आज मन हैं कुछ कर लूँ
चिड़िया सा चहक लूँ
हवा सा बह लूँ
बादल सा गरज लूँ
बरसात सा बरस लूँ
आज मन हैं कुछ कर जाऊं
रेगिस्तान को नाप जाऊं
पतंग बन उङ जाऊं
समुद्र में तर जाऊं
पहाङ पर चढ जाऊं
आज मन हैं कुछ कर दूँ
किस्मतों का लिखा मोङ दूँ
लहरों का मुख मोङ दूँ
आसमान के तारे तोङ दूँ
हवाओं का रूख बदल दूँ
आज मन हैं कुछ कर लूँ
थोडा सा खिलखिला लूँ
थोडा सा बतिया लूँ
थोडा सा झूम लूँ
थोडा सा जी लूँ
आज फिर मन हैं कुछ कर लूँ।