अद्वितीय
अतुलनीय
An uncomparable bowman to whom Lord Sree Krishna gave upadesh from Shreemadh Bhagavat Gita.
एक अतुल्निय धनुर्धर जिसको श्री कृष्ण ने श्रीमद् भगवद् गीता का उपदेश दिया था ।
From the bodies of the angry and terrified gods then issued forth a terrible fire which assumed huge proportions and from this fire a woman of uncomparable beauty was born.
तब भयाक्रांत और क्रुद्ध देवताओं के शरीरों से एक भयानक ज्वाला निकली जिसने विराट आकार ग्रहण कर लिया तथा इस ज्वाला से अनुपम सौंदर्यवती एक स्त्री उत्पन्न हुई ।