तू है मेरी बेटी,

मेरी आन, बान और शान,

कर एक वादा तू मुझसे आज,

टूटने नहीं देगी खुद को कभी

ना ही रोएगी और ना ही टूटेगी कभी,

क्योंकि तू है मेरी बेटी

मेरी आन, बान और शान।।

कर हिम्मत और जीत ले अपनी जंग,

उठा हथियार और कर दे शत्रुओं का विध्वंस,

दे पंख अपने हौसलों को,

बढ़ चल ऊंचे आसमा की ओर

क्योंकि तू है मेरी बेटी,

मेरी आन, बान और शान।।

दिया नहीं तुझे मशाल बनना है,

करना है तुझे दूसरों के जीवन के अंधेरों का नाश,

दुआएं हैं मेरी हमेशा तेरे साथ

क्योंकि तू है मेरी बेटी,

मेरी आन, बान और शान।।

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