निरर्थक
कुपात्र
अनधिकारी
घृणित
घिनौना
निकम्मा
अपात्र
मूल्यहीन
अभाजन
अनर्ह
बेकार
नाकारा
व्यर्थ
That is because they disliked what Allah revealed, so He rendered worthless their deeds.
यह इसलिए कि उन्होंने उस चीज़ को नापसन्द किया जिसे अल्लाह ने अवतरित किया, तो उसने उनके कर्म अकारथ कर दिए
The magicians who were defeated on the spot and were proved to be worthless,
अतः वे पराभूत हो गए और अपमानित होकर रहे
Those are the ones for whom there is not in the Hereafter but the Fire. And lost is what they did therein, and worthless is what they used to do.
यही वे लोग है जिनके लिए आख़िरत में आग के सिवा और कुछ भी नहीं । उन्होंने जो कुछ बनाया, वह सब वहाँ उनकी जान को लागू हुआ और उनका सारा किया - धरा मिथ्या होकर रहा
Indeed, those who disbelieved and averted from the path of Allah and opposed the Messenger after guidance had become clear to them - never will they harm Allah at all, and He will render worthless their deeds.
जिन लोगों ने इसके पश्चात कि मार्ग उनपर स्पष्ट हो चुका था, इनकार किया और अल्लाह के मार्ग से रोका और रसूल का विरोध किया, वे अल्लाह को कदापि कोई हानि नहीं पहुँचा सकेंगे, बल्कि वही उनका सब किया - कराया उनकी जान को लागू कर देगा
That is the finding that Posner, author of ten books details in a chapter titled “ Scorched Earth, ” based on intelligence intercepts he gained access to. The Saudi planning began in earnest, he reports, after the Kuwait war of 1990 - 91, when the Iraqis left behind an inferno of oil - field fires … which, to everyone ' s amazement, was extinguished within months, not years. In response, the Saudis thought of ways to assure their oil would stay off the market. They began exploring the possibility of a single - button self - destruct system, protected with a series of built - in fail - safes. It was evidently their way to ensure that if someone else grabbed the world ' s largest oil reserves and forced them to flee the country they had founded, the House of Saud could at least make certain that what they left behind was worthless.
दस पुस्तकों के लेखक पोजनर ने “ Scorched Earth” नामक अध्याय में इसका विस्तृत वर्णन किया है कि जो उन्होंने खुफिया बातचीत को सुनकर किया है. उनके अनुसार इस विषय पर सउदी सरकार ने गंभीरता पूर्वक विचार तब शुरु किया जब 1990 - 91 के कुवैत युद्ध में इराक ने अपने तेल क्षेत्रों में आग लगा दी. इसकी प्रतिक्रिया में सउदी प्रशासन ने अपने तेल को बाज़ार से हटाकर रखने के तरीकों पर विचार शुरु कर दिया. उन्होंने इसे आरंभ करते हुए ऐसी संभावनाओं पर विचार शुरु किया ताकि एक बटन की स्वतः विनाश की पद्धति विकसित की जा सके. ऐसा करके वे सुनिश्चित करना चाहते थे कि यदि कोई दूसरा देश विश्व के सबसे बड़े तेल क्षेत्र पर कब्जा कर लेता है और उन्हें अपने देश से हटने पर विवश करता है तो कम से कम सउद परिवार इतना जरुर सुनिश्चित करे कि उसने अपने पीछे जो कुछ छोड़ा है उसकी कोई कीमत नहीं है. राजघराने के लिए यह सर्वोच्च प्राथमिकता बन गई.
That is because they disliked what Allah revealed, so He rendered worthless their deeds.
ये इसलिए कि ख़ुदा ने जो चीज़ नाज़िल फ़रमायी उसे उन्होने तो ख़ुदा ने उनकी कारस्तानियों को अकारत कर दिया
Yet something remained that was worth while, and with it so much that was worthless and evil.
तब भी बहुत कुछ बाकी है जो काम लायक है और इसके साथ ही काफी कुछ ऐसा भी है, जो बेकार और खराब है ।
And they sold him as worthless for a few paltry dirham.
और वह लोग तो यूसुफ से बेज़ार हो ही रहे थे
Worthless people live only to eat and drink ; people of worth eat and drink only to live.
निकम्मे लोग सिर्फ खाने पीने के लिए जीते हैं, लेकिन सार्थक जीवन वाले जीवित रहने के लिए ही खाते और पीते हैं
Their descendants who inherited the Book gained worthless things from the worldly life saying," We shall be forgiven. They would have even doubled such gains if they could have received more. Did they not make a covenant in the Book not to speak any thing other than the Truth about God and to study its contents well ? The life hereafter is much better for the pious ones. Will you not then think ?
फिर उनके बाद कुछ जानशीन हुए जो किताब के तो वारिस बने नापाक कमीनी दुनिया के सामान ले लेते हैं कहते हैं कि हम तो अनक़रीब बख्श दिए जाएंगें अगर उनके पास भी वैसा ही ले ही लें क्या उनसे किताब का एहदो पैमान नहीं लिया गया था कि ख़ुदा पर सच के सिवा नहीं कहेगें और जो कुछ उस किताब में है उन्होनें पढ़ लिया है और आख़िर का घर तो उन्हीं लोगों के वास्ते ख़ास है जो परहेज़गार हैं तो क्या तुम