिस रिश्ते में विश्वास नहीं
वो रिश्ता नहीं !

हर रिश्ते में प्यार से भी ज़्यादा ज़रूरी चीज़ है विश्वास
क्योंकि बिना विश्वास प्यार
बिलकुल ऐसे है मनो
पृथ्वी बिना हवा
जितना भी चाहो न आप और न ही आपका रिश्ता ज़िंदा रहेगा अगर विश्वास न हो !

जब यह विश्वास कोई एक बार तोड़ दे
तो किसी पे भी विश्वास करना मुश्किल हो जाता है
बिलकुल वैसे ही जैसे अगर एक बार अगर आपको कुत्ता काट ले आपका डर ज़िन्दगी भर नहीं जाता
वैसे ही एक बार टूटा विश्वास इंसान को शकि और नेगेटिव बना देता है !

एक बार विश्वास घाट जिसके साथ हो जाए उससे आप जितना चाहे प्यार करो, वफादार रहो और सच बोलो वो फिर भी झिझकता है विश्वास करने में !

क्योंकि जैसे एक बार टूटी चीज़ वापिस पहले जैसी नहीं हो सकती वैसे ही एक बार टूटा विश्वास कभी भी पहले जैसा नहीं हो सकता !

तो कभी किसी के साथ विश्वासघात न करो क्यूंकि मेरा मान ना है की विश्वासघात करने से बड़ा कोई अपराध नही
क्यूंकि यह इंसान को ऐसा घाव देता है जिसका कोई निशान तो नहीं होता पर दर्द बहुत ज़्यादा होता है !

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