अवतरण
अवतारण
अवतार
Embodiment
Avatar
Personification
He made its appeal stronger and wider by substituting as the object of devotion Ramachandarji, the Avatar - LRB - incarnation - RRB - of Vishnu, for the god himself, for Rama ' s fascinating personality was much nearer to human imagination.
उन्होनें, विष्णु के अवतार रामचद्रं जी को ईश्वर के रूप मे आराघ्य की वस्तु बताते हुए अपने आग्रह की और अधिक प्रभावशाली तथा व्यापक बना लिया, क़्योकिं राम का आकर्षण व्यक़्तित्व मनुष्यों की कल्पना के अधिक समीप था.
According to Bhagwatgita, Vedas, Upanishadas, all God, Godesses are only one incarnation of that Supreme Power who Himself is Brahma in incarnation
अद्वैत वेदान्त भगवद गीता वेद उपनिषद् आदि के मुताबिक सभी देवी - देवता एक ही परमेश्वर के विभिन्न रूप हैं ।
According to Bhagwatgita, Vedas, Upanishadas, all God, Godesses are only one incarnation of that Supreme Power who Himself is Brahma in incarnation
अद्वैत वेदान्त भगवद गीता वेद उपनिषद् आदि के मुताबिक सभी देवी - देवता एक ही परमेश्वर के विभिन्न रूप हैं ।
Such a view helps Radhakrishnan effortlessly tackle the problem of incarnation.
यह विचार अवतारवाद की समस्या हल करने में राधाकृष्णन की बड़ी मदद करता है ।
According to Hindu Shastras, Lord Rama was incarnation of Vishnu. Goal of this incarnation was to give guidance for ideal life in Mrityuloka.
हिन्दू शास्त्रों के अनुसार भगवान राम & # 44 ; विष्णु के अवतार थे. इस अवतार का उद्देश्य मृत्युलोक में मानवजाति को आदर्श जीवन के लिये मार्गदर्शन देना था ।
It was then revealed that the princess was actually an incarnation of Parvati who came to earth to honour a promise given to Kanchanamala in her previous life.
जब यह प्रकट हुआ कि राजकुमारी वास्तव में पार्वती जी का पुनजन्म है, जो पृथ्वी पर अपने पिछले जीवन में कांचन माला को दिए गए वचन का सम्मान करने के लिए आई है ।
4 incarnation as Narsinha: In this avatar, He rescued his devotee Prahlad from his atrocious father by killing him.
४ नरसिंहावतार: नरसिंह रूप में भगवान विष्णु ने अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा की थी और प्रहलाद के पिता हिरण्यकश्यप का वध किया था ।
Then he knew that Sringeri was the place where Devi Sarada, the Goddess of Learning, whose incarnation Sarasvati was, had found a residence.
वह समझ गए कि देवी शारदा ने, जिनकी अवतार यह देवी सरस्वती थी, अपने निवास के लिए श्रृगंरी को ही चुना है ।
The fifth incarnation of Lord Shiva ' Agreshwar Mahadeo Nagnatheshwar ' is installed in Tajamahal
ताजमहल में शिव का पाँचवा रूप अग्रेश्वर महादेव नागनाथेश्वर विराजित है
The Hindus, in their turn, eventually accepted the Buddha as an incarnation of Vishnu.
बदले में हिंदुओं ने अंततः बुद्ध को बिष्णु के एक अवतार के रुप में स्वीकार कर लिया ।