स्वाभाविक
हमेशा का
अभ्यस्त
चिर परिचित
व्यवहारिक
आभ्यासिक
चिर-परिचित
Wonted
“ There is no more miserable human being than one in whom nothing is habitual but indecision. ”
“ जो व्यक्ति आदतन अनिर्णय से ग्रस्त रहता है, उस व्यक्ति से अधिक दयनीय कोई नहीं है । ”
He becomes aware of its action in the six cakras or ganglionic centres of the nervous system, and is able to open it up in each beyond its present limited, habitual and mechanical workings.
वह छः चक्रों में अर्थात् स्नायुमण्डल के छः स्नायुग्रन्थिमय केन्द्रों में होनेवाली प्राण की क्रिया को जान जाता है, और इनमें से प्रत्येक में वह इसे इसकी वर्तमान सीमित, अभ्यस्त और यान्त्रिक क्रियाओं से परे उन्मुक्त कर देने में समर्थ होता है ।
This control, however abnormal to our habitual poise of action, is not only possible, it appears to some extent in the phenomena of hypnosis, though these are unhealthily abnormal, because there it is a foreign will which suggests and commands, but must become the normal action when the higher Self within takes up the direct command of the whole being.
यह नियन्त्रण कार्य करने की हमारी अभ्यस्त स्थिति के लिये कितना ही असामान्य क्यों न हो, पर यह सम्भव है, यह वशीकरण के दृग्विषयों में कुछ हदतक दृष्टिगोचर होता है, यद्यपि ये दृग्विषय अस्वस्थ रूप में असामान्य होते है, क्योंकि इनमें किसी दूसरे का संकल्प ही सुझाव और आदेश देता है, इतना ही नहीं, बल्कि जब अन्तःस्थ उच्चतर आत्मा सम्पूर्ण सत्ता की बागडोर सीधे अपने साथ में ले लेता है तब यह नियन्त्रण एक स्वाभाविक क्रिया बन जाता है ।
He was habitual of believing everyone in good faith.
उसे हर किसी में सद्भावपूर्वक विश्वास करने की आदत थी ।
At the same time its freedom prevents it from being shut up by the recurrence into a groove of habitual action turning always mechanically round a limited stock of thinking.
तथापि उसकी स्वतन्त्रता उसे उक्त पुनरावर्तन के वश उस रूढ़ क्रिया की गरारी में बन्द हो जाने से रोकती है जो सदा ही विचारों के परिमित भण्डार के चारों ओर यन्त्रवत् चक्कर काटती रहती है ।
Nor can we include that constant leaping current of habitual thought which does duty for understanding in the mind of the average unthinking man, but is only a constant repetition of habitual associations, desires, prejudices, prejudg - ments, received or inherited preferences, even though it may constantly enrich itself by a fresh stock of concepts streaming in from the environment and admitted without the challenge of the sovereign discriminating reason.
अभ्यासगत विचारों की उस उछल - कूद मचानेवाली अविच्छिन्न धारा को भी हम इसके अन्तर्गत नहीं कर सकते जो औसत अविचारशील मनुष्य के मन में बुद्धि का काम करती है, पर केवल अभ्यस्त संस्कारों, कामनाओं, पक्षपातों, पूर्वनिर्णयों, अन्यलब्ध या परम्पराप्राप्त अभिरुचियों की अनवरत आवृत्तिमात्र होती है, भले वह उन प्रत्ययों की, जो परिपार्श्व से हमारे भीतर प्रवाहित होते हैं और प्रभुत्वपूर्ण विवेककारी बुद्धि की चुनौती के बिना प्रविष्ट होने दिये जाते हैं, अभिन्व निधि से अपनेको निरन्तर समृद्ध ही क्यों न करती रहे ।
Secondly, it is found that here too a division can be made, a psychological partition between the lower or outward mind still subservient to the old habitual touches and the higher reason and The Way of Equality 713 will which stand back to live in the indifferent calm of the spirit.
दूसरे, ऐसा अनुभव होता है यहां भी निम्न या बाह्य मन, जो अभी तक पुराने अभ्यस्त स्पर्शों के अधीन है, और उच्चतर बुद्धि तथा संकल्पशक्ति जो आत्मा की उदासीन शांति में निवास करने के लिये पीछे की ओर अवस्थित हैं - इन दोनों के बीच विभाजन या मनोवैज्ञानिक पूथक्करण किया जा सकता है ।
Hormonal imbalance is one of the causes of habitual abortion.
रमोन असंतुलन पुनः पुनः गर्भपात होने का एक कारण है
Even if for a long time, as the result of fixed association and past storage of energy, the habitual movement takes place independent of the Purusha ' s assent and even if the sanctioned movement is persistently refused by Nature for want of past habit, still he will discover that in the end his assent or refusal prevails, slowly with much resistance or quickly with a rapid accommodation of her means and tendencies she modifies herself and her workings in the direction indicated by his inner sight or volition.
परन्तु एक बार अनावृत होकर यह अपनी स्वीकृति या निषेध को कार्यकारी बना सकता है, अपने कर्म का स्वामी बन सकता है और प्रकृति की अभ्यस्त गति स्थिर संस्कार और पुरोन शक्ति - संग्रह के परिणाम - स्वरूप, दीर्घकाल तक, पुरुष की स्वीकृत के बिना भी होती रहे और चाहे, पहले से अभ्यास न होने के कारण, प्रकृति किसी स्वीकृत गति का भी दृढ़तापूर्वक निषेध करती रहे, फिर भी उसे पता चलेगा कि अन्त में उसी की स्वीकृति या 220 योग - समन्वय अस्वीकृति की विजय होती है, - धीमे - धीमे, बहुत प्रतिरोध के साथ अथवा शीघ्रतापूर्वक, अपने साधनों एवं प्रवृत्तियों को द्रुतगति से अनुकूल बनाते हुए, - प्रकृति अपने - आपको और अपने व्यापारों को उसकी आन्तर दृष्टि या संकल्प के द्वारा निर्दिष्ट दिशा में परिवर्तित कर लेती है ।
He is habitual to late night work.
वह देर रात में काम करने का आदी है ।