प्रकृति
प्रवृति
सुझ भुज
स्वाभाविक प्रवृति, बिना तर्क के विशेष प्रकार से आचरण करना
सहज प्रवृति
सहजबोध
सहजज्ञान
Once a society seeks to bind man ' s religious instinct to a string of outward rituals and chain it to one place, accepting such a society would mean reducing oneself for ever to wooden puppets.
जो समाज मनुष्य के धर्म बोध को बाहरी आचरण की बेड़ियाँ पहनाकर एक ही जगह बन्दी बनाकर रखना चाहता है, उसे मानने पर तो अपने को हमेशा के लिए कठपुतनी बना रखना होगा ।
Enveloped in a dream - like vibrant atmosphere, these lines are instinct with the most delicate and the tenderest shades of patriotic feelings.
एक स्वप्निल वातावरण से आवेष्टित ये पंक्तियॉँ देश - प्रेम की कोमल भावनाओं में पली हुई हैं ।
He means that permanent instinct itself is transformed into sentiment.
उनका अभिप्राय है कि स्थायी भाव स्वयं रस में परिणत हो जाता है ।
Raja Rammohun Roy had founded in 1825 the Brahma Sabha as a meeting place for all people, irrespective of caste or race, for the worship of One True God, without the use of any images or symbols or any sectarian ritual. But the movement had languished until this young intrepid mystic, with the sure instinct of a religious reformer, amalgamated in 1843 his new - born Sabha with the older organisation and renaming it Brahma Samaj turned the meeting place into a movement and what was little more than an intellectual club into a vigorous centre of a dynamic faith.
राजा राममोहन राय ने सन् 1825 में ब्रह्म सभा की स्थापना द्वारा एक ऐसी मिलन स्थली बनाई थी, जिसमें किसी जात - पात और वर्ण - विशेष के सभी लोग आपस में मिल - जुलकर बिना किसी विग्रह या प्रतीक के और बिना कोई सांप्रदायिक कर्मकांड के एक साथ परमात्मा की उपासना कर सकते थे, लेकिन यह आंदोलन तब तक मुरझाया ही रहा जब तक कि इस युवा रहस्यवादी, जिसमें कि एक धर्म सुधारक की वृत्तियां मौजूद थीं, ने उनकी नवजात सभा को 1843 में प्राचीन संस्था के साथ संयुक्त कर इसे ब्रह्म नाम नहीं दे डाला और उस मिलन स्थली को एक आंदोलन के रूप में और कुल मिलाकर कमोबेश बुद्धिजीवियों की एक छोटी - सी मंडली को सुदृढ़ आस्था के जीवंत केंद्र में परिवर्तित न कर दिया.
The implications of Advaitic thought bewilder the intellect of those, who live in this world of relativity, but the poetic instinct of Kamban, while dramatizing and concretizing this bewilderment, accepts and uses this very bewilderment as convincing proof of the truth of Advaita.
अद्वैत दर्शन का मेल उन लोगों की बुद्धि को चकरा देता है जो सापेक्षता की इस दुनिया में रहते हैं, किन्तु कम्बन् की कवि - वृत्ति इस बुद्धि भ्रम को नाटकीय और ठोस रूप देते हुए, इसे स्वीकार करती है और इसे ही अद्वैत सत्य के निश्चित प्रमाण के रूप में प्रयुक्त करती है ।
From Fabre ' s experiment, one would expect the young wasp to cut through only the first partition, and because her instinct was satisfied, she would not be able to break through the second and the third barriers and she would die in a few days.
फेबरे के प्रयोग के अनुसारा तो यह आशा की जानी चाहिए कि तरूण बर्र केवल पहले विभाजन को ही काट पाएगी और क्योंकि उसकी सहजवृत्ति संतुष्ट हो जाएगी इसलिए वह दूसरे और तीसरे रोधक के नहीं काट पाएगी और कुछ ही दिनों में मर जाएगी ।
During this destruction the villagers of Bisharri relied on their ancient instinct for survival and retreated to the impregnable fortress of the mountain. - - Suheil Bushrui and Joe Jenkins, Kahlil Gibran: Man and Poet
इस विनाश के दौरान बिशर्री के गांववासियों ने बचाव करने की अपनी प्राचीन प्रवृत्ति पर भरोसा किया और पहाड़ की अभेद्य गढ़ी में शरण लेने चले गए । - - सुहेल बुशरूई और जो जेंकिंस," कहलील जिब्रानः मैन एंड पोएट"
From Fabre ' s experiment, one would expect the young wasp to cut through only the first partition, and because her instinct was satisfied, she would not be able to break through the second and the third barriers and she would die in a few days.
फेबरे के प्रयोग के अनुसारा तो यह आशा की जानी चाहिए कि तरूण बर्र केवल पहले विभाजन को ही काट पाएगी और क़्योंकि उसकी सहजवृत्ति संतुष्ट हो जाएगी इसलिए वह दूसरे और तीसरे रोधक के नहीं काट पाएगी और कुछ ही दिनों में मर जाएगी.
But instinct does not make for sound policy. An act of war requires context, guidelines, and consistency.
लेकिन अकेले अंतःकरण के आधार पर सही नीति नहीं बनाई जा सकती । युद्ध के कार्य में प्रसंग, दिशानिर्देशन और निरन्तरता की भी आवश्यकता होती है ।
His simple and homely address is instinct with deep respect for the Mahatma ' s personality.
उनका यह सीर्धासादा और घरेलू संदेश स्वाभाविक उद्गारों में व्य हुआ, ऋनमें महात्मा के व्यि त्व के लिए गहरी श्रद्धा है.