शायद मैंने अभी तुझे सही से पहचाना नही
तू मेरी नही गर यही सच है तो ये सच बताना नही
हां अगर तू खुश है किसी और के साथ तो ठीक है
पर तुझे चाहने वाले से कभी ये बात छुपाना नहीं।
फुरसत भी मिले तो सपने में आना नही
मैं सोया रहूंगा तुम चुपके से जगाना नही
शायद जिन्दा हो जाऊं तुम्हे पास देख कर
थोड़ी देर रुक जाना,इतनी जल्दी जाना नही ।
शुभम पाठक