संदिग्धता
Dubiousness
Certainty
And even a blind and ignorant faith is a better possession than the sceptical doubt which turns its back on our spiritual possibilities or the constant carping of the narrow pettily critical uncreative intellect, asuya, which pursues our endeavour with a paralysing incertitude.
सन्देहवादी की शंका जो हमारी आध्यात्मिक संम्भावनाओं की ओर पीठ फेरती है या संकीर्ण क्षुद्रालोचक एवं सर्जनशून्य बुद्धि, असूया, का सतत छिद्रान्वेषण जो हमारे प्रयत्न का पीछा करके उसमें पंगूकारक अनिश्चितता ले आता है - इन दोनों की अपेक्षा एक अन्ध एवं अज्ञानयुक्त श्रद्धा भी अधिक अच्छी सम्पदा है ।