मोहब्बत उनसे इतनी है कि बयां ना कर सके
और आंखे इतनी खूबसूरत कि देखे बना रह ना सके!!
उनकी मुस्कुराहट के लिए क्या-क्या नहीं किया हमने
कभी उन्हें सर्कस ले गए तो कभी खुद ही जोकर बन गए!!
उनकी खूबसूरती के दीवाने तो बहुत है,
पर हमारे जैसे दीवाना कोई नहीं!!
हजरत तो है उन्हें पाने की,
शिकवा उनसे नहीं खुदा से है क्या जरूरत थी उन्हें इतना खूबसूरत बनाने की!!
उनसे दोस्ती तो थी कब से हमारी
पर ना जाने कब वह आशिकी में बदल गई!!
सोचा कह दो उनसे फ्रेंड नहीं गर्लफ्रेंड है तू मेरी
पर ख्वाब टूटने का डर दिल से कभी गया ही नहीं!!
अब सोचता हूं कि कह ही डालो कि उसे बेइंतहा मोहब्बत करता हूं
क्योंकि क्या पता है जिंदगी का कल रहे या ना रहे ,
पर कम से कम कोई आखिरी ख्वाहिश तो ना रहे !!
ना बोल दे वो तो कोई गम नहीं
पर ना पूछा हमनेतो इससे बड़ी हमारी कोई भूल नहीं !!
बस यह तमन्ना है मेरी चाहे वो मेरी हो या ना हो मगर खुश रहे वो चाहे रहे कहीं भी !!