शोरगुल
कोलाहल/धूमधाम/बखेड़ा
कटु आलोचना
बवाल
ऊधम
होहल्लाह
कीक
तुफान
Tumultuousness
Garboil
Hubbub
Brouhaha
Katzenjammer
Third reflection: the Muslim uproar has a goal: to prohibit criticism of Islam by Christians and thereby to impose Shariah norms on the West. Should Westerners accept this central tenet of Islamic law, others will surely follow. Retaining free speech about Islam, therefore, represents a critical defense against the imposition of an Islamic order. Related Topics: Freethinking & Muslim apostasy receive the latest by email: subscribe to daniel pipes ' free mailing list This text may be reposted or forwarded so long as it is presented as an integral whole with complete and accurate information provided about its author, date, place of publication, and original URL. Comment on this item
तीसरा प्रतिबिम्ब - इस मुस्लिम प्रतिक्रिया का एक उद्देश्य है ईसाइयों द्वारा इस्लाम की आलोचना को प्रतिबन्धित करते हुये पश्चिम पर शरियत के नियमों को थोपना. क्या पश्चिमवासियों को इस्लामी कानून के इस मुख्य विचार को स्वीकार कर लेना चाहिये जिसके बाद और भी इसका अनुकरण करेंगे. इस्लाम के सम्बन्ध में स्वतन्त्र अभिव्यक्ति इस्लामी व्यवस्था के थोपे जाने के विरूद्ध एक महत्वपूर्ण बचाव है.
When prince Meghkumara, born of queen Dharini, heard the uproar, he asked his sentinel what was happening.
उसकी रानी धारिणी से उत्पन्न राजकुमार ने जब यह कोलाहल सुना तो उसने अपने कंचुकी को बुलाकर पूछा ।
Meanwhile we heard a great uproar outside the jail.
इसी बीच में बाहर से जयजयकार की आवाज आने लगी ।
There was a loud uproar and the crowd took to its heels.
एक धमाका हुआ और सारी भीड़ सरपट भाग खड़ी हुई ।
The decision to shift to SRI cultivation created lot of uproar among other paddy farmers of his area, as he was the president of that paddy growers association.
श्री कृषि तकनीक अपनाने के निर्णय से उनके क्षेत्र के धान के किसानों में काफी शोरगुल हुआ क्योंकि वे उस क्षेत्र के किसानों के धान उपजाऊ संघ के अध्यक्ष थे ।
Sometimes when there is excitement, uproar, or continuous interruption in the House, he has to employ great tact, subtle wit and healthy humour to contain the situation, to relieve tension, and to create conditions in which orderly and relaxed debate can proceed.
कभी कभी जब सदन में उत्तेजना होती है, कोलाहल होता है या लगाता अंतर्बाधा होती है तब उसे स्थिति को संभालने, तनाव दूर करने और ऐसा वातावरण पैदा करने के लिए जिसमें व्यवस्थित एवं शांत ढंग से वाद - विवाद हो सके, बड़ी होशियारी, सूक्ष्म बुद्धि एवं स्वस्थ हास्यप्रियता से काम लेना पड़ता है ।
The era of Islamist uproar began abruptly on February 14, 1989, when Ayatollah Ruhollah Khomeini, Iran ' s supreme leader, watched on television as Pakistanis responded with violence to a new novel by Salman Rushdie, the famous writer of South Asian Muslim origins. His book ' s very title, The Satanic Verses, refers to the Koran and poses a direct challenge to Islamic sensibilities ; its contents further exacerbate the problem. Outraged by what he considered Rushdie ' s blasphemous portrait of Islam, Khomeini issued an edict whose continued impact makes it worthy of quotation at length: I inform all zealous Muslims of the world that the author of the book entitled The Satanic Verses - which has been compiled, printed, and published in opposition to Islam, the Prophet, and the Koran - and all those involved in the publication who were aware of its contents, are sentenced to death.
इस क्रम में मैं दो बिन्दुओं के बारे में चर्चा करना चाहूँगा । पहला तो यह कि पश्चिम का इस्लाम और मुसलमानों के बारे में चर्चा करने, उनकी आलोचना करने और यहाँ तक कि उसे चिढाने का अधिकार क्षीण हुआ है । दूसरा, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता समस्या का अत्यंत छोटा पहलू है दाँव पर कुछ कहीं अधिक लगा है जो कि निश्चय ही हमारे समय का सबसे मह्त्वपूर्ण प्रश्न है, क्या पश्चिमी लोग अपनी ऐतिहासिक सभ्यता को इस्लामवादी आक्रमण के समक्ष बरकरार रख पायेंगे या फिर वे इस्लामी संस्कृति और कानून के समक्ष समर्पण कर द्वितीय श्रेणी के नागरिक होकर रह जायेंग़ॆ ?
Nothing exposed this limitation to the Centre ' s authority over its star civil servants than the recent uproar over its decision to call back, or “ requisition ”, three IPS officers from Tamil Nadu.
केंद्र की यह मजबूरी हाल में तमिलनाड़ु से तीन आइपीएस अधिकारियों को वापस बुलने के फैसले पर उ ए बवाल से जाहिर ही.
The cause of all the uproar was the ever restless spiritK. L. Gauba.
सदैव विकल आत्म के. एल. गाबा विवाद का कारण बन गए थे ।
As their hatred took the form of parochialism other spectators supported them, and there was un - precedented uproar in the theatre which will never be repeated.
उनके इस व्यक्तिगत द्वेष को इस प्रकार नैतिक आधार मिल जाने पर अन्य दर्शकों का भी समर्थन उन्हें प्राप्त हुआ तथा नाट्यगृह में ' न भूतों न भविष्यति ' स्वरूप का कोलाहल मच गया ।