पूर्ण
बहुत ही
भयंकर
पूर्णतः
निर्दयी
फालतु
खून से भरा हुआ
लहूलुहान
खून से सराबोर
हरामी
लहुलूहान
Besides, though the Muslim as well as Hindu illiterate simple - minded masses could be inflamed into bloody riots by any fire - brand fanatic or wily agent provocateur they could not be made to harbour hatred or ill - will against each other for any length of time.
इसके अलावा यद्यपि अशिक्षित सीधे स्वभाव वाली मुसलमान और हिंदू जनता खूनी दंगों के लिए किसी भी आग मार्का कट्टर धूर्त एजेंटों तथा भडकाने वालों के द्वारा उत्तेजित की जा सकती थी, किंतु वे एक - दूसरे के विरूद्ध उनमें दुर्भावना तथा घृणा के लिए कुछ समय तक भी स्थान नहीं बना सके ।
They fought a bloody war to get freedom.
स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए उन्होंने एक रक्तरंजित युद्ध लड़ा ।
In his mind ' s eye, Lakshmana sees an Armageddon, the bloody scenes of which he describes with picturesque and war - like relish.
अपनी कल्पना में लक्ष्मण एक शस्त्र - संघर्ष देखते हैं जिसके खूनी दृश्य वे युद्धोचित, सचित्र रूप में वर्णन करते हैं ।
Like other Al Qaeda leaders, Khadr disappeared from view soon after 9 / 11. He spent two years on the lam, reappearing only in October 2003, when Pakistani forces unexpectedly found that the DNA of one unrecognizable corpse from a bloody shootout matched Khadr ' s. The terrorism - related activities of other Khadr family members - wife, one of two daughters, three of four sons - complement their patriarch ' s record.
अल - कायदा के अन्य नेताओं की भाँति खद्र भी 11 सितम्बर के तत्काल बाद अदृश्य हो गया. दो वर्ष तक लुप्त रहने के बाद अक्टूबर 2003 में उसकी दुबारा पहचान हुई जब पाकिस्तानी सेना ने अनपेक्षित ढंग से पाया कि एक खूनी मुठभेड़ में एक पहचान न सकने योग्य मृतक के डी. एन. ए की पहचान खद्र से हुई. खद्र के परिवार में पत्नी, दो में से एक पुत्री और चार में से तीन पुत्रों की आतंकवादियों गतिविधियों से इस रिकार्ड को और बल मिलता है -
They were also convinced without any contretemps that the capitalist system would collapse under the weight of its own contradictions because it would fail to control the frequent depressions and buoyancies would not be able to stop world war and the exploited masses would unleash a bloody revolution violently against the handful of affluent people.
वे सभी इस बात पर सहमत थे कि पूंजीवादी व्यवस्था अपने अंतर्विरोधों के कारण चरमरा कर गिर जायेगी, क्योंकि यह बार बार पड़ने वाली मंदी और उछाल को नियंत्रित नहीं कर पायेगी, अंतर्राष्ट्रीय युद्ध को नहीं रोक पायेगी और शोषित जनता मुट्ठी भर सुखी - संपन्न लोगों के खिलाफ हिंसात्मक विद्रोह कर देगी ।
To be sure, the Palestinian campaign of terror continues apace, with frequent, bloody successes. But it has failed to have the intended effect of demoralizing Israelis. Quite the contrary, the violence has promoted a sense of resolve and unity the likes of which Israel has not enjoyed for decades. “ Rather than undermine our morale, the terrorist attacks only strengthen our resolve, ” observes writer Yossi Klein Halevi. A “ notoriously fractious society has rediscovered its commonality, ” he concludes.
पूरी तरह विपरीत दिख रहा है इजरायल फिलीस्तीनियों को पराजित कर रहा है । एक साक्ष्य देखें कुछ सप्ताह पूर्व के इस उलट को देखेंः यासिर अराफात ने काफी देर से इजरायल के उदार प्रस्ताव को स्वीकार किया जिसे कि दो वर्ष पूर्व उन्होंने अस्वीकार कर दिया था । यद्यपि इस बार इजरायल ने बहुत गर्मजोशी नहीं दिखाई ।
When fully gorged, it leaves him in temporary peace, for its place of concealment, leisurely to digest its bloody meal.
पूरी तरह पेट भर जाने पर यह मनुष्य को अस्थायी शांति में छोड़कर अपने छिपने की जगह चला जाता है ताकि वहां आराम से अपने खूनी भोजन को पचा सके.
