शिकार व्यक्ति
पीड़ित
बलि
शिकार
पीडित व्यक्ति
Dupe
Indeed, Muslims generally believe female desire to be so much greater than the male equivalent that the woman is viewed as the hunter and the man as her passive victim. If believers feel little distress about sex acts as such, they are obsessed with the dangers posed by women. So strong are her needs thought to be, she ends up representing the forces of unreason and disorder. A woman ' s rampant desires and irresistible attractiveness gives her a power over men that even rivals God ' s. She must be contained, for her unbridled sexuality poses a direct danger to the social order.
पुरानी परंपराओं की प्रतिष्ठा वाले मुसलमानों के संबंध में यह व्यंग्य ही है कि इस्लामी सभ्यता न केवल महिलाओं को आकांक्षा रखने वाली के रुप में चित्रित करती है वरन् पुरुषों से अधिक जुनूनी मानती है. निश्चित रुप से इसी समझ ने परंपरागत मुस्लिम जीवन में महिलाओं का स्थान निर्धारित किया है.
tell the police if you do not want your name and contact details passed to victim Support ;
अगर आप चाहें, तो विक्टिम सपोर्ट से सीधा संपर्क कीजिए ।
An Iranian court ordered the family of a murdered Christian to receive the same compensation as that of a Muslim victim. Scholars meeting at the International Islamic Fiqh Academy in Sharjah have started to debate and challenge the call for apostates to be executed. Nadin al - Badir and the first lines of her 2009 call for polyandry.
ईरान की सरकार ने दोषयुक्त विवाहेतर अवैध सम्बंधों पर पत्थर से मारने को लगभग प्रतिबंधित कर दिया है ।
When someone is injured or suddenly becomes ill, there is usually a critical period before you can get medical treatment and it is this period that is of the utmost importance to the victim.
जब कोई व्यक्ति घायल या अचानक बीमार पड़ जाता है, तो चिकित्सकीय मदद से पहले का समय बेहद महत्वपूर्ण होता है । यही वह समय होता है जब पीड़ित पर पूरा ध्यान दिया जाना चाहिये ।
Whatever the circumstances which led to you becoming a victim of crime, it may be possible to take steps now to help reduce the risk of it happening again.
अपराध के शिकार बनने के आपके चाहे कोई भी कारण रहे हों, यह संभव है कि फिर से उसके शिकार बनने के ख़तरे को काम करने के लिए आप कुछ कदम ले सकें । भाष् ;
Never should a believer kill another believer, unless by error. Anyone who kills a believer by error must set free a believing slave, and pay compensation to the victim’s family, unless they remit it as charity. If the victim belonged to a people who are hostile to you, but is a believer, then the compensation is to free a believing slave. If he belonged to a people with whom you have a treaty, then compensation should be handed over to his family, and a believing slave set free. Anyone who lacks the means must fast for two consecutive months, by way of repentance to God. God is All - Knowing, Most Wise.
और किसी ईमानदार को ये जायज़ नहीं कि किसी मोमिन को जान से मार डाले मगर धोखे से और जो शख्स किसी मोमिन को धोखे से मार डाले तो एक ईमानदार गुलाम का आज़ाद करना और मक़तूल के क़राबतदारों को खूंन बहा देना है मगर जब वह लोग माफ़ करें फिर अगर मक़तूल उन लोगों में से हो वह जो तुम्हारे दुशमन हैं और ख़ुद क़ातिल मोमिन है तो एक मुसलमान ग़ुलाम का आज़ाद करना और अगर मक़तूल उन लोगों में का हो जिनसे तुम से एहद व पैमान हो चुका है तो वारिसे मक़तूल को ख़ून बहा देना और एक बन्दए मोमिन का आज़ाद करना है फ़िर जो शख्स न पाये तो उसका कुफ्फ़ारा ख़ुदा की तरफ़ से लगातार दो महीने के रोज़े हैं और ख़ुदा ख़ूब वाकिफ़कार हिकमत वाला है
The work of victim Support Scotland is particularly noted. Recent developments are also noted and welcomed: the publication in 2000 of the Scottish Executive ' s Strategy for Victims ; and the issue in July 2000 of a new chapter of the Crown Office and Procurator Fiscal Service Book of Regulations, which sets out the duties of Procurators Fiscal to victims, next of kin and witnesses, gives instructions about helping witnesses and others who may be unfamiliar with court proceedings and anxious ; spells out the duty of the prosecution to ensure that the court is informed about the effect of the crime on the victim ; and gives new and very specific directions about contacting next of kin.
