अनिर्वचनीय
अकथनीय
अवर्णनीय
Indefinable
Indescribable
Untellable
Unutterable
Unnameable
The seeker of this ultimate release may take other realisations on his way, may realise the Lord of the universe, the Purusha who manifests Himself in all creatures, may arrive at the cosmic consciousness, may know and feel his unity with all beings ; but these are only stages or circumstances of his journey, results of the unfolding of his soul as it approaches nearer the ineffable goal.
इस चरम मुक्ति का अभिलाषी साधक अपने मार्ग में अन्य साक्षात्कारों को भी प्राप्त कर सकता है, जगत् के प्रभु का, सब प्राणियों में अपने - आपको प्रकट करनेवाले पुरुष का साक्षात्कार कर सकता है, विराट् चेतना प्राप्त कर सकता है, सब भूतों के साथ अपनी एकता का ज्ञान और अनुभव प्राप्त कर सकता है; परन्तु ये उसकी यात्रा की क्रमिक अवस्थाएं या पपिस्थितियांमात्र हैं, जैसे - जैसे उसकी आत्म अपने अवर्णनीय लक्ष्य के अधिकाधिक निकट पहुंचती है वैसे - वैसे ये साक्षात्कार इसके विकास के परिणामों के रूप में प्रकट होते हैं ।
Since he withdraws into impersonality, we follow after his impersonal being and delight, but since he meets us also in our personality and through personal relations of the Divine with the human, that too we shall not deny ourselves ; we shall admit both the play of the love and the delight and its ineffable union.
क्योंकि वे निर्वैयक्तिकता में लौट जाते हैं, हम उनकी निर्वैयक्तितक सत्ता और आनंद का अनुसरण करते हैं, पर, क्योंकि वे हमारी वैयक्तिकता में तथा मानव के साथ भगवान् के वैयक्तिक सम्बन्धों द्वारा भी हमसे मिलने हैं उससे भी हम अपने को वच्छित नहीं करेंगे, प्रेम तथा आनंद की क्रीड़ा और इसका अनिर्वचनीय मिलन - दोनों को हम ग्रहण करेंगे ।
The soul may through the confirmation of this quietude and mental silence pass into some ineffable tranquillity of the spirit and vast cessation of the activities of Nature.
अन्तरात्मा इस शम एवं मानसिक निश्चल - नीरवता को सुदृढ़ करके आत्मा की किसी अनिर्वचनीय परम शान्ति में एवं प्रकृति की क्रियाओं के विशाल विलोप की अवस्था में पहुंच सकती है ।
It is the sole that is absolutely necessary for the traditional aim of the Yoga of Knowledge, for immergence, for escape from cosmic existence, for release into the absolute and ineffable Parabrahman who is beyond all cosmic being.
यही वह एकमात्र प्रक्रिया है जो ज्ञानयोग के परम्परागत लक्ष्य के लिये, लय के लिये, जागतिक सत्ता से पलायन के लिये, समस्त जगत्सत्ता के परे अवस्थित पूर्ण और अनिर्वचनीय परब्रह्य में कुक्त होने के लिये नितान्त अनिवार्य हैं ।
The state of knowledge, the consciousness other than this temporal that we must attain is Nirvana, an extinction of ego, a cessation of all mental, vital 288 The Yoga of Integral Knowledge and physical activities, of all activities whatsoever, a supreme illumined quiescence, the pure bliss of an impersonal tranquillity self - absorbed and ineffable.
ज्ञान की जो भूमिका किंवा इस लौकिक चेतना से भिन्न जो चेतना हमें प्राप्त करनी होगी वह निर्वाण है, अर्थात् अहं का लय है, समस्त मानसिक, प्राणिक और शारीरिक क्रियाओं का, बल्कि सभी २९० योग - समन्वय क्रियाओं का निरोध है, चाहे वे कोई भी क्यों न हों, वह परम प्रकाशयुक्त निश्चलता है, आत्म - लीन और अनिर्वचनीय निर्व्यक्तिक प्रशान्तता का विशुद्ध आनन्द है ।
For the Supreme, however hidden now to us, is here in the world no less than he could be in the most utter and ineffable self - extinction, the most intolerant Nirvana.
