क्यों पूजते हो फिर...

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Shubham Pathak
Dec 18, 2019   •  4 views

क्यों पूजते हो फ़िर देवियों की तरह

जब जानवरो की तरह व्यवहार करते हो ।

क्यों कहते हो पूज्यनीय उन्हें

जब उन का तुम व्यापार करते हो ।

क्यों कहते हो लक्ष्मी का रूप

जब चरित्र ही दाग़दार करते हो ।

क्यों कहते हो नारी को देवी

जब उसपर हर घड़ी प्रहार करते हो ।

क्यों कहते हो घर की इज्जत

जब बेइज्जत सरे-बाज़ार करते हो ।

क्यों करते हो घिंनौनी हरकत फिरसे

जब न दोहराने की बात हर बार करते हो ।

शुभम पाठक

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