सफल व्यक्ति
हासिल करने वाला
सफलता पाने वाला
Dr. Hazariprasad Dwivedi writes, “ ”In Surdas ' s works, he has referred to himself as a blind person and a non - achiever, but these words should not be taken at face value. “ ”
डॉक्टर हजारीप्रसाद द्विवेदी ने लिखा है - सूरसागर के कुछ पदों से यह ध्वनि अवश्य निकलती है कि सूरदास अपने को जन्म का अन्धा और कर्म का अभागा कहते हैं पर सब समय इसके अक्षरार्थ को ही प्रधान नहीं मानना चाहिए ।