व्याकरण सम्मत
व्याकरण संबंधी
व्याकरणिक
Grammatic
Well-formed
In Sanskrit many word formations are formed by noun, pronoun, adjective and verb bestow the grammatical meaning.
संस्कृत में संज्ञा सर्वनाम विशेषण और क्रिया के कई तरह से शब्द - रूप बनाये जाते हैं जो व्याकरणिक अर्थ प्रदान करते हैं ।
In prose, sequence of words is according to grammatical rules and semantic context.
गद्य में शब्दों का क्रम व्याकरण और अर्थ - संदर्भ के अनुसार होता है ।
or a set of grammatical rules.
या फिर वह व्याकरण नियमावली भी नहीं है ।
In Sanskrit many forms of noun, pronoun and verbs are told which give grammatical meanings.
संस्कृत में संज्ञा सर्वनाम विशेषण और क्रिया के कई तरह से शब्द - रूप बनाये जाते हैं जो व्याकरणिक अर्थ प्रदान करते हैं ।
The usage of certain words, grammatical errors, peculiar yatis and prasas and the immature style of Veerabhadravijayamu indicate that he was quite, young at the time of its composition.
' वीरभद्र विजय ' में कुछ शब्दों का प्रयोग, व्याकरण - संबंधी अशुद्धियाँ, यति और प्रास के अजीव प्रयोंग और अपरिमार्जित शैली इस बाक की ओर संकेत करती है कि उसकी रचना के समय पोतन्ना बहुत छोटी वय के थे ।
He never cared to revise or retouch what he wrote and hence slips in spellings and mistakes in grammatical construction were occasionally left uncorrected, for which critics like J. E. Sanjana and N. B. Divatia have come down heavily on him.
मणीलाल नभूभाई द्विवेदी मणीलाल ने जो भी लिखा उसे पुनः दोहराने या सँवारने की परवाह नहीं की, इसलिये उनके लेखन में कभी कभी दिखाई देने वाली वर्तनी की गलती तथा व्याकरण रचना में त्रुटि सुधार किये बगैर रह गई और जिसके लिये जे. ई. संजाना और एन. बी. दिवेटिया जैसे आलोचकों ने उन पर प्रहार किया ।
But can natural language be fully understood in terms of articulate sounds, grammatical forms and structures and socially acquired conventional symbolization ?
कितुं क्या स्वाभाविक भाषा को उच्चरित ध्वनियो, व्याकरण के रूपो एवं सरचनाओ और सामाजिक रूप से अभिगृहीत पारंपरिक प्रतीको के माध्यम से पूर्णरूपेण समझा जा सकता है ?
Further, the language is divided into a neglected vernacular one, only in use among the common people, and classical one only in use among the upper and educated classes, which is much cultivated, and subject to the rules of grammatical inflection and etymology, and to all the niceties of grammar and rhetoric.
इसके अतिर्Lक्त यह भाषा दो भागों में विभक़्त है - एक तो उपेक्षिता अशिष्ट भाषा जो केवल आम लोगों में बोली जाती है और दूसरी शास्त्रीय भाषा जिसका उच्च वर्ग और शिक्षित जनों में प्रयोग होता है. यह बहुत परिष्कृत भाषा है और व्याकरणिक रूप - रचना तथा व्युत्पत्ति - संबंधी नियमों में बंधी हुई है.
Telugu has rich literary and grammatical traditions.
तेलुगु की समृद्ध साहित्यिक और व्याकरणिक परंपराएं है ।
The fact that different grammatical forms are found in different Agama texts, is a distinct evidence of the changing language of the Agamas.
विभिन्न आगम - ग्रंथों में प्राकृत व्याकरण के रूपों की विविधता का पाया जाना, आगमों की भाषा में परिवर्तन होने का प्रणाण है ।