अभी हाल ही के विकास कार्यक्रम भी नज़र में आए हैं और इनका स्वागत किया गया है 2000 में स्कॅाटिश एग्जिक्यूटिव स्ट्रेटेजी फॅार विक्टीम्स का प्रकाशन - और क्राउन अॅाफ़िस और प्रोक्यूरेटर फिस्कल सर्विस बुक अॅाफ़ रेगुलेशंस के एक नए अध्याय का जुलाई 2000 में अंक जो पीड़ित व्यक्तियों, उत्तराधिकारियों तथा गवाहों को प्रोक्यूरेटर्स फिस्कल के कर्तव्यों के बारे में बतता है तथा उन गवाहों और अन्य व्यक्तयों की सहायता करने के बारे में निर्देश देता है, जिन्हे हो सकता है कि कोर्ट की कार्यवाहियों के बारे में मालूम न हो और वे उत्सुक हों, अभियोजन पक्ष के यह सुनिश्चित करने के कर्तव्य के बारे में बताता है कि पीड़ित व्यक्ति पर होने वाले अपराध के प्रभावों के बारे में कोर्ट को सूचना दी जाए, और उत्तराधिकारियों से संपर्क करने के बारे में नए और बहुत स्पष्ट दिशा निर्देश देता है ।
The victim had to undergo legal enquiry.
पीड़ित को कानूनी पूछताछ सहना होगा ।
The worst victim of the din and the dust is the distinguished visitor and if he happens to be asthmatic like myself, naturally, he has to pay for it.
वह यदि मेरे जैसा दमा का मरीज हुआ तो उसे इसका नतीजा उस दिन नहीं तो शीघ्र ही भोगना पड़ता हैं ।
It is not for a believer to take a believer ' s life except by mistake ; and he who kills a believer by mistake should free a slave who is a believer, and pay blood - money to the victim ' s family unless they forego it as an act of charity. If he belonged to a community hostile to you but was himself a believer, then a slave who is a believer should be freed. In case he belonged to a people with whom you have a treaty, then give blood - money to his family and free a believing slave. But he who has no means should fast for a period of two months continuously to have his sins forgiven by God, and God is all - knowing and all - wise.
किसी ईमानवाले का यह काम नहीं कि वह किसी ईमानवाले का हत्या करे, भूल - चूक की बात और है । और यदि कोई क्यक्ति यदि ग़लती से किसी ईमानवाले की हत्या कर दे, तो एक मोमिन ग़ुलाम को आज़ाद करना होगा और अर्थदंड उस के घरवालों को सौंपा जाए । यह और बात है कि वे अपनी ख़ुशी से छोड़ दें । और यदि वह उन लोगों में से हो, जो तुम्हारे शत्रु हों और वह स्वयं मोमिन रहा तो एक मोमिन को ग़ुलामी से आज़ाद करना होगा । और यदि वह उन लोगों में से हो कि तुम्हारे और उनके बीच कोई संधि और समझौता हो, तो अर्थदंड उसके घरवालों को सौंपा जाए और एक मोमिन को ग़ुलामी से आज़ाद करना होगा । लेकिन जो न पाए तो वह निरन्तर दो मास के रोज़े रखे । यह अल्लाह की ओर से निश्चित किया हुआ उसकी तरफ़ पलट आने का तरीक़ा है । अल्लाह तो सब कुछ जाननेवाला, तत्वदर्शी है