क्योंकि, परम, सत्, चाहे इस समय वह हमसे कितना ही छुपा क्यों न हो, यहां इस जगत् मे भी उससे कम विद्यमान नहीं है जितना कि वह अत्यन्त पूर्ण और अनिर्वचनीय आत्म - लय में एवं अत्यन्त असहिष्णु निर्वाण में हो सकता है ।
It is the awakening to an ineffable high transcendent Unknowable above myself and above this world in which I seem to move, a timeless and spaceless condition or entity which is at once, in some way compelling and convincing to an essential consciousness in me, the one thing that is to it overwhelmingly real.
वह उस अनिर्वचनीय, उच्च, परात्पर एवं अविज्ञेय सत्ता के प्रति जागरण है जो मेरे और इस संसार के भी, जिसमें मैं निवास करता प्रतीत होता हूं, ऊपर अवस्थित है, वह उस कालातीत और देशातीत अवस्था या सत्ता के प्रति जागरण है, जो साथ ही, मेरे अन्दर की तात्त्विक चेतना के लिये, सबल और असंदिग्ध रूप में, एक अनन्य दूर्निवार सत्य है ।
One - pointed towards some ineffable Transcendence, casting away his personality, shedding from him the labour and trouble of the universal Dynamis, he can escape into an inexpressible Nirvana, annul all things in an intolerant exaltation of flight into the Incommunicable.
किसी अनिर्वचनीय परात्परता में एकाग्र होकर, अपने पृथक् व्यक्तित्व का विसर्जन कर, जागतिक हलचल के आयास - प्रयास को तिलांजलि देकर वह अवर्णनीय निर्वाण की शरण में जा सकता है, अकथनीय की ओर एक असहिष्णु ऊंची उड़ान में वह सभी वस्तुओं को मिथ्या घोषित कर सकता है ।
For it is not so much knowledge leading to some ineffable Absolute, not so much works lifting us beyond world - process to the originating supreme Knower and Master, but rather this thing most intimate to us, yet at present most obscure, which keeps for us wrapped in its passionate veil the deep and rapturous secret of the transcendent Godhead and some absolute positiveness of its perfect Being, its all - concentrating Bliss, its mystic Ananda.
वास्तव में, हमारे साथ अत्यन्त घनिष्ठ रूप से सम्बद्ध पर अद्यावधि अत्यन्त अस्पष्ट यह वैयक्तिक रूप अपने प्रगाढ़ आवरण में हमारे लिये परात्पर परमेश्वर के गहन और मादक रहस्य को और उसकी पूर्ण सत्ता तथा उसके तन्मयकारी परम सुख एवं रहस्यमय आनन्द की एक चरम निश्चयता को जितना अधिक आवेष्टित रखता है उतना न तो वह ज्ञान ही आवेष्टित रखता है जो किसी अनिर्वचनीय परतत्त्व की ओर ले जाता है और न वह कर्मकलाप जो हमें जगत् - प्रक्रिया से परे अपने आदि - कारण, परम ज्ञाता और परम प्रभु की ओर ले जाता है ।
But all this experience is only the vestibule to that suprasensuous, supramental realisation of the Transcendent who is beyond all His aspects, and the final summit of knowledge can only be attained by entering into the superconscient and there merging all other experience into a supernal unity with the ineffable.
परन्तु यह सब अनुभव परात्पर की, जो अपने सब रूपों से परे हैं, अतीन्द्रिय एवं अतिमानसिक उपलब्धि का बहिर्द्वारमात्र है, और ज्ञान के अन्तिम शिखर पर तो हम तभी आरूढ़ हो सकते हैं यदि हम अतिचेतन में प्रविष्ट होकर वहां अनिर्वचनीय के साथ स्वर्गीय एकत्व में अन्य समस्त अनुभव को निमज्जित कर दें ।