These credentials help gauge the import of the remarkable op - ed Turki published on Jan. 23 in London ' s Financial Times, “ Saudi Arabia ' s patience is running out. ” He begins it by recalling his own efforts over the decades to promote Arab - Israeli peace and especially the Abdullah Plan of 2002. “ But after Israel launched its bloody attack on Gaza, ” he writes, “ these pleas for optimism and co - operation now seem a distant memory. ” Then comes a threat: “ Unless the new US administration takes forceful steps to prevent any further suffering and slaughter of Palestinians, the peace process, the US - Saudi relationship and the stability of the region are at risk. ”
इन योग्यताओं के आधार पर 23 जनवरी को फायनांसियल टाइम्स में तुर्की द्वारा प्रकाशित सम्पादकीय पृष्ठ के आलेख Saudi Arabia ' patience is running out को मापा जा सकता है । उन्होंने इस आलेख का आरम्भ अपने उन प्रयासों को याद करते हुए किया जो उन्होंने अपने कार्यकाल में अरब - इजरायल शांति के लिये किये थे और विशेष रूप से 2002 की अब्दुल्ला योजना । उन्होंने लिखा, “ लेकिन जब से इजरायल ने गाजा पर खूनी आक्रमण आरम्भ किये हैं, आशावादिता और सहयोग की ये दलीलें दूर का स्वप्न ही दिखती हैं” । इसके बाद उन्होंने एक धमकी दी है, “ जब तक नया अमेरिकी प्रशासन फिलीस्तीनियों की परेशानियों और नरसंहार को रोकने के लिये कोई कठोर कदम नहीं उठाता है तब तक शांति प्रक्रिया, अमेरिकी सउदी सम्बन्ध और इस क्षेत्र में स्थायित्व पर खतरा बना रहेगा । “
The bloody battle between the tribes ended a century long period of concord.
जनजातियों के बीच हुए रक्तरंजित संघर्ष ने उनकी पिछले सौ वर्षों की मैत्री का अंत कर दिया ।
Apr. 12, 2007 update: In two - part essay titled “ Is European Civil War Inevitable by 2025 ? ” Paul Weston calls it inevitable that Europe will find itself engaged a civil war so bloody it would make “ WWII look like a bun fight. ” In part I, he makes this argument on the basis of demographic projections. In part II, he focuses on Islamic imperialism and predicts quite specifically when the European reaction will set it: “ Somewhere between 2017 and 2030, during a period of heightened tension, Islamists in France, Holland or Britain will blow up one church, train or plane too many. Retaliation will begin and they, in turn will respond. ” Apr. 16, 2007 update: In a major review of Philip Jenkins ' new book, God ' s Continent: Christianity, Islam, and Europe ' s Religious Crisis, Richard John Neuhaus writes skeptically of Jenkins ' roseate views about the European future. Writing in the May 2007 issue of First Things, Neuhaus concludes the review with this anecdote:
दुर्भाग्यवश ऐसे आशावाद का आधार काफी क्षीण है । यूरोप के लोग अभी भी अपनी ईसाई पहचान प्राप्त कर अधिक सन्तान उत्पन्न कर अपनी विरासत को सँभाले रख सकते हैं । वे गैर मुस्लिम आप्रवास को प्रोत्साहित कर अपने मध्य स्थित मुसलमानों को उनकी संस्कृति से दूर रख सकते हैं । परन्तु न तो ऐसे परिवर्तन हो रहे हैं और न ही उनकी सम्भावना दिखती है । इसके बजाय मुसलमान अपने पड़ोसियों से शिकायत रखते हैं और उनसे विपरीत महत्वाकांक्षायें रखते हैं । चिन्ता इस बात कि है कि प्रत्येक मुस्लिम पीढ़ी अपनी पुरानी पीढ़ी की अपेक्षा अधिक अलग - थलग पड़ती जा रही है । कनाडा के उपन्यासकार ह्यूज मैकलेनन ने टू सालीट्यूड्स में अपने देश में अंग्रेज फ्रेन्च विभाजन के माध्यम से इसी रूप को चित्रित किया था जिस पर अधिक चर्चा नहीं हुई । उदाहरण के लिये ऐसे ध्रुव पर ब्रिटिश मुसलमान अधिकांश संख्या में मुस्लिम पहचान और ब्रिटिशपने के मध्य संघर्ष देखते हैं तथा इस्लामी कानून की स्थापना चाहते हैं ।