आप सब ने दान के बारे में तो सुना ही होगा। दान कहीं तरह के होते हैं। संपत्ति दान, भूदान, श्रम- दान आदि, किंतु रक्तदान सबसे बड़ा दान होता है। रक्तदान यानी अपने शरीर में प्रवाहित होने वाले खून में से थोड़े से खून का दान देना। खून का दान क्यों? क्योंकि इससे किसी व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। कोई रोगी या दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति हमारी रक्तदान से स्वस्थ हो सकता है।
अब आप यह मत सोचना कि अपना खून दान कर देंगे तो लोग कमजोर हो जाएंगे। नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं होता। हमारे विशेषज्ञ कहते हैं कि रक्तदान से नुकसान नहीं बल्कि फायदा होता है। उनका कहना है कि रक्तदान से कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर नियंत्रण रहता है। यही नहीं कैंसर और दिल के रोगों से बचने में भी रक्तदान उपयोगी होता है। विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि साल भर में दो या तीन बार रक्तदान लोगों को करना चाहिए। रक्तदान की उम्र 18 साल से अधिक और 60 साल से कम होनी चाहिए। साधारण मनुष्य के शरीर में 5 से 6 लीटर रक्त होता है। रक्तदान में एक बार में एक यूनिट यानी 350 मिलीलीटर रक्त लिया जाता है। कम 24 से 48 घंटे के भीतर शरीर पूरा कर लेता है। लगभग आधा घंटा समय लगता है। वैसे 1 यूनिट रक्त देने से सिर्फ 5 से 6 मिनट का समय लगता है।
कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि रक्तदान से शरीर में कमजोरी आ जाती है, चिकित्सकों के अनुसार यह उनकी गलतफहमी है। रक्तदान कीजिए क्योंकि यह किसी की जिंदगी बचा सकता है। और किसी की जिंदगी बचाना एक बहुत ही महान कार्य होता है। रक्तदान सिर्फ दूसरों की ह नहीं अपितु आपके शरीर को भी स्वस्थ रखने में मदद करता है।इसलिए रक्तदान कीजिए और इस महादान का पुण्य अर्जित कीजिए। क्या पता यह पुण्य आपके कहां काम आ जाए!