इन आँखो में डूबने दो मुझे
डूब के इन्हीं में रह जाने दो
कहना तो है आज, कहूंगा भी
इन भावपूर्ण शब्दों को बह जाने दो।
ऐतबार करती हो या नहीं ये तो तुम पे है
मुझे जो कहना है कह जाने दो
सुना है दिल टूटने का जख्म बड़ा गहरा होता है
मुझे ये दर्द भी सह जाने दो।
शुभम पाठक