मूक
अघोष
अस्वरित
बेआवाज़
मताधिकारहीन
Unvoiced
Surd
Voteless
Breathed
Aphonic
Enfranchised
May your columns give voice to the voiceless and unorganized sectors.
आपके कॉलम, आवाजरहितों की तथा असंगठित सेक्टर की आवाज बनें ।
The poor and oppressed voiceless people in these territories will read this news with great relief.
इन राज्यों की गरीब और पीडित मूक जनता को यह समाचार पढ़कर बड़ा संतोष होगा और सान्त्वना प्राप्त होगी ।
No wonder then that the poet envied them when he sang Happy the cicada ' s lives They have voiceless wives.
कोई आश्चर्य नहीं कि किसी कवि ने साइकैडा के जीवन से ईर्ष्या करते हुए ये पंक्तियां गुनगुना दीं साइकैडा जीवन दुखविहीन, पत्नी उसकी ध्वनिविहीन ।
He utilised the forum of the Assembly not for any academic pursuit of parliamentary career but for giving voice to the voiceless who suffered in silence and perished in anonymity.
उन्होंने विधानसभा के मंच का उपयोग अपने संसदीय जीवन की किसी विद्वतापूर्ण उपलब्धि के लिए नहीं वरन उन मूक लोगों की पीड़ा को स्वर प्रदान करने के लिए किया जो मौन रहकर पीड़ा सहते एवं अनाम रहकर नष्ट हो जाते हैं ।
Now veild with mind she dwells and speaks no word, voiceless, inscrutable, omniscient, Hiding until our soul has seen, has heard The secret of her strange embodiment.
अब वह मन से आवृत्त होकर है निवास करती, एक शब्द भी नहीं बोलती वाचा विहीन, अबोधगम्य, सर्वज्ञ छिपी रहेगी, जब तक हमारी आत्मा, देखती नहीं, सुनती नहीं, उसके विचित्र रूपायण रहस्य को ।
Babasaheb talking about the awareness created by the Mahad revolution, commented, For the first time in the world a fluke revolution occurred when the tormented, voiceless people established the equal civil rights in such a short time and without any noticeable violence.
इस भांति महाड़ में जो क्रांति हुई थी उसके बारे में डा. आंबेडकर ने कहा, उत्पीड़ित मूक जनता ने, बिना उल्लेखनीय अत्याचार के अल्प समय में समान अधिकार प्राप्त कर दिखाए यह दुनिया के इतिहास में आज तक अघटित अप्रत्याशित क्रांति है ।
For years, the women of Panijia were little more than voiceless entities.
वर्षों तक पानीजिया की महिलएं गूंगी गुड़ियों सरीखी थीं.
At a time when many young Palestinians express fears that there is nothing more to lose ; that they see no reason for living or working or studying ; that they feel helpless and voiceless ; PYALARA offers an alternative.
जब बहुत से युवा फिलिस्तीनी अपनी यह आशंका बयान करते हैं कि अब खोने को और कुछ नहीं बचा है ; उन्हे जीने या काम करने या पढ़ने की कोई वजह नहीं दिखाई देती ; और वह खुद को असहाय तथा बेआवाज़ महसूस करते हैं तब पयालारा उन्ळें विकल्प की एक राह दिखाता है ।
They were very young, sent thousands of miles away from the centre of their culture, away from the atmosphere of intellectual freedom to rule over hundreds of millions of voiceless, uncomplaining people for their own good, to make them loyal subjects of the British Government and reliable buyers of British goods, and incidentally to build up in their spare time a new educational system and create a new cultural world.
अपने सांस्कृतिक केंद्र से हजारों मील दूर भेजे गये, बौद्धिक स्वतंत्रता के वातावरण से दूर, लाखों लोगों पर शासन करने के लिए जो आवाज नहीं उठा सकते थे, अपने हित के लिए शिकायत नहीं कर सकते थे, उन्हें ब्रिटिश सरकार की स्वामीभक्त प्रजा बनाने तथा ब्रिटिश माल के विश्वसनीय खरीदार बनाने के लिए और उनके बचें हूए समय में एक नयी शिक्षा पद्धति तैयार करने तथा एक नया सांस्कृतिक संसार बनाने के लिए, वे बहुत युवा थे ।