बेटियाँ बोझ नही इंसान है,
लोगों के दिमाग मे ये बात भरना है।
इस साल हमें बहुत कुछ करना है।
हर जगह ख़ुशी से जा सकती है वो
उन्हें नही किसी से लड़ना है
इस साल हमें बहुत कुछ करना है।
हर इंसान को इज्जत दे कर
बहन बेटियों को सुरक्षित रखना है।
इस साल हमें बहुत कुछ करना है।
बाल मजदूरी बन्द करेंगे
हर बच्चे को पढ़ना है
इस साल हमें बहुत कुछ करना है।
भारत देश को एक राष्ट्र बनाकर
पड़ोसी देश को हमसे डरना है
इस साल हमें बहुत कुछ करना है।
जाति-धर्म का भेद मिटा कर
कदम मिलाकर चलना है
इस साल हमें बहुत कुछ करना है।
सेना को मजबूत बना कर
आतंकवाद से लड़ना है
इस साल हमें बहुत कुछ करना है।
इंसान को इंसान समझकर
भेदभाव कुचलना है
इस साल हमें बहुत कुछ करना है।
शुभम पाठक