जीवनचरित
जीवनी
जीवनी साहित्य
चरिताख्यान
जीवनी-साहित्य
The famous biography of the Master composed by Vrindavanadasa was sent to Vrindavana for the approval of the Gosvamins.
वृंदावनदास एक गुरू के प्रसिद्ध जीवनचरित को गोस्वामियों की सहमति के लिए वृंदावन भेजा गया ।
It was due to Chaitanyaism that lyrics and biography were first created in medieval Bengali literature.
चैतन्य मत के कारण ही मध्यकालीन बांग्ला साहित्य में गीतों और जीवनचरितों की रचना प्रारंभ हुई ।
HIS EDUCATION POLICY: His biography reproduces some of the notes of inspection prepared by him.
उनकी तैयार की हुई कई निरीक्षण - टिप्पणियाँ उनकी जीवनी में उदधत हैं ।
The author, Dr. Hemendranath Das Gupta, who knew him personally has rendered a great service by presenting his short biography.
लेखक, डॉ. हेमेंद्रनाथ दास गुप्तार, जो उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानते थे, उन्होंने श्री दास की संक्षिप्त जीवनी लिख कर एक महान सेवा की है ।
The Madras presidency also enjoys the distinction of having produced the first work of literary biography in Indian English literature.
मद्रास प्रांत को ही भारतीय अंग्रेज़ी साहित्य में सर्वप्रथम साहित्यिक जीवनी बायोग्रॅफ़िकल स्केचिंग ऑव् द डेक्कन पोएट्स 1829 प्रस्तुत करने का भी श्रेयप्राप्त है ।
before he was hung he read Lenin ' s biography.
फांसी पर जाने से पहले वे लेनिन की जीवनी पढ़ रहे थे ।
T will be seen from this biography that the life and career of Bal Gandharva is the story of a man who began from rags and rose to riches, to return again to rags.
उपंसहार इस जीवनी से ज्ञात होता है कि बाल गंधर्व का जीवन तथा जीवन - वृत एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जिसके जीवन का प्रारभं निर्धनता से हुआ और धनवान बनता चला गया, फिर अमीरी से गरीबी की ओर वापिस चला गया ।
He began to write out a detailed confession, portions of which were later published in his biography written by Sri D. C. Ray.
एक ब्यौरेवार पापस्वीकार लिखना भी उन्होंने शुरू कर दिया था, जिसके कुछ भाग बाद को दुर्गाचरण राय कृत उनकी जीवनी में प्रकाशित भी हुए ।
Premchand ' s wife, Shivrani Devi, wrote a biography on his life and portrayed that character of his life, which was unknown to people.
प्रेमचंद की पत्नी शिवरानी देवी ने प्रेमचंद घर में नाम से उनकी जीवनी लिखी और उनके व्यक्तित्व के उस हिस्से को उजागर किया है जिससे लोग अनभिज्ञ थे ।
His son wrote a biography of his father by the name “ ” Kalam ka Sipahi “ ”
उनके ही बेटे अमृत राय ने कलम का सिपाही नाम से पिता की जीवनी लिखी है ।