Meaning of Ripeness in Hindi - हिंदी में मतलब

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Ayush Rastogi
Mar 08, 2020   •  0 views
  • परिपक्वता

  • प्रौढ्ॅअता

  • प्रौढ़ता

Synonyms of "Ripeness"

Antonyms of "Ripeness"

  • Greenness

"Ripeness" शब्द का वाक्य में प्रयोग

  • Hari Dilgir ' s narrative Harishchandra, which he wrote following the narrative of Guru Nanak by Bewas, contains ' Two words ' of blessing from Bewas himself who said that Dilgir, though a young poet, had attained to twenty years of maturity more than his age warranted, and commended his pupil ' s ripeness and sweetness.
    इनमें बेवस ने कहा है कि युवा कवि दिलगीर कवि रूप में अपनी आयु से बीस वर्ष पहले परिपक्व हो गए हैं तथा उन्होंने अपने शिष्य की परिपक्वता तथा माधुर्य की प्रशंसा की है ।

  • It is He Who sendeth down rain from the skies: with it We produce vegetation of all kinds: from some We produce green, out of which We produce grain, heaped up ; out of the date - palm and its sheaths clusters of dates hanging low and near: and gardens of grapes, and olives, and pomegranates, each similar yet different: when they begin to bear fruit, feast your eyes with the fruit and the ripeness thereof. Behold! in these things there are signs for people who believe.
    और वह वही जिसने आसमान से पानी बरसाया फिर हम ही ने उसके ज़रिए से हर चीज़ के कोए निकालें फिर हम ही ने उससे हरी भरी टहनियाँ निकालीं कि उससे हम बाहम गुत्थे दाने निकालते हैं और छुहारे के बोर से लटके हुए गुच्छे पैदा किए और अंगूर और ज़ैतून और अनार के बाग़ात जो बाहम सूरत में एक दूसरे से मिलते जुलते और जुदा जुदा जब ये पिघले और पक्के तो उसके फल की तरफ ग़ौर तो करो बेशक अमन में ईमानदार लोगों के लिए बहुत सी निशानियाँ हैं

  • It is He Who sends down water from the sky, and with it We bring forth vegetation of all kinds, and out of it We bring forth green stalks, from which We bring forth thick clustered grain. And out of the date - palm and its spathe come forth clusters of dates hanging low and near, and gardens of grapes, olives and pomegranates, each similar yet different. Look at their fruits when they begin to bear, and the ripeness thereof. Verily! In these things there are signs for people who believe.
    और वह वही जिसने आसमान से पानी बरसाया फिर हम ही ने उसके ज़रिए से हर चीज़ के कोए निकालें फिर हम ही ने उससे हरी भरी टहनियाँ निकालीं कि उससे हम बाहम गुत्थे दाने निकालते हैं और छुहारे के बोर से लटके हुए गुच्छे पैदा किए और अंगूर और ज़ैतून और अनार के बाग़ात जो बाहम सूरत में एक दूसरे से मिलते जुलते और जुदा जुदा जब ये पिघले और पक्के तो उसके फल की तरफ ग़ौर तो करो बेशक अमन में ईमानदार लोगों के लिए बहुत सी निशानियाँ हैं

  • The verses reveal greater ripeness than in Vancheesa Geethi.
    वाञ्चि गीति की अपेक्षा सुजातोद्वहम् के पद्य अधिक परिपक्वता लिये हुए हैं ।

  • It is He Who sends down water from the sky, and with it We bring forth vegetation of all kinds, and out of it We bring forth green stalks, from which We bring forth thick clustered grain. And out of the date - palm and its spathe come forth clusters of dates hanging low and near, and gardens of grapes, olives and pomegranates, each similar yet different. Look at their fruits when they begin to bear, and the ripeness thereof. Verily! In these things there are signs for people who believe.
    और वही है जिसने आकाश से पानी बरसाया, फिर हमने उसके द्वारा हर प्रकार की वनस्पति उगाई ; फिर उससे हमने हरी - भरी पत्तियाँ निकाली और तने विकसित किए, जिससे हम तले - ऊपर चढे हुए दान निकालते है - और खजूर के गाभे से झुके पड़ते गुच्छे भी - और अंगूर, ज़ैतून और अनार के बाग़ लगाए, जो एक - दूसरे से भिन्न भी होते है । उसके फल को देखा, जब वह फलता है और उसके पकने को भी देखो! निस्संदेह ईमान लानेवाले लोगों को लिए इनमें बड़ी निशानियाँ है

  • It is He Who sendeth down rain from the skies: with it We produce vegetation of all kinds: from some We produce green, out of which We produce grain, heaped up ; out of the date - palm and its sheaths clusters of dates hanging low and near: and gardens of grapes, and olives, and pomegranates, each similar yet different: when they begin to bear fruit, feast your eyes with the fruit and the ripeness thereof. Behold! in these things there are signs for people who believe.
    और वही है जिसने आकाश से पानी बरसाया, फिर हमने उसके द्वारा हर प्रकार की वनस्पति उगाई ; फिर उससे हमने हरी - भरी पत्तियाँ निकाली और तने विकसित किए, जिससे हम तले - ऊपर चढे हुए दान निकालते है - और खजूर के गाभे से झुके पड़ते गुच्छे भी - और अंगूर, ज़ैतून और अनार के बाग़ लगाए, जो एक - दूसरे से भिन्न भी होते है । उसके फल को देखा, जब वह फलता है और उसके पकने को भी देखो! निस्संदेह ईमान लानेवाले लोगों को लिए इनमें बड़ी निशानियाँ है

  • He would not offend the sentiment of the sanatanists or encourage social reform which would enforce external change without inner ripeness.
    वे सनातनियों की भावना को ठेस नहीं पहुंचाना चाहते थे और न ऐसे ' समाज - सुधार ' को बढ़ावा देना चाहते थे जो भीतरी परिपक्वता के बिना जबर्दस्ती बाहरी परिवर्तन लादता है ।

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