तुक
तुकबंदी होना
तुकबंदी करना
यमक
तुकांत कविता
तुकबंदी
तुकांत
काफिया
अन्त्यानुप्रास
काफिया मिलाना
Rime
Influenced by his nephew, the magnanimous Kerala Varma composed Daivayogam without sticking to this special rhyme.
अपने भतीजे से प्रभावित होकर उदारचेता केरल वर्मा ने बिना इस विशेष प्रास की सहायता के दैवयोगम् शीर्षक कविता की रचना की ।
He also did not follow consistently the rhyme in the second syllable of each line dvitiyakshara Prasa, so popular in Malayalam.
हर पंक्ति के द्वितीय पद्यांश में तुक का प्रयोग भी उन्होंने हर जगह नहीं किया है जो कि मलयालम में बहुत लोकप्रिय है ।
to recognise words or sounds that rhyme
उन शब्दों और ध्वनियों को पहचानना जिनमें छंद / तुकान्त हो
Though the subject was Malayalam poetry in general, the thrust of the paper was against the insistence on rhyme.
हालांकि सामान्य तौर पर प्रबन्ध का विषय मलयालम कविता था, परन्तु उसमें समूचा बल प्रास के विरूद्ध था ।
One has just to think of a number of words which rhyme together and then to string ideas which suit the rhyming words.
करना सिर्फ यह होगा कि ऐसे कुछ शब्द ले लिए जायें जिनकी तुक मिलती हो और फिर विचारों को इन शब्दों में गूथँ दिया जाए ।
The rhythmic pattern of the original of this poem is so contrived that the stress of every rhyme and alliteration falls just where the emotional stress falls.
इस कविता के मूल की लयात्मक रचना इस प्रकार सुयोजित है कि प्रत्येक लय और अनुप्रास का आघात वहीं पड़ता है जहाँ भावनाओं का आघात है ।
Actually rhyme was only one of the points of difference in the clash though no doubt it was the moot point or the focus where it burst.
उस वैचारिक संघर्ष में वस्तुतः प्रास मतभेद के कई मद्दों में से एक था परंतु जहां यह पैदा हुआ वहाँ निस्सन्देह यह महत्वपूर्ण या केन्द्रीय विषय था ।
Such cases are now filed without any rhyme or reason.
वर्तमान में, ऐसे मामले अकारण ही दायर कर दिए जाते हैं ।
When Srikantayya said that the language of literature should be nearer the language spoken by ordinary men not that the two should be identical, when he rejected the second - letter rhyme Adiprasa, when he pleaded for more freedom and suppleness in metres, when he said that the day - to - day life of the ordinary man could provide subjects for poetry, he gave mortal offence to the traditionalists.
जब श्रीकंठय्य ने कहा कि साहित्य की भाषा सामान्य जन की भाषा के निकट होनी चाहिए यह नहीं कि वे दोनों एक हों, जब उन्होने अदिमप्रास अलंकार को अस्वीकृत किया, जब उन्होनें छंद के बंधनों से मुक्ति का आग्रह किया, जब उन्होनें कहा कि दैनदिन जीवन के विषयों पर कविता लिखी जा सकती है, तो परंपरावादी बहुत ही आहत हुए ।
Whenever the joy of that day comes back to me even now, I realise why rhyme is so needful in poetry.
जब कभी भी उस दिन का आनंद मेरे पास लौटकर आता है, बल्कि आज भी, तो मैं इस बात का अनुभव करता हूं कि कविता के लिए छंद की क्या महत्ता